प्रदेश के पहले मॉडल स्कूल के हालत बिगड़े:भोपाल के CM राइज स्कूल में 10 दिन से लाइट नहीं; शुरू होने के 15 दिन बाद कंप्यूटर रूम, स्मार्ट क्लास और डिजिटल ब्लैक बोर्ड बंद
राजधानी भोपाल में बने प्रदेश के पहले मॉडल सीएम राइज स्कूल में बीते 10 दिन से लाइट नहीं है। बिजली से चलने वाले उपकरण जैसे कंप्यूटर रूम, स्मार्ट क्लास और डिजिटल ब्लैक बोर्ड बंद हैं। प्रदेश के पांच विभागों के अधिकारियों की निगरानी में इसे 40 दिन में तैयार किया गया था। अब यहां लाइट ठीक नहीं होने से व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं।
जहांगीराबाद स्थित रशीदिया स्कूल में 1 से लेकर 8वीं तक स्मार्ट क्लास बनाई गई हैं। इसमें बिजली सप्लाई के लिए दो लाइन डाली गईं। दोनों लाइन 10 दिन पहले खराब हो गईं। इसके बाद से लगातार इसे ठीक कराने के लिए शिक्षकों द्वारा विभाग को जानकारी दी गई, लेकिन अभी तक यह ठीक नहीं हो सका। इधर, स्कूल की प्रिंसिपल स्मिता मेश्राम ने बताया कि कुछ दिनों से बिजली नहीं है। इसके लिए संबंधित विभाग को शिकायत की थी। टीम ने जांच की, पर लाइन कैसे खराब हुई उसका पता नहीं चल पाया है।
सिर्फ 40 दिन में तैयार किया स्कूल
स्कूल को तैयार होना सरकारी विभागों की छवि सुधारने में भी महत्वपूर्ण माना गया, क्योंकि सिर्फ 40 दिन में इस स्कूल को तैयार किया गया है। इसे नया रूप देने के लिए कमिश्नर कविंद्र कियावत, स्कूल शिक्षा विभाग के जेडी राजीव तोमर के नेतृत्व में नगर निगम, स्मार्ट सिटी और पीडब्ल्यूडी विभाग ने मिलकर काम किया। सभी विभागों के अधिकारी दिन में कम से कम एक बार दौरा करते थे।
इसलिए यह स्कूल खास
स्कूल की दीवारों पर समुद्री जीवों से लेकर अंतरिक्ष की जानकारी देने वाली पेंटिंग की गई है। बच्चों की मानसिक और फिजिक्स को ध्यान में रखते हुए टेबल और कुर्सी भी खास डिजाइन के हैं। टॉयलेट तक के डिजाइन और रंग तक पर विशेष ध्यान दिया गया है। स्कूल को सीसीटीवी की निगरानी में रखा है। सभी क्लास को विशेष थीम में ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।
यह भी सुविधाएं
स्कूल में बच्चों के लिए विशेष टॉयलेट, मेडिकल रूम, स्पोर्ट्स रूम, योग आदि के लिए ओपन स्पेश, आउड डोर प्ले मैदान, कम्प्यूटर रूम, स्मार्ट क्लास, डिजिटल ब्लैक बोर्ड, म्यूजिक रूम, क्रिएटिविटी स्पेस (जहां बच्चों द्वारा बनाई चीजें को डिस्प्ले) के अलावा लंच के लिए अलग से कैफेटेरिया विशेष रूप से बनाया गया है।