ग्वालियर में कलेक्टर की टाइम लिमिट भी खत्म, नहीं सुधरी व्यवस्था,अस्पतालाें पर कार्रवाई भी नहीं हुई
दमकल विभाग ने पिछले 15 दिनों में करीब 200 निजी अस्पतालों की जांच की। इनमें से एक भी अस्पताल सुरक्षा के मापदंडाें पर खरा नहींउतरा।
भोपाल के हमीदिया हास्पिटल में आग लगने की घटना के बाद ग्वालियर में निजी एवं सरकारी अस्पतालाें में फायर एनओसी एवं अग्निशमन सेवाओं की जांच की गई थी। इस दाैरान अभी तक केवल नोटिस देने का खेल चल रहा है, लेकिन अभी तक इन अस्पतालों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। इसके कारण अस्पतालों में जो हालत पहले थे, वहीं बने हुए हैं। जबकि कलेक्टर ने जिले के अस्पतालों को 15 दिन का समय दिया था, लेकिन यह समय भी निकल चुका है। अभी तक दमकल विभाग इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका है।
दमकल विभाग ने पिछले 15 दिनों में करीब 200 निजी अस्पतालों की जांच की। इनमें से एक भी अस्पताल सुरक्षा के मापदंडाें पर खरा नहीं उतरा। जांच में किसी भी अस्पताल के पास फायर एनओसी नहीं मिली, इसके साथ ही सुरक्षा उपकरण आदि भी नहीं मिले। इन सभी अस्पतालों को नोटिस जारी किए गए हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई आज तक नहीं की गई। वहीं अभी होटल, मॉल, रेस्टोरेंट, सिनेमा हाल, आदि की जांच भी की जाना है, लेकिन यह जांच आज तक प्रारंभ नहीं हो सकी है। जबकि नियम है कि इन सभी को खोलने से पहले फायर विभाग की एनओसी लेना होती है, लेकिन शहर में बिना फायर एनओसी के सभी प्रतिष्ठान संचालित हाे रहे हैं। ऐसे में अगर कोई आगजनी की घटना होती है, तो जान माल की भारी क्षति हो सकती है। खास बात यह है कि जिन अस्पतालाें में जांच के दाैरान कमियां मिली हैं, वहां दाेबारा टीम पहुंची ही नही है। जिससे पता चलता कि व्यवस्थाओं में सुधार हुआ भी है या अव्यवस्थाएं अब भी बनी हुई हैं।