अमरोहा पुलिस की करतूत: बेटी की हत्या के गुनाह में पिता-पुत्र जेल में, बेटी मिली जिंदा, अब इंस्पेक्टर सस्पेंड
अमरोहा: आदमपुर थाने की पुलिस का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे सुनकर कोई भी दंग रह जा. यहां अपनी ही बेटी के अपहरण और हत्या के मामले में उसके पिता और सगे भाई जेल में सजा काट रहे थे, लेकिन अब उनकी वही बेटी जिंदा निकली. गायब हुई लड़की दूसरे भाई ने उसे पास के ही गांव में जब किसी और के साथ रहते हुए देखा, तो उसके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई और आदमपुर पुलिस की करतूत का पर्दाफाश हो गया.
तत्कालीन इंस्पेक्टर सस्पेंड
जिस लड़की की हत्या के जुर्म में उसके पिता और सगे भाई को जेल की सजा हुई थी, उसके जिंदा होने की जानकारी मिलने के बाद हंगामा मच गया. पीड़ित परिवार और लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया और निर्दोष लोगों को रिहा करने की मांग की. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के एसपी ने घटना के विवेचक और तत्कालीना थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है.
डेढ़ साल पहले गायब हुई थी बेटी
फरवरी, 2019 में मलकपुर गांव निवासी सुरेश सिंह की 19 साल की घर से ही लापता हो गई. घरवालों ने पुलिस से बेटी की बरामदगी को लेकर गुहार लगाई और पास के ही गांव के दो लोगों पर बेटी के अपहरण की आशंका जताते हुए FIR लिखवा दी. पुलिस की कार्रवाई से निराश परिजनों कोर्ट की शरण ली. जिसके बाद पुलिस ने 18 फरवरी,2020 को लापता लड़की के पिता और भाई पर ही हत्या का आरोप लगाते हुए उन्हें जेल भेज दिया.
मार-पीटकर कुबूल कराया गया गुनाह
पीड़ित पक्ष के राहुल ने बताया कि घर से गायब हुई बहन के मर्डर में 18 फरवरी को उसके पिता सुरेश, उसके भाई रूपकिशोर और पड़ोस गांव के रहने वाले देवेंद्र सहित 3 लोगों को आरोपी बना कर जेल भेज दिया था. राहुल ने आदमपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये भी कहा है कि तीनों लोगों की पिटाई करके जबरदस्ती गुनाह कबूल कराया था. वो लोग तभी से अब तक जेल में बंद हैं.
भाई ने जब बहन को देखा तो आंखों पर भरोसा नहीं हुआ
पीड़ित पक्ष के दूसरे बेटे राहुल ने पास के ही गांव पौरारा में अपनी बहन को जिंदा देखा तो उसे आंखों पर भरोसा नहीं हुआ. इसके बाद लड़की को पौरारा गांव के राकेश के घर से जिंदा बरामद कर लिया गया. पूरे गांव में उसके जिंदा होने की खबर फैलते ही लोगों ने इंसाफ की गुहार लगाई. पीड़ित पक्ष का कहना है कि परिजनों की रिहाई के साथ-साथ दोषी सीओ पर कार्रवाई भी होनी चाहिए.