स्मार्ट रोड:43 करोड़ में बनी प्रदेश की सबसे महंगी सड़क उद्घाटन के 9 महीने में ही उखड़ी, आमतौर पर इतनी बड़ी सड़क बनाने पर खर्च होते हैं 12 करोड़

  • 2.2 किमी लंबी इस सड़क पर कई जगह गड्ढे, क्वालिटी पर उठे सवाल….

ये है प्रदेश की सबसे महंगी सड़क। नाम है स्मार्ट रोड। डिपो चौराहे से पॉलिटेक्निक चौराहे तक 2.2 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर करीब 43 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। सिर्फ 9 महीने पहले ही इसका उद्घाटन हुआ है। लेकिन इसकी बदसूरती का आलम यह है कि अब इस सड़क की परतें जगह-जगह से उखड़ने लगी और गड्‌ढे दिखने लगे हैं। आमतौर पर इतनी बड़ी सड़क 12 करोड़ रुपए में बन जाती है और यदि अन्य सुविधाओं को भी जोड़ लिया जाए तो लागत 20 करोड़ से अधिक नहीं होना चाहिए।

पिछले साल 29 दिसंबर को ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस स्मार्ट रोड का लोकार्पण किया था। लेकिन बारिश में स्मार्ट रोड पर जगह-जगह गड्ढे नजर आ रहे हैं। 25 दिसंबर 2016 को इस रोड का भूमिपूजन करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने अफसरों को क्वालिटी का ध्यान रखने को कहा था। लेकिन स्मार्ट सिटी कंपनी ने 43 करोड़ रुपए खर्च कर दिए और क्वालिटी की हकीकत बारिश ने उजागर कर दी।

जांच होनी चाहिए..यह तो आपराधिक लापरवाही है
जिस तरह से स्मार्ट रोड पर ऊपरी सरफेस उखड़ी है वह यह स्पष्ट करती है कि सड़क निर्माण में सामान्य इंजीनियरिंग प्रिंसिपल का भी पालन नहीं किया गया। सड़क पर पानी जमा हो रहा है, यानी ढाल का भी ध्यान नहीं रखा गया। ड्रेनेज सिस्टम भी चोक हो गया है। स्मार्ट सिटी की इस सड़क निर्माण की तो गैर सरकारी स्वतंत्र इंजीनियर से जांच कराना चाहिए।
वीके अमर, पूर्व चीफ इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी

​​​​​​कुछ जगह टॉप लेयर निकली है, बारिश के बाद सुधरवाएंगे
​स्मार्ट रोड कई टुकड़ों में बनी, इसलिए कुछ कमियां रह जाना स्वाभाविक है। कुछ जगहों पर टॉप लेयर निकली है। सड़क गारंटी पीरियड मेें है। संबंधित एजेंसी से बरसात के बाद इसे सुधरवाया जाएगा। -पीके जैन, प्रभारी चीफ इंजीनियर, स्मार्ट सिटी

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