डबरा…. सड़क बनाने के लिए 500 पेड़ काटकर 5 हजार पौधे लगाने का भरा था बॉन्ड, लगाया एक भी नहीं
- बारिश का मौसम निकला लेकिन ठेका कंपनी ने बाॅन्ड के अनुसार नहीं किया पौधरोपण
- हरियाली गायब होने से बदसूरत दिख रहा डिवाइडर
शहर में 9 किलोमीटर लंबी रोड बनाने के लिए ठेका कंपनी ने 500 से ज्यादा हरे पेड़ काट दिए लेकिन दो साल का समय बीतने के बाद एक भी पौधा नहीं लगाया। जबकि ठेकेदार को पांच हजार पौधे लगाने की शर्त पर पेड़ काटने की परमिशन दी गई थी। इसके लिए नगर पालिका ने बांड भी भरवाया था।
खास बात यह है कि न तो एनएचएआई के अधिकारी इस ओर ध्यान दे रहे हैं और न नगरपालिका। दो साल से पूरे रोड से हरियाली गायब है और डिवाइडर खाली पड़ा है। इस बार भी बारिश का सीजन निकल चुका है लेकिन एक भी पौधा नहीं लगाया।
दरअसल दो साल पहले एनएचएआई द्वारा सिमरिया टेकरी से हरीपुर तक 9 किलोमीटर लंबे फोरलेन रोड का निर्माण कराया गया। जिसका काम एसकेएस कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया। रोड के निर्माण से पूर्व दोनों ओर हरे भरे पेड़ लगे हुए थे जिससे शहर की सौदर्यता बनीं हुई थी। रोड निर्माण में बाधा बन रहे इन पेड़ों को जब ठेका कंपनी द्वारा काटना शुरु किया गया तो नगरपालिका अधिकारियों द्वारा इसे रुकवा दिया गया। क्योंकि हरियाली बर्बाद हो रही थी।
पौधे लगाने का भरा था बांड
हालांकि बाद में ठेका कंपनी को पांच हजार पौधे लगाए जाने का बांड भरवाकर पेड़ काटने की परमिशन दे दी गई। लेकिन रोड को बने हुए दो साल का समय बीत है ठेका कंपनी द्वारा एक भी पौधा नहीं लगाया गया है। वहीं एनएचएआई द्वारा ग्वालियर-झांसी हाईवे के डिवाइडर पर तो पौधे लगवाए गए हैं, लेकिन शहर की सौदर्यता बढ़ाने वाला डिवाइडर खाली पड़ा हुआ है।
छोटे पेड़ तो सैकड़ों नष्ट
रोड बनाए जाने के दौरान 500 पेड़ तो ऐसे थे जो बड़े और छायादार थे। नगरपालिका द्वारा केवल इन्हीं पेड़ाें की गिनती कराई गई। जबकि सैंकड़ों की संख्या में ऐसे पेड़ भी काट दिए गए जो कि रोड किनारे रहने वालें लोगों द्वारा छाया के लिए लगाए गए थे। गर्मी के मौसम में इन घरों के बाहर हमेशा ही धूप बनीं रहती है। यहां से होकर धूप में पैदल गुजरने वालों को भी छाया नहीं है।
ड्रेनज सिस्टम भी पड़ा अधूरा
फोन लेन के निर्माण के साथ ही बारिश व सीवर पानी की निकासी के लिए रोड के दोनों ओर ड्रेनेज के लिए नाले का निर्माण भी कराया। लेकिन इसके निर्माण में ठेका कंपनी द्वारा कतई गंभीरता नहीं दिखाई गई है। अधिकांश जगह तो नाला अधूरा पड़ा है और कई जगह तो बीच बीच में इसे छोड़कर ज्वाइंट ही नहीं किया गया है। जिसकी वजह से यह सर्विस रोड तो धंसक ही रही है।
शहर से हरियाली और सौंदर्य हुआ गायब
फोनलेन बनने से पहले रोड जरुर सकरा था, लेकिन इसके दोनों ओर काफी पेड़ लगे होने की वजह से काफी हरियाली थी। जिसकी वजह से मेन रोड पर हरा भरा माहौल दिखाई देता था। लेकिन अब पेड़ कटने की वजह से यहां की पूरी हरियाली गायब हो गई है, जिससे सौदर्य भी दिखाई नहीं देता है। इसके अलावा डिवाइडर के भी खाली पड़ा होने की वजह से हवा चलने पर धूल उड़ती रहती है। नगरपालिका द्वारा भी ठेका कंपनी द्वारा पौधे लगाए जाने की आस में इस पर पौधे नहीं लगाए जा रहे हैं।
ठेकेदार को फिर पत्र भेजकर कहा जाएगा
रोड किनारे के लिए पेड़ काटने से पहले ठेकेदार से पांच हजार पौधे लगाए जाने का बांड भरवाया गया था। इसके लिए ठेकेदार को कई बार पत्र भेजकर पौधे लगाए जाने के लिए कहा गया। ठेकेदार को फिर से पत्र भेजकर पौधे लगाए जाने के लिए कहा जाएगा। –धर्मेद्र भदौरिया, प्रभारी सीएमओ, नपा, डबरा