आगरा: जूनियर डॉक्टर के प्यार में था जालौन का मेडिकल अफसर, बात नहीं बनी तो बहस के बाद कर दी हत्या
आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज की एक जूनियर डॉक्टर की हत्या के बाद उसके साथियों समेत हर कोई यही सोच रहा था कि आखिर छात्रा को किसने मारा. डौकी के बमरौली गांव की एक सुनसान जगह पर छात्रा योगिता गौतम का शव मिला था. पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया है कि मेडिकल छात्रा योगिता गौतम को उरई के मेडिकल अफसर डॉक्टर विवेक कुमार तिवारी ने मौत के घाट उतारा. ये बात डॉक्टर विवेक ने खुद ही कुबूल की है.
‘7 साल से रिलेशनशिप में थे’
आगरा के SSP ने बताया कि डॉक्टर विवेक ने ये बात पुलिस के सामने कुबूल की है कि जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या उसी ने की है. डॉक्टर विवेक ने ये भी बताया है कि योगिता और विवेक सात साल से रिलेशनशिप में थे. विवेक इस बात को भी कुबूल किया है कि वो योगिता से मिलने जालौन से आगरा आया था. जब विवेक-योगिता के बीच कार में झगड़ा होने लगा तो पहले विवेक ने योगिता का गला दबाया, और फिर चाकू से वार करके उसकी हत्या कर दी.
योगिता के भाई ने लिया था डॉक्टर विवेक का नाम
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में स्त्री रोग विभाग से पीजी कर रही डॉक्टर योगिता का शव बुधवार को डौकी इलाके में मिला था. शाम को शिनाख्त होने पर योगिता के भाई डॉक्टर मोहिंदर कुमार गौतम ने उरई में मेडिकल ऑफिसर डॉ. विवेक तिवारी के खिलाफ मुकदमा अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. इससे पहले थाना डौकी में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस टीम ने देर रात डॉ. विवेक तिवारी को हिरासत में लिया था और उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया.
परिवार ने कड़ी सजा की मांग की
डॉक्टर योगिता के परिवार ने विवेक के गुनाह कुबूल करने के बाद मांग की है कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. डॉक्टर योगिता के पिता और भाई ने जी मीडिया के जरिये अपील की है कि डॉक्टर विवेक को सख्त सजा दी जाए.
योगिता पर शादी का दबाव बना रहा था विवेक
योगिता ने परिजनों ने ये भी बताया कि डॉक्टर विवेक काफी दिनों से योगिता पर शादी का दबाव बना रहा था. दोनों ने एक साथ ही पढ़ाई की थी. पुलिस ने भी योगिता के घर के सामने के सीसीटीवी में विवेक की गाड़ी और योगिता को उसमें जाते हुए देखा था. आखिरकार डॉक्टर विवेक के हिरासत में लिए जाने के बाद उसने अपना गुनाह खुद कुबूल कर लिया.