राजस्थान में कम हुआ चाइल्ड क्राइम …..नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने जारी की रिपोर्ट, MP में सबसे ज्यादा क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन के मामले दर्ज
राजस्थान में साल 2019 के मुकाबले साल 2020 में बच्चों पर अपराध के मामलों में थोड़ी कमी आई है, लेकिन वर्ष 2018 के मुकाबले बच्चों पर अपराध के मामले साल 2020 में ज्यादा है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 2020 में क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन के 6580 मामले दर्ज किए गए हैं।
वहीं साल 2018 में 5150 और साल 2019 में 7385 मामले दर्ज किए गए थे। साल 2020 में देश में सबसे ज्यादा क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन के 17008 मामले मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए हैं। नागालैंड में सबसे कम महज 31 मामले ही सामने आए।
बच्चों की पॉपुलेशन और क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन के मामलों की संख्या के आधार पर साल 2020 में सिक्किम में सबसे ज्यादा 71.4 प्रतिशत क्राइम रेट रही। सबसे कम मिजोरम में 3.8 प्रतिशत क्राइम रेट रही। वहीं राजस्थान में 23.4 प्रतिशत क्राइम रेट रही। पूरे देश में साल 2020 में 28.2 प्रतिशत क्राइम रेट के साथ कुल 1,22,064 क्राइम अगेंस्ट चिल्ड्रन के मामले दर्ज हुए।


बिहार, गोआ, झारखंड, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा और नागालैंड के अलावा 8 केंद्र शाषित प्रदेशों में बच्चों के सुसाइड का एक भी मामला सामने नहीं आया।