ग्वालियर: RTI एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी की पुलिस से झड़प !

ग्वालियर: RTI एक्टिविस्ट की पुलिस से झड़प, खूब चले लात-घूंसे… गिरफ्तार करने पहुंची थी

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी पीएमटी फर्जीवाड़ा मामले में गवाह बनकर सुर्खियों में आए. अब उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पर पुलिस पहुंची थी, लेकिन इस दौरान आशीष की पुलिस के साथ झड़प हो गई. आशीष चतुर्वेदी पर झांसी रोड थाने के सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा पर हमला करने का आरोप लगा है.

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी इस समय सुर्खियों में हैं. अब उन्हें पुलिस उनके घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी, जहां उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसी बीच आशीष चतुर्वेदी पर आरोप लगा है कि उन्होंने झांसी रोड थाने के सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा पर हमला किया है. बताया जा रहा है कि हमला उस वक्त किया गया जब आशीष को कोर्ट से जारी गिरफ्तारी वारंट पर पुलिस तलब करने उनके घर पहुंची थी. उन्हें बताया गया कि पुलिस कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट तामील कराने के लिए आई है और उन्हें गिरफ्तार होकर कोर्ट में पेश होना होगा.

इसके बाद आशीष चतुर्वेदी और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया. पुलिस के घायल सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा ने बताया है कि आशीष चतुर्वेदी ने अपना सिर दीवार में मार लिया और जब उसे ऐसा करने से रोका गया तो उसने सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा पर लात घूंसे से हमला कर दिया. इससे सब इंस्पेक्टर आशीष शर्मा के सीने और सिर में चोटें आई. घायल अवस्था में एसआई को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

नए-नए मामले दर्ज करने का लगाया आरोपवहीं इस विवाद में आशीष चतुर्वेदी भी मामूली रूप से घायल हो गया. पुलिस ने उसकी भी एमएलसी कराई. इसके बाद आशीष चतुर्वेदी को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पर्सनल बॉन्ड पर छोड़ दिया गया. आशीष का कहना है कि यह सब एसपी धर्मवीर सिंह के दबाव में किया जा रहा है. क्योंकि उसने कई मामलों में पुलिस के भ्रष्टाचार को उजागर किया है. इसलिए उसके खिलाफ नए-नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं. आशीष ने पुलिस को चेतावनी दी है कि वह इन कार्रवाई से दबने वाला नहीं है.

एडीजे कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी कियाउधर पुलिस का कहना है कि आशीष के खिलाफ एडीजे कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. उसे गवाही के लिए कई बार बुलाया जा चुका है, लेकिन वह हर बार कोई न कोई बहाना लगाकर गवाही से बचता था. इसलिए उसे पुलिस गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने के लिए उसके घर पहुंची थी. फिलहाल कोर्ट से आशीष को फौरी तौर पर राहत मिल गई है. 2 महीने पहले ही आशीष का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उसने अपनी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को ही अपशब्द बोले थे.

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