UP Assembly Elections 2022: सिकंदरपुर विधानसभा सीट का कौन होगा ‘सिकंदर’, जानिए इस सीट से जुड़ी हर अपडेट

सिकंदरपुर सीट पर 2017 में संजय यादव बीजेपी से विधानसभा पहुंचे. उन्होंने सपा के जियाउद्दीन रिजवी को शिकस्त दी थी.

उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. हम बात कर रहे हैं बलिया जिले के सिकंदरपुर विधानसभा सीट (Sikanderpur Assembly Seat) की जहां पर मुस्लिम मतदाता और पिछड़ी जातियों की संख्या चुनाव में निर्णायक होती है. इस विधानसभा क्षेत्र में सपा बनाम बसपा की लड़ाई देखी जाती है. 1989 से 2012 तक इस विधानसभा सीट पर सपा, बसपा, कांग्रेस सहित अन्य दलों को मौका मिलता रहा है, जबकि 2017 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है.

गुलाब की खेती और इत्र की खुशबू 

सिकंदरपुर विधानसभा (Sikanderpur Assembly Seat) को देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में इत्र के कारोबार के लिए जाना जाता है. इसका इत्र विदेशों तक अपनी खुशबू बिखेरता रहा है. लेकिन अब यह काम छोटे पैमाने पर रहा है. विदेशों में निर्यात कम होने के कारण यहां का कारोबार धीमा पड़ गया है. कुछ बड़े और पुराने कारोबारी ही इस काम को करते हैं. वहीं सिकंदरपुर को गुलाबों की नगरी भी कहा जाता रहा है. कभी इस क्षेत्र की बड़ी आबादी का जीवन गुलाब की खेती पर निर्भर था. लेकिन फूल की खुशबू भी अब दूर तक नहीं जाती है.

कौन कब पहुंचा विधानसभा

सिकंदरपुर का परिणाम देखें तो 1991 में कांग्रेसी मार्कंडेय इस विधानसभा सीट (Sikanderpur Assembly Seat) पर जीते. 1993 में दीनानाथ चौधरी समाजवादी पार्टी से जीते. 1996 में राजबरी विधानसभा पहुंचे. 2002 में जियाउद्दीन रिजवी समाजवादी पार्टी से विधायक बने. 2007 में बसपा के श्री भगवान विधानसभा का चुनाव जीते. 2012 में जियाउद्दीन रिजवी सपा से फिर विधायक बने. जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में संजय यादव बीजेपी से 69536 वोट पाकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के जियाउद्दीन रिजवी को शिकस्त दी. जियाउद्दीन इस चुनाव में 45988 वोट पाए थे.

कुल मतदाता

सिकंदरपुर विधानसभा (Sikanderpur Assembly Seat) में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 88 हजार 735 है. इसमें पुरुष मतदाता 156252 और महिला मतदाताओं की संख्या 132478 है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *