नई बिल्डिंग तैयार अब शिफ्टिंग में उदासीनता ….हमीदिया की नई बिल्डिंग पीडियाट्रिक वार्ड, गायनी और आप्थेमाेलॉजी को होना है शिफ्ट; फायर सेफ्टी के खास इंतजाम

राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) से संबंध हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग में से एक बिल्डिंग (ब्लॉक-2) पीआईयू की तरफ से तैयार हो गई है। लोअर ग्राउंड + ग्राउंड+ 12 फ्लोर की बिल्डिंग में सुल्तानिया अस्पताल के साथ ही हमीदिया के पीडियाट्रिक और आप्थेमाेलॉजी विभाग को शिफ्ट किया जाना है। पहले 2020 में तैयार होने वाली बिल्डिंग के लिए पीआईयू की तरफ से बार-बार समय सीमा बढ़ाई गई। अब बिल्डिंग तैयार है। इसको हेडओवर करने के लिए पीआईओ की तरफ से हमीदिया अस्पताल प्रबंधन को पत्र भी लिखा गया है, लेकिन उस पर लंबे समय बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस लेटलतीफी का खामियाजा आम जनता को हादसों का शिकार हो कर भुगतना पड़ रहा है। हमीदिया में आग से 4 नवजातों की मौत के पहले सुल्तानिया अस्पताल की 100 साल पुरानी जर्जर बिल्डिंग की छत का प्लास्टर गिरने से एक महिला घायल हो गई थी।

इस बिल्डिंग की फायर सेफ्टी के लिए फायर हाइड्रेड के साथ ही स्मोक एक्सट्रेक्टर वाले एग्जास्ट लगाए गए है। धुएं को तुरंत बिल्डिंग के बाहर कर देंगे। साथ ही दरवाजे इस तरह के लगे है कि यदि आग लग जाए तो दो घंटे तक एक कमरे से आग को दूसरे कमरे में पहुंचने से रोके रखेंगे।

यह है खासियत

हमीदिया में बन रही इन नई बिल्डिंग की कई खासियत है। यहां प्रत्येक बेड पर नर्स कॉल सिस्टम है। जिससे मरीज जरूरत होने पर बेड के पास बना पैनिक बटन दबा कर नर्स या स्टाफ को बुला सकेंगा। बिल्डिंग में पब्लिक एड्रेस सिस्टम (PSA) की सुविधा है। इसकी मदद से पूरी बिल्डिंग में अनाउंसमेंट की सुविधा होगी। 4th फ्लोर पर 100 बिस्तर का प्राइवेट वार्ड होगा। यहां पर सिंगल, डबल डिलेक्स रूम होंगे। ब्लॉक-2 में पीडियाट्रिक, गायनी और 10वें फ्लोर पर आप्थेमाेलॉजी का वार्ड रहेगा।

12वें फ्लोर पर 300 लोगों के बैठने लेक्चर थिएटर

टीचिंग अस्पताल होने के चलते ब्लॉक-2 के 5वें से 11वें प्रत्येक फ्लोर को चार हिस्सों में बांटा गया है। दो हिस्से में वार्ड है। एक हिस्से में टीचिंग और दूसरे हिस्से में वेटिंग एरिया बनाया गया है। 12वें फ्लोर पर 300 लोगों की बैठने का लेक्चर थिएटर बनाया गया है। आग की घटनाओं को रोकने के लिए पूरी बिल्डिंग में सेंट्रल लाइन फायर फाइटिंग सिस्टम लगा हुआ है।

अंडरग्राउंड टनल और एलिवेटेड कॉरिडोर

ब्लॉक 1 से ब्लॉक-2 की बिल्डिंग में जाने के लिए अंडर ग्राउंड टनल की सुविधा है। साथ ही थर्ड फ्लोर पर एलिवेटेड कॉरिडोर दिया गया है। इसकी सुविधा से एक बार किसी भी बिल्डिंग में प्रवेश लेने पर डॉक्टर, स्टाफ, मरीज या कोई अन्य सुविधा के लिए बाहर निकलने की जरूरत नहीं होगी। टनल और एलिवेटेड कॉरिडोर की मदद से एक से दूसरे बिल्डिंग में आने-जाने की सुविधा होगी।

यह भी सुविधा

  • मरीजों को 24 घंटे गर्म पानी की सुविधा मिलेगी। यहां पर दोनों बिल्डिंग के ऊपर सोलर पैनल सिस्टम लगाने का प्रावधान किया गया है।
  • बिल्डिंग में फायर सेफ्टी के लिए स्मोक एक्सट्रेक्टर वाले एग्जास्ट लगाए गए है। धुएं को तुरंत बिल्डिंग के बाहर कर देंगे।
  • बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएस) लगा हुआ है। इससे बिल्डिंग में लाइट, एसी या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के खराब होने का तुरंत पता चल जाएंगा।

479 करोड़ का प्रोजेक्ट

हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग के लिए शुरुआत में 436 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। लेकिन बिल्डिंग में कई बदलाव के चलते बजट रिवाइज होकर 479 करोड़ रुपए बढ़ गया। इसमें ब्लॉक-1 करीब 165 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। ब्लॉक-2 126 करोड़ रुपए की लागत से और बाकी नर्सिंग हॉस्पिटल कम कॉलेज, मल्टीलेवल पार्किंग, गर्ल्स हॉस्टल, और कैंपस के डेवलपमेंट के लिए राशि स्वीकृत हुई।

ब्लॉक-2

लोअर ग्राउंड- फ्लोर- लॉड्री, प्लांट, सेट्रेल ड्रग स्टोर, मेडिकल रिकॉर्ड सेक्शन।

ग्राउंड फ्लोर- गायनी और पीडियाट्रिक की ओपीडी।

प्रथम तल- आईसीयू, सीसीयू, एचडीयू।

द्वितीय तल- 6 ऑपरेशन थिएटर (2 मॉड्यूलर+4 नॉन मॉड्यूलर)।

तृतीय तल- सेंट्रल स्ट्रेलाइज डिपार्टमेंट के साथ आईसीयू।

चौथे फ्लोर- 100 बिस्तर के प्राइवेट वॉर्ड- इसमें सिंगल, डबल बेड के अलावा डिलेक्स रूम की भी सुविधा।

5वें से 11 वें फ्लोर- प्रत्येक फ्लोर पर 120 बेड का वार्ड, 100 लोगों के बैठने वेटिंग एरिया, टीचिंग एरिया, क्लास रूम, फैकल्टी रूम।

12वें फ्लोर- 300 लोगों के बैठने की क्षमता का लेक्चर थिएटर बनाया गया है।

ब्लॉक-1

लोअर ग्राउंड फ्लोर में सेंट्रल किचन, एडमिन एरिया, कैफेटेरिया है। ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन सेवा, रेडियो डायनोसिस, पैथोलॉजी लैब है।

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