खाद्य विभाग की निगरानी:मावा बाजार में दिखावे की सर्चिंग प्रभा इंटरनेशनल से टीम ने लिए दो नमूने
- मावा कारोबारी को दूसरे जिले की पुलिस द्वारा पकड़े जाने की चर्चा…..
त्योहार पर मावे की बिक्री और खपत दोनों बढ़ गई है पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को मावा बाजार में मावा ही नहीं मिल रहा है। मंगलवार को भी टीम ने मोर बाजार पहुंचकर मावा दुकानों की जांच का प्रयास किया पर इन्हें मावा मिला नहीं। एक सप्ताह पहले स्टेशन से मावा पकड़े जाने के बाद यहां के कारोबारियों ने अब मावा मंगाने व बिक्री तथा उसे रखने के ठिकाने बदल दिए हैं।
अभिहित अधिकारी संजीव खेमरिया ने कहा कि वे मावा बाजार पर सतत निगरानी रखे हुए हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश धाकड़ ने मंगलवार को एजी ऑफिस के पास प्रभा इंटरनेशनल स्वीट्स की जांच की। यहां से धाकड़ ने काजू कतली और घी का नमूना लिया।
उधर, मंगलवार को प्रदेश के किसी दूसरे जिले से ग्वालियर आकर मोर बाजार से एक मावा कारोबारी को पकड़ने और अपने साथ ले जाने की अफवाह दिनभर मोर बाजार में चलती रही। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शाम 4 बजे मोर बाजार की एक मावा की दुकान पर यह छापामारी हुई। जिस मावा कारोबारी को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की अफवाह फैली, वह मिलावटी मावा के कारोबार में पहले भी लिप्त रहा है।
स्थानीय जनकगंज थाना पुलिस को इस तरह की किसी कार्रवाई की कोई खबर नहीं है। अफवाह फैली कि पुलिस लेकर गई लेकिन संबंधित जिले के एसपी ने ऐसी किसी भी कार्रवाई से इनकार किया है। मोर बाजार में चर्चा रही कि जिस मावा कारोबारी को पुलिस ने पकड़ा है वह वर्तमान में भी भिंड-मुरैना से मिलावटी मावा को ग्वालियर होते हुए भोपाल-इंदौर तक पहुंचाने के कारोबार में लिप्त है और उसने एक ट्रांसपोर्ट कंपनी भी बना रखी है।