शराब सिडींकेट को लेकर गैंगवार:गोली कांड में फरार हेमू के बंगले की स्वीकृती और नक्शा निगम के पास नहीं, आरटीआई में मांगी जानकारी में हुआ खुलासा
बाणगंगा के दो बदमाश भाईयों ने कुख्यात बदमाश और अपने साथियों के साथ मिलकर गोलीकांड को अंजाम दिया था। हमला शराब सिडीकेंट के व्यापार पर एक तरफा कब्जा जमाने के लिए किया गया था। इस मामले में कुछ आरोपी पकड़े गए थे, जबकि बदमाश का एक भाई फरार था। इस मामले में अफसरों ने पहले सभी के निर्माण तोड़ने की बात कही थी। लेकिन उन्हें बाद में कोर्ट से राहत मिल गई थी। इस मामले में आरटीआई में बदमाश भाईयों के बंगले की स्वीकृति और नक्शा मांगा गया। जिसकी जानकारी निगम ने अपने पास होने से इंकार कर दिया। नगर निगम इंदौर में लाला का बगीचा में रहने वाले राजेश मेहरा ने आरटीआई के जरिए 5 अगस्त 2021 को एक पत्र के माध्यम से जोन क्रंमाक 4 के मकान नंबर 10/1 बाणेश्वरी कुंड पर स्थित संपत्ति की जानकारी मांगी थी। जिसमें घर का मालिक मंगलसिंह पिता नारायणसिंह चौहान को बताया गया था। इस मामले में पत्र का जबाव देते हुए भवन अधिकारी ओर निगम के जोन अधिकारी ने किसी तरह का नक्शा व स्वीकृति होने की बात से इंकार किया है। मंगलसिंह सरकारी नौकरी में रहे है। वह हेमू और चिंटू के पिता है। निगम के मुताबिक वर्तमान में बनाए बंगले की कीमत करीब चार करोड़ के लगभग है।
संपत्ति तोड़ने के आदेश होने पर किया था सरेंडर
विजयनगर के सत्यसांई चौराहा स्थित सिडीकेंट के आफिस में अर्जुन ठाकुर पर पिंटू उसके भाई हेमू सतीश भाउ सहित अन्य गुंडों ने गोलियां चलाई थीं। इस मामले में शराब कारोबार से जुडें दो बड़े नाम चिंटू और एके सिंह के नाम भी सामने आए थे। कुछ दिन बाद संपत्ति तोड़ने के आदेश होने पर पिंटू, सतीश भाउ सहित उनके कुछ साथियों ने सरेंडर कर दिया था। वहीं पिंटू का भाई हेमू, दयाराम ओर एके सिंह व चिंटू फरार है।
अफसरों ने साधी चुप्पी
गोलीकांड के सभी आरोपियों के निर्माण की जांच कराने और उन पर कारवाई करने को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह और एसपी आशुतोष बागरी ने कारवाई की बात कही थी। लेकिन पुलिस अधिकारी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है। कुछ दिन पहले एएसपी राजेश रघुवंशी से हेमू ठाकुर के फरार होने के बारे में पूछताछ की गई थी। उन्होंने जल्द उनके पकड़ने की बात कही थी।