अस्पताल के कर्मचारियों ने सूखे कुएं में फेंकी दवाएं, वीडियो वायरल फिर भी कार्रवाई नहीं

 

जिला अस्पताल परिसर में स्थित सूखा कुआं सरकारी दवाओं से भरा जा रहा है। सालों से इस कुएं में सरकारी दवाएं फेंकी जा रही है। हाल ही में कुएं में सरकारी दवाएं डालते हुए अस्पताल कर्मचारियों का वीडियो सामने आया। इसके बाद सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल गोयल ने एक जांच कमेटी बना दी है। लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी अब तक इस कमेटी ने किसी भी कर्मचारी के बयान तक दर्ज नहीं किए हैं। बल्कि जांच के नाम पर पूरे मामले को दबाने की तैयारी चल रही है।

जानकारों की मानें तो जिला अस्पताल में मरीजों को मुफ्त में दी जाने वाली दवाओं के नाम पर बड़ा घालमेल हो रहा है। सरकार की ओर से हर साल जिला अस्पताल को करीब 50 लाख रुपए की दवाएं दी जाती है। लेकिन ये दवाएं शत- प्रतिशत मरीजों के हाथ में पहुंचने के बजाय उन्हें कुएं में फेंका जा रहा है। हालांकि जिम्मेदारों का कहना है कि कुएं में दवाएं फेंकने का जो वीडियो सामने आया है कि उसकी जांच कराई जा रही थी। प्रथम दृष्टया जानकारी मिली है कि जो दवाएं कुएं में फेंकी जा रही है, वह यूज (उपयोग) की हुई दवाएं हैं। गलती सिर्फ इतनी है कि उन्हें बायोमेडीकल वेस्ट साइड पर भेजने के बजाए उन्हें कुएं में डाला जा रहा है, जिसकी जांच कराई जा रही है।

वीडियो में साफ दिख रहे कर्मचारियों के चेहरे, फिर भी अब तक कार्रवाई नहीं
सिविल सर्जन डॉ अनिल गोयल ने इस मामले की जांच डॉ यशवंत सिंह और डॉ जेएस यादव को दी है। 26 अगस्त, गुरुवार को ही यह कमेटी बन गई थी। सिविल सर्जन स्टोर के प्रभारी डॉ यूपीएस कुशवाह हैं। जांच अधिकारियों की मानें तो विस्तृत जांच के लिए वीडियो में दवा फेंकते दिख रहे कर्मचारियों से लेकर स्टोर प्रभारी तक सभी के बयान दर्ज किए जाएंगे। लेकिन 48 घंटे गुजरने के बाद अब तक यह जांच एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। जबकि वीडियो में दवाइयां फेंकते कर्मचारियों के चेहरे साफ दिख रहे हैं। जांच कमेटी में शामिल डॉ यशवंत सिंह का कहना है कि नोटिस जारी करने का काम सिविल सर्जन आफिस का है। जबकि बयान उन्हें दर्ज करने हैं तो फिर नोटिस ऑफिस जारी क्यों करेगा।

अस्पताल कर्मचारी ने बनाया वीडियो,बोला- चिंता मत करो डिलीट कर दूंगा
हाल ही जिला अस्पताल में सरकारी दवाओं को फेंकने का जो एक वीडियो सामने आया है, उसमें अस्पताल तीन- चार कर्मचारी सिविल सर्जन दफ्तर के पीछे स्थित सूखे कुएं में बड़ी मात्रा में दवाएं फेंक रहे हैं। खास बात तो यह है कि यह वीडियो कोई ओर नहीं बल्कि अस्पताल का कर्मचारी ही बना रहा है। साथ ही जो लोग दवाएं फेंक रहे हैं, वे उसे वीडियो बनाने से रोक भी रहे हैं, लेकिन उक्त व्यक्ति उन्हें आश्वासन दे रहा है कि वह वीडियो बनाने के बाद तत्काल उसे डिलीट कर देगा, पर ऐसा हुआ नहीं।

वीडियो में सूखे कुएं में दिख रही कई सील पैक सीरप और दवा
जिला अस्पताल प्रबंधन की मानें तो कुएं में जो दवाएं फेंकी गई वे सभी यूज की हुई थी। लेकिन कुएं के अंदर का जो दूसरा वीडियो सामने आया है, उसमें कई सील पैक सीरप, ड्रॉप सहित टेबलेट के पत्ते भी दिखाई दे रहे हैं। साथ ही कुआं दवाओं से भरा हुआ दिख रहा है। सूत्रों की मानें तो जिला अस्पताल के इस कुएं में अभी हाल से ही दवाएं फिंकना शुरु नहीं हुआ है। सालों से इस सूखे कुएं को सरकारी दवाओं से भरने की मशक्कत चल रही है। हालांकि यदि इस कुएं की सफाई कराई जाए तो पूरा साफ हो सकता है।

दोषियों पर होगी कार्रवाई
कुएं में दवाएं डालने का जो मामला है, उसकी जांच दे दी गई है। सात दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. अनिल गोयल, सिविल सर्जन, भिंड

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