मध्य प्रदेश: मुफ्ती अब्दुल रज्जाक के जनाजे में शामिल होने पर होगी FIR, पुराने भोपाल को पुलिस ने छावनी में किया तब्दील
मुफ्ती अब्दुल रज्जाक सबसे उम्र दराज मुफ्ती थे भोपाल के. मुफ्ती साहब जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे. इसी के ही साथ सबसे पुराने मदरसा और तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद के संस्थापक भी थे.
मध्य प्रदेश की राजधानी में भोपाल में सख्ती से कोविड गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. हालांकि पहले के मुकाबले अब भोपाल में कोरोना के केस कम आ रहे हैं,लेकिन इनकी संख्या ज्यादा ना हो इसके लिए प्रशासन काफी अलर्ट मोड पर है. राजधानी में मुफ्ती अब्दुल रज्जाक के निधन के बाद पुराने भोपाल को छावनी में तब्दील कर दिया है. शहर के डीआईजी इरशाद वली का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति जनाजे में शामिल होगा तो उसके ऊपर कार्यवाही की जाएगी.
बता दे की बीती रात शहर मुफ्ती की मौत के बाद लोगों की अधिक संख्या में उनके जनाजे में शामिल होने की आशंका है जिसके बाद पुराने भोपाल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
जनाजे में शामिल होने वालों पर होगी f.i.r.
भोपाल डीआईजी ने बताया कि जो लोग जनाजे में अनावश्यक शामिल होगा उसके ऊपर f.i.r. की जाएगी. मुफ्ती अब्दुल रज्जाक का जनाजा दोपहर के समय समय पर निकलेगा. इस दौरान नमाज होगी जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है इसके चलते पुलिस ने पुराने भोपाल को छावनी में तब्दील कर दिया है. पुराना भोपाल पहले ही संवेदनशील माना जाता है. शहर में कोरोना कर्फ्यू भी जारी है. और पुराने भोपाल में कोरोना के मामले भी ज्यादा सामने आए हैं जिसके चलते यह कदम उठाए गए हैं.
लोग घरों के बाहर ना आए इसलिए लॉक किया पुराना भोपाल
मुफ्ती अब्दुल रज्जाक का बीती रात इंतकाल होने के बाद शहर में सख्ती कर दी गई थी और लोग घर से बाहर ना निकले इसलिए ओल्ड सिटी को लॉक कर दिया गया वहीं भोपाल डीआईजी ने साफ कर दिया है कि अनावश्यक जो लोग घरों से बाहर निकलेंगे और जनाजे में शामिल होंगे उनके ऊपर एफआईआर दर्ज की जाएगी और भारी संख्या में पुलिस बल को ओल्ड सिटी में तैनात कर दिया गया है.
कौन थे मुफ्ती अब्दुल रज्जाक
मुफ्ती अब्दुल रज्जाक सबसे उम्र दराज मुफ्ती थे भोपाल के. मुफ्ती साहब जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे. इसी के ही साथ सबसे पुराने मदरसा और तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद के संस्थापक भी थे. मुफ्ती अब्दुल रज्जाक, इकबाल मैदान स्थित तर्जुमा वाली बड़ी मस्जिद में रहते थे. मुफ्ती साहब को गुरुवार को दोपहर भोपाल टॉकीज के पास कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज के बाद दफनाया जाएगा