केंद्रीय मंत्री का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर टेस्ट ड्राइव:रतलाम में गडकरी ने कहा- मैंने 150 की स्पीड पर गाड़ी चलाकर टेस्ट किया, सड़क की क्वालिटी अच्छी है
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आज रतलाम जिले के जावरा पहुंचे। जहां उन्होंने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री ने यहां 150 की स्पीड से गाड़ी चलाकर हाईवे पर स्पीड ट्रायल भी किया और एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता पर खुशी जाहिर की है। केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान के सवाई माधोपुर क्षेत्र की अपेक्षा मध्य प्रदेश में बन रहे एक्सप्रेस हाईवे की गुणवत्ता को बेहतर बताया है। उन्होंने कहा कि मैंने कॉन्ट्रैक्टर से कह दिया था कि अगर सड़क की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी तो पेमेंट नहीं होगा।
केंद्रीय मंत्री मौसम खराब होने की वजह से करीब आधा घंटा लेट पहुंचे। इसके बाद उन्होंने एक्सप्रेस हाईवे का निरीक्षण किया। जावरा के निमन गांव में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस एक्सप्रेस वे के बनने से पूरा मालवा समृद्ध बनेगा। उन्होंने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कि सड़कें अच्छी है, इसलिए वे समृद्ध है। उन्होंने प्रदेश से गुजरने वाले अटल एक्सप्रेस वे और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे को प्रदेश के लिए उपलब्धि बताया। मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही 245 किलोमीटर लंबी परियोजना में अब तक 106 किलोमीटर 8 लेन रोड बनकर तैयार हो चुका है।
रतलाम में लॉजिस्टिक पार्क और इंडस्ट्रियल क्लस्टर विकसित करने का आश्वासन
केंद्रीय मंत्री ने रतलाम शहर विधायक चेतन्य कश्यप द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर मंच से कहा कि रतलाम में एमपीआरडीसी द्वारा आरक्षित जमीन पर मध्य प्रदेश सरकार के साथ एमओयू करके लॉजिस्टिक पार्क और इंडस्ट्रियल क्लस्टर डेवलप किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस एक्सप्रेस वे की मदद से मालवा क्षेत्र के कृषि उत्पादों को दिल्ली और मुंबई तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। जिससे क्षेत्र के किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा। एक्सप्रेस वे से किसानों की समस्या के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार से चर्चा कर किसानों की स्थानीय समस्याओं का जल्द ही निराकरण किया जाएगा।
मप्र में 245 में से 106 किलोमीटर का एक्सप्रेस वे ले चुका है आकार
दिल्ली से मुंबई तक करीब एक लाख करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 1261 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस वे का 245 किलोमीटर लंबा हिस्सा मध्यप्रदेश के मंदसौर, रतलाम और झाबुआ क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। मध्यप्रदेश में 245 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में से 106 किलोमीटर 8 लेन रोड़ बनकर तैयार भी हो चुका है। प्रदेश में 245 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे निर्माण पर 11 हजार 183 करोड़ रुपए का व्यय होगा। यह एक्सप्रेस-वे मध्यप्रदेश के विकास के लिए अति महत्वपूर्ण परियोजना है।प्रदेश के सीमावर्ती जिले झाबुआ, रतलाम, मंदसौर के साथ उज्जैन, इंदौर भी दिल्ली और मुंबई से सीधे जुड़ सकेंगे। जिससे एक्सप्रेस-वे आसपास के क्षेत्र में आर्थिक विकास गतिविधियों का तेजी से विकास संभव होगा।