राकेश टिकैत ने लगाया फसल खरीद में घपले का आरोप, बोले- खेती के रूप में दिखाई जया प्रदा की स्कूल जमीन
टिकैत का यह भी कहना है कि वह रामपुर के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह की धोखाधड़ी का पर्दाफाश करेंगे. पूरे मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन इस मुद्दे को यूपी मिशन में उठाएगा.
भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) नेता राकेश टिकैट (Rakesh Tikait) ने आज यानी गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य 2021-22 यानी MSP पर फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. राकेश टिकैत का दावा है कि फसल खरीद में घपलेबाजी हुई है. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की नेत्री और अभिनेत्री जया प्रदा (Jaya Prada) की रामपुर में जो स्कूल की जमीन है, उसे खेती की जमीन दिखाकर गेहूं खरीदा गया है.
राकेश टिकैट का दावा है कि उनके पास इस मामले में पर्याप्त सबूत हैं और केंद्र सरकार से उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. राकेश टिकैत ने कहा कि रामपुर में एमएसपी खरीद में 26,000 किसानों में से 11,000 किसान फर्जी थे. उन्होंने कहा, “हम दस्तावेज मुहैया कराएंगे. जिन जगहों पर स्कूल और भवन बन रहे हैं, वहां खेती दिखाई जा रही है.”
फसल खरीद के भ्रष्टाचार की हो सीबीआई जांच
राकेश टिकैट ने आगे कहा कि रामपुर में एमएसपी पर खरीद के दौरान मिल मालिकों, बिचौलियों और सरकारी अधिकारियों ने जमकर लूटपाट की है. रामपुर में अभिनेत्री जया प्रदा के स्कूल की जमीन पर खेती दिखाकर वहां से फसल खरीदी गई है. राकेश टिकैत ने कहा है कि पूरे मामले को डॉक्यूमेंट्स में संभालकर रखा गया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में सीबीआई जांच बिठानी चाहिए, ताकि आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सके. टिकैत का यह भी कहना है कि वह रामपुर के अलावा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह की धोखाधड़ी का पर्दाफाश करेंगे. पूरे मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन इस मुद्दे को यूपी मिशन में उठाएगा.
आपको बता दें कि बीते साल नवंबर में शुरू हुआ किसान आंदोलन अभी तक जारी है. गाजीपुर बॉर्डर और सिंघू बॉर्डर पर किसानों का धरना बरकरार है. 15 अगस्त को ध्यान में रखते हुए किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार की कड़ी नजर है. सरकार नहीं चाहती कि जिस प्रकार 26 जनवरी के मौके पर उपद्रव मचा था, वैसा 15 अगस्त पर भी हो. बुधवार को राज्य सभा में गृह मंत्रालय ने यह सूचित किया था कि किसान बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे लोगों में से करीब 183 लोगों को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल जमानत पर बाहर हैं.