बचत की तैयारी:ई-व्हीकल से कचरा कलेक्शन होगा और अफसरों की सवारी भी, नगर निगम के हर माह बचेंगे 1.84 करोड़
ई-व्हीकल वाहन खरीदकर नगर निगम हर महीने डीजल-पेट्रोल पर खर्च होने वाले 1.84 करोड़ रुपए की बचत करने की तैयारी में है। पहले निगम के 66 वार्डों के लिए एक-एक ई-व्हीकल (रिक्शा) खरीदा जाएगा। यदि प्रयोग सफल रहा, तो इनकी संख्या में इजाफा होगा। ई-रिक्शा के सफल प्रयोग के बाद महापौर, सभापति, आयुक्त और क्लास वन अफसरों के लिए लग्जरी ई-व्हीकल खरीदे जाएंगे, जो समय पर चार्ज हो सकें। इसके लिए डीबी मॉल के पीछे स्थित निगम की डिपो पर चार्जिंग स्टेशन बनेगा।
निगम अभी सफाई, पैच रिपेयरिंग, फॉगिंग सहित अधिकारियों के वाहन में रोज डीजल और पेट्रोल देता है। औसतन प्रतिदिन डीजल 6000 हजार लीटर लगता है। वर्तमान में डीजल की कीमत के अनुसार हर महीने 1.80 करोड़ रुपए का डीजल वाहनों में डल जाता है, जबकि हर महीने पेट्रोल चार लाख रुपए का खर्च हो जाता है।
ई-रिक्शा से 750 किलो कचरा कलेक्शन
निगम जो ई-रिक्शा खरीदने की तैयारी कर रहा है। उसमें दो बॉक्स रहेंगे। एक बॉक्स 350 किलोग्राम का होगा। इस तरह एक ई-रिक्शा में 750 किलो कचरा कलेक्शन हो सकेगा। 66 वार्डों के लिए 1.86 करोड़ रुपए के ई-रिक्शा मंगाने का प्लान है।
नगर निगम ने तीन रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी
सड़कों पर बने डिवाइडरों के पास जमा मिट्टी हटाने निगम ने तीन रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी हैं। अब पांच छोटी रोड स्वीपिंग मशीनें -व्हीकल के रूप में खरीद जाएंगी। इस पर 55 लाख खर्च होंगे। ये मशीन अपने स्थान पर चारों तरफ घूमकर कचरा कलेक्शन कर सकेगी।
400 वाहन एक साथ चार्ज हो सकेंगे
डीबी मॉल के पीछे निगम का डिपो बना हुआ है। यहां सड़क किनारे बनी मार्केट की दुकानों के पीछे की दीवार पर 200 चार्जिंग प्वाॅइंट लगा दिया जाएगा। एक प्वाॅइंट पर दो वाहन एक साथ चार्ज हो सकेंगे। इस पर 400 वाहन एक बार में चार्ज हो सकेंगे। साथ ही जनरेटर सिस्टम भी लगाया जाएगा।
ई-व्हीकल से पेड़ों और रोटरी की धुलाई
निगम छोटी-छोटी जेटिंग मशीनों से पेड़ों, शौचालय, मूत्रालय और रोटरी की धुलाई करता है। ई-व्हीकल वाहन से डीजल की बचत होगी। निगम ने 5 जेटिंग मशीनें खरीदने की तैयारी कर ली हैं। निगम मच्छरों पर प्रहार करने के लिए 7 ई व्हीकल खरीदेगा। इनमें फॉगिंग व सेनिटाइजेशन करने की सिस्टम लगा होगा।
प्लानिंग है, प्रयोग के तौर पर करेंगे शुरू
नगर निगम सफाई के लिए ई-व्हीकल चलाने की तैयारी कर रहा है। यदि ये प्रयोग सफल होता है तो निगम के अिधकांश वाहन ई-व्हीकल के रूप में चलाए जाएंगे। इसके लिए इस सप्ताह ई-व्हीकल कंपनियों को बुलाया गया है। -किशोर कन्याल, आयुक्त, नगर निगम