जम्मू-कश्मीर शस्त्र लाइसेंस मामला … भिंड में BSF के पूर्व जवान प्रमोद शर्मा के घर CBI का छापा; देश भर में 41 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर के फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में CBI की 8 सदस्यीय टीम ने मंगलवार को भिंड में गोरमी के कचनाव कलां गांव में छापामार कार्रवाई की। भोपाल से गई CBI की टीम यहां BSF के पूर्व जवान प्रमोद शर्मा के घर फर्जी शस्त्र लाइसेंस से जुड़े दस्तावेजों को खंगालने के लिए गई थी। पता चला है कि CBI ने प्रमोद के घर से अलमारियों का ताला तोड़कर दस्तावेज बरामद किए हैं।
CBI सूत्रों ने बताया कि करीब दो घंटे तक छापामार कार्रवाई के बाद टीम यहां से वापस रवाना हुई है। BSF के पूर्व जवान से CBI इस मामले में पहले भी कई बार पूछताछ कर चुकी है। जिले में बड़ी संख्या में लोगों के पास जम्मू कश्मीर से बने शस्त्र लाइसेंस हैं।
CBI की टीम उससे कई बार अपने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अब कुछ दस्तावेजों को जब्त करना था। इसको लेकर मंगलवार को दल ने प्रमोद के घर पर छापेमार कार्रवाई की। यह कुल 2 लाख 78 हजार फर्जी लायसेंस का मामला है।
दिल्ली और कश्मीर समेत 41 ठिकानों पर छापा
CBI सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर से फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में श्रीनगर, अनंतनाग, बनिहाल, बारामूला, जम्मू, डोडा, राजौरी, कश्तवाड़, लेह, दिल्ली, और मध्य प्रदेश के भिंड सहित 41 ठिकानों पर छापेमारी की गई। भिंड में भोपाल से CBI की आठ सदस्यीय टीम निरीक्षक अभिषेक स्वर्णकार के नेतृत्व में गोरमी पहुंची थी। यहां कचनाव कलां गांव में पूर्व BSF जवान प्रमोद शर्मा के घर टीम ने फर्जी आर्म्स लाइसेंस से जुड़े दस्तावेजों को दो घंटे तक खंगाला है।
उप राज्यपाल के पूर्व सलाहकार बशीर खान के ठिकानों पर भी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के पूर्व सलाहकार पदोन्नत आईएएस अधिकारी बशीर खान के ठिकानों पर भी मंगलवार को छापेमारी की गई। खान को इस महीने की शुरुआत में सलाहकार के पद से मुक्त कर दिया गया था। उन्हें पिछले साल मार्च में सलाहकार बनाया गया था, उस वक्त जी सी मुर्मू जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल थे। मुर्मू के बाद सिन्हा उप राज्यपाल बने और खान उनके सलाहकार के पद पर कार्यरत रहे।
बता दें कि जम्मू कश्मीर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस जारी करने के रैकेट का खुलासा किया। उसके बाद वर्ष 2019 में इसकी जांच CBI ने शुरू की थी। जांच के दौरान कचनावकलां निवासी प्रमोद शर्मा का नाम आया था। बताया गया है कि प्रमोद ने BSF की नौकरी में जम्मू कश्मीर में तैनाती के दौरान फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाए हैं।
राजस्थान ATS ने किया था खुलासा
वर्ष 2017 में जम्मू कश्मीर में फर्जी शस्त्र लाइसेंस जारी करने का खुलासा राजस्थान आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने किया था। राजस्थान एटीएस ने फर्जी शस्त्र लाइसेंस जारी करने के आरोप में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। जम्मू कश्मीर से वर्ष 2012-2016 के बीच में फर्जी शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए हैं। वर्ष 2019 में यह मामला सीबीआई के पास पहुंचा है। अब फर्जी लाइसेंस रैकेट के तार भिंड से भी जुड़ गए हैं।