‘आइटम’ बनाम ‘कमरनाथ’, बयानबाजी से मध्यप्रदेश में बदला चुनावी माहौल
मध्यप्रदेश उपचुनाव की सरगर्मी तेज है. पूर्व मुख्यमंत्री कमनलाथ के एक बयान पर तकरार छिड़ी हुई है. दरअसल, कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक चुनावी सभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया था. चारों तरफ से विरोध होने के बाद कमलनाथ ने कहा था कि आइटम कोई अपमानजनक शब्द नहीं है. कमलनाथ की पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसे आपत्तिजनक बयान बताया लेकिन कमलनाथ अपनी बात पर अड़े रहे और उसे राहुल गांधी की निजी राय बता दी. इस विवाद के बाद ऐसी ही एक घटना बीजेपी में हुई है. मध्यप्रदेश बीजेपी के एक नेता ने कमलनाथ के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए उन्हें ‘कमरनाथ’ बोल दिया. इस बयान पर मध्यप्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है.
पूरा मामला इंदौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद शंकर लालवानी से जुड़ा है. इंदौर में गुरुवार को पत्रकारों को फिल्म अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज के साथ कमलनाथ की आठ महीने पुरानी एक तस्वीर दिखाते हुए लालवानी ने दावा किया था कि उनके सामने एक मेडिकल छात्रा ने कमलनाथ के लिए ‘कमरनाथ’ शब्द का इस्तेमाल किया. बीजेपी सांसद ने कहा, ‘इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क के दौरान मुझे बुधवार को एमबीबीएस कोर्स की एक छात्रा मिली जो इमरती देवी के बारे में कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी से बेहद नाराज है. इस छात्रा ने मुझे जैकलीन के साथ कमलनाथ की तस्वीर दिखाते हुए गुस्से में बोला कि यह कमलनाथ नहीं, बल्कि कमरनाथ हैं.’ लालवानी ने हालांकि उस मेडिकल छात्रा का नाम नहीं बताया.
बीजेपी सांसद के खिलाफ शिकायत
सांसद शंकर लालवानी के बयान का मामला अब निर्वाचन आयोग तक पहुंच गया है. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने गुरुवार को लालवानी के खिलाफ चुनाव आयोग में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने की शिकायत दर्ज कराई और लालवानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस ने अपने आरोप में कहा है कि लालवानी ने लोकप्रिय अभिनेत्री के साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की एक पुरानी तस्वीर दिखाते हुए कमलनाथ के लिए ‘कमरनाथ’ शब्द का इस्तेमाल किया है. कांग्रेस की ओर से शिकायत में कहा गया है कि 28 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लागू है और इस दौरान किसी के खिलाफ टिप्पणी, अभद्र और अशोभनीय बातें करने पर पूरी तरह रोक है. इसे देखते हुए लालवानी के खिलाफ उचित कार्रवाई होनी चाहिए.
बता दें, बीजेपी सांसद ने स्थानीय मीडिया को जो तस्वीर दिखाई है, वह उस मौके की है जब सलमान खान और जैकलीन फर्नांडीज ने फरवरी में भोपाल में कमलनाथ की मौजूदगी में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) के पुरस्कार समारोह का ऐलान किया था. हालांकि, बाद में कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस प्रोग्राम को रद्द कर दिया गया था. अब शंकर लालवानी के बयान के बाद यह मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है.
धमकी पर घिरे बीजेपी मंत्री दूसरी ओर प्रदेश के एक और मंत्री चुनाव के बीच विवादों में घिर गए हैं. कांग्रेस ने प्रदेश के मंत्री बिसाहूलाल सिंह के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें सिंह हाथ में पिस्तौल लेकर कथित तौर पर एक व्यक्ति को मारने की धमकी देते दिखाई दे रहे हैं. बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर उपचुनाव लड़ रहे हैं. इसी सीट से उन्होंने साल 2018 में विधानसभा का आमचुनाव कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीता था. हालांकि प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने वीडियो को नकली और लगभग आठ साल पुराना बताया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस कमलनाथ की विवादास्पद टिप्पणी ‘आइटम’ को छुपाने के लिए प्रदेश के वरिष्ठ आदिवासी नेता को बदनाम करने के लिए इस तरह के वीडियो वायरल करवा रही है.
क्या है ‘आइटम’ का विवाद
उपचुनावों के बीच मध्यप्रदेश में कमलनाथ अपने एक बयान को लेकर घिरे हुए हैं. कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक चुनावी सभा में बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया था. हंगामा होने के बाद पहले तो कमलनाथ ने कहा कि आइटम को अपमानजनक शब्द नहीं है, बाद में उन्होंने अपनी बात रखने के लिए कई अलग-अलग तर्क दिए. हालांकि इन तर्कों पर वे और लगातार घिरते चले गए. कमलनाथ ने अपने बचाव में कहा था कि विधानसभा और संसद में भी आइटम नंबर कहा जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि वे नाम भूल गए थे और लिस्ट में आइटम नंबर 1, 2, 3 से ही नाम लिखा जाता है. बाद में अपने बयान पर उन्होंने खेद जताया लेकिन चुनाव में यह मामला तब तक काफी तूल पकड़ चुका था