उम्मीदवार की आपराधिक छवि के कारण बिना प्रचार किए लौट गए योगी
अंतिम दौर में हिंसक हुआ चुनाव:उम्मीदवार की आपराधिक छवि के कारण बिना प्रचार किए लौट गए योगी
- प्रचार का आखिरी दिन आज। मतदान दलों ने आयोग के दफ्तर में हाजिरी लगाई। मतदान केंद्रों के लिए पार्टियां रवाना होंगी, सुरक्षा के माकूल इंतजाम।
- चुनाव आयोग ने इस बार नकद और नशीली बरामदगी में बनाया रिकॉर्ड। अब तक 330 करोड़ की जब्ती। नकद 38 करोड़ और शराब समेत नशीले पदार्थ करीब 200 करोड़ और सोना चांदी 92 करोड़ की।
- धुआंधार प्रचार अभियान अंतिम दौर में हुआ हिंसक, रीवा में कांग्रेस के झंडे से गला घोंटकर हत्या, शिवपुरी में मारपीट, तोड़फोड़, शाजापुर में वोट के लिए दलितों पर हमला।
- दोनों दलों ने झोंकी पूरी ताकत। नरेंद्र मोदी, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, मल्लिकार्जुन खड़गे और अखिलेश यादव की रैलियां।
- छतरपुर जिले के चंदला में बीजेपी उम्मीदवार की आपराधिक छवि के कारण योगी आदित्यनाथ ने कन्नी काटी। पहुंचकर भी नहीं गए सभा में। लौट गए उत्तर प्रदेश। नरेंद्र तोमर वीडियो मामले में एक और खुलासा। पांच सौ का नहीं, बल्कि 10,000 करोड़ रुपए के लेन-देन का आरोप। नया वीडियो सामने आया।
- और देश को चुनाव आयोग और मतदान का हक देने वाले युग पुरुष नेहरू के जन्मदिन पर सियासी पार्टियों ने नहीं किया याद। आकाशवाणी ने बच्चों के गीत बजाए, लेकिन नाम लेने से किया परहेज।

योगी को सुनने आए लोग गुस्से में लौटे
मंगलवार को छतरपुर जिले के चंदला इलाके में अजीबोगरीब बात हुई। उत्तर प्रदेश से सटे इस क्षेत्र में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीजेपी के उम्मीदवार दिलीप अहिरवार के लिए प्रचार सभा में आने वाले थे। दिलीप पर मारपीट, जुआ, सट्टा, लूट के अनेक आरोप हैं। वे पड़ोसी सीट पर गए भी, लेकिन चंदला जाने के लिए कन्नी काट गए। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन योगी जी नहीं माने। वे लखनऊ लौट गए। उनको सुनने आई भीड़ गुस्से में लौट गई।
भाजपा को योगी का गंभीर संदेश
योगी आदित्यनाथ का तर्क था कि अपने प्रदेश में वे जब अपराधियों का सफाया कर रहे हैं तो मध्यप्रदेश में आकर आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार को महिमा मंडित करके वोट कैसे मांग सकते हैं। बात मार्के की है। मैं इस मामले में यकीनन योगी जी के साथ खड़ा होना चाहूंगा। बीजेपी के लिए यह गंभीर संदेश है।
धौंस देकर पाना चाह रहे वोट
अब योगी के लिए भी यह चेतावनी है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वे पार्टी के लिए क्या बेदाग प्रत्याशी चुन पाएंगे, लेकिन अभी तो बात मध्यप्रदेश की। बीजेपी अब आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों के लिए वोट कैसे मांगेगी? भोपाल के आसपास ऐसे प्रत्याशी भी हैं जो धौंस देकर वोट पाना चाहते हैं। शाजापुर जिले में तो वोट नहीं देने पर दलितों को बस्ती जला देने की धमकी दी गई। उनके साथ मारपीट की गई। घायल दलित अस्पताल में हैं।
