पेइंग वार्ड में शिफ्ट किए गए लालू यादव, ऑडियो वायरल होने के बाद BJP विधायक ने दर्ज करवाया केस

बिहार (Bihar) में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर जेल में बंद लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी. उनकी बातचीत बीजेपी (BJP) विधायक ललन पासवान (lalan paswan) के साथ हुई थी. यह ऑडियो वायरल होने के बाद राजनीति गरमा गई. इस बीच लालू यादव को केली बंगले से वापस रिम्स के पेइंग वार्ड में शिफ्ट किया गया है. बताया जा रहा है कि यह कदम ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद उठाया गया है.

इधर पटना के निगरानी थाने में बीजेपी विधायक ललन पासवान ने लालू के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. चारा घोटाला मामले में रांची की एक जेल में बंद प्रसाद ने ललन पासवान को मंगलवार को कथित रूप से उस समय फोन किया था, जब पासवान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil kumar modi) के साथ बैठक कर रहे थे.

पीएम मोदी ने किया था ऑडियो ट्वीट

राजद सुप्रीमो प्रसाद के कटु आलोचक मोदी ने मंगलवार देर रात ट्वीट किया था कि प्रसाद राजद विधायकों को मंत्रिपद का लालच देकर खरीदने की कोशिश कर रहे हैं. मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर डेढ़ मिनट की क्लिप साझा की जिसमें प्रसाद को अपने अंदाज में पीरपैंती के विधायक ललन कुमार से बातचीत करते सुना जा सकता है.

ऑडियो में बातचीत

ऑडियो में प्रसाद को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘हम आपका ठीक से ख्याल रखेंगे, आप कल विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में राजग उम्मीदवार को हराने में हमारी मदद कीजिए।’ ऑडियो में विधायक अपनी पार्टी के खिलाफ वोट करने में अपनी दिक्कतों को बता रहे हैं जिस पर प्रसाद कहते हैं ‘आपको चिंतित होने की जरूरत नहीं है. हमारा अपना विधानसभा अध्यक्ष होगा. हम इस सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाते ही आपको पुरस्कृत करेंगे.’

ललन पासवान ने कहा, मुझे हुआ आश्चर्य

बीजेपी विधायक ने ऑडियो क्लिप की पुष्टि की और कहा कि सुशील कुमार मोदी की मौजूदगी में बातचीत हुई, जिसका भान संभवत: राजद सुप्रीमो को नहीं था. ललन कुमार ने कहा, ‘मैं सुशील कुमार मोदी के साथ बैठक में था जब मेरा निजी सचिव आया और सूचित किया कि मेरे मोबाइल पर लालू प्रसाद का फोन है. मुझे आश्चर्य हुआ, लेकिन मैंने सोचा कि कई अन्य लोगों की तरह उन्होंने चुनावी जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया होगा.’

विधायक ने कहा, ‘वह काफी वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए मैंने उन्हें प्रणाम किया. वह सरकार गिराने की बात करने लगे. मैंने उन्हें बताने का प्रयास किया कि मैं पार्टी के अनुशासन से बंधा हुआ हूं. फोन बीच में रोकते हुए मैंने सुशील मोदी को सूचित किया.’

 

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