किराया बढ़ने के बाद भी ये हाल:ग्वालियर-डबरा का किराया 50 रुपए, यात्रियों से ले रहे 70, दतिया के 100 की जगह 120 रुपए वसूले
परिवहन विभाग द्वारा दो दिन पहले सामान्य श्रेणी की बस का किराया 25 फीसदी बढ़ाया गया है, लेकिन यात्रियों से किराया 75 फीसदी बढ़ाकर लिया है। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने यात्री बनकर अंतर्राज्यीय बस स्टैंड पर पहुंचकर किराए की हकीकत जानी। जब सुल्तान नाम के कंडक्टर से डबरा जाने का किराया पूछा तो उसने 70 रुपए बताए।
इसी तरह दतिया के 120 रुपए और झांसी का किराया 150 रुपए बताया। जब सुल्तान से अधिक किराया वसूल करने की बात कही और उसका नाम पूछा तो वह घबरा गया। इसके बाद उसने कहा कि आप 50 रुपए देकर सफर कर सकते हैं। कंडक्टर का कहना था कि परिवहन विभाग ने किराया बढ़ा दिया है इसलिए वह 70 रुपए डबरा का किराया ले रहा है।
अधिक किराए वसूली पर कार्रवाई होगी
डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर एके सिंह का कहना है कि सामान्य बसों का किराया 25 फीसदी तक बढ़ाया गया है। बस कंडक्टर 75 फीसदी किराया बढ़ाकर नहीं वसूल सकते। इस मामले में संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए आरटीओ का निर्देशित करूंगा।
कहां का कितना किराया 25% बढ़ने के बाद भी कितनी की जा रही वसूली
मुरैना तक का सही किराया ले रहे, आगरा के 57 रुपए ज्यादा वसूल रहे
ग्वालियर से मुरैना तक का किराया बस ऑपरेटर 50 रुपए ले रहे हैं। हालांकि यह किराया सितंबर 2020 से ही वसूला जा रहा है। जबकि इससे पहले मुरैना तक का किराया 40 रुपए निर्धारित था लेकिन 50 रुपए ले रहे थे। वहीं ग्वालियर से आगरा का किराया बढ़ने के बाद 143 रुपए हो गया है। जबकि यात्रियों से 200 रुपए वसूल किया जा रहा है। इसी तरह गुना का किराया 267 रुपए की जगह 300 रुपए लिया जा रहा है।
परिवहन विभाग ने जो किराया निर्धारित किया उसकी सूची बसों में चस्पा नहीं
परिवहन विभाग ने बसों का जो किराया निर्धारित किया है, नियम के तहत उसकी सूची बस के बाहर चस्पा होनी चाहिए, लेकिन बस ऑपरेटर्स ने अधिक किराया वसूली करने के लिए सूची तक चस्पा नहीं की है, जिससे यात्रियों को निर्धारित किराए की जानकारी नहीं मिल सके। इसकी जिम्मेदारी परिवहन विभाग के उड़नदस्ता की है। उड़नदस्ता इसकी मॉनीटरिंग करने के लिए आरटीओ कार्यालय से बाहर निकलता नहीं है।