Punjab Assembly Election 2022: अकाली दल के गढ़ कोटकापुरा सीट पर आम आदमी पार्टी ने की थी सेंधमारी, जानिए इससे जु़ड़ी हर अपडेट

कोटकापुरा सीट पर सबसे ज्यादा बार अकाली दल ने जीत दर्ज की है. 2017 में इस सीट पर ‘आप’ के कुलतार सिंह विधायक चुने गए.

पंजाब की कोटकापुरा विधानसभा सीट (Kotkapura Assembly Seat) प्रदेश की 117 विधानसभा सीटों में से एक है. यह सीट फरीदकोट जिले में पड़ती है. इस सीट का संसदीय क्षेत्र भी फरीदकोट ही है. 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते कुलतार सिंह संधावां विधायक चुने गए हैं. वह पहली बार विधायक बने हैं.

पिछले 10 विधानसभा चुनावों के परिणाम

फरीदकोट विधानसभा सीट (Kotkapura Assembly Seat) पर 1972 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के जसविंदर सिंह विधायक चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के जोरा सिंह बरार को हराया था.

1977 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी जसविंदर सिंह दूसरी बार विधायक चुने गए. इस बार उन्होंने कांग्रेस पार्टी के गुरुचरण सिंह को हराया था.

1980 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के भगवान दास ने निर्दलीय उम्मीदवार महेंद्र सिंह को हराया था और विधायक चुने गए थे.

1985 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के मोहिंदर सिंह बरार ने कांग्रेस पार्टी के उपेंद्र कुमार शर्मा को शिकस्त दी थी और वह विधायक चुने गए थे.

1992 के विधानसभा चुनाव में उपेंद्र शर्मा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बने. उन्होंने बसपा के नरेंद्र सिंह को हराया था.

1997 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार मंतर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी मोहिंदर सिंह को हराया था.

2002 के विधानसभा चुनाव में मंतर सिंह शिरोमणि अकाली दल के टिकट पर चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बने. उन्होंने कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार प्रोफेसर विभा शर्मा को हराया था.

2007 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रिपजीत सिंह इस सीट से विधायक चुने गए. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी मंतर सिंह को हराया था.

2012 विधानसभा चुनाव के आंकड़े

2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Kotkapura Assembly Seat) पर शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार मंतर सिंह बराड़ विधायक चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के रिपजीत सिंह को हराया था. इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के मंतर सिंह बराड़ को 49,361 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के रिपजीत सिंह को 31,175 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार उपेंद्र शर्मा थे, जिन्हें 15,202 वोट मिले थे, जबकि चौथे नंबर पर पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब के उम्मीदवार प्रदीप सिंह थे, उन्हें 6,927 वोट मिले थे ,जबकि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के पवनप्रीत सिंह को 3,184 वोट मिले थे.

2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टियों का वोट शेयर

2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Kotkapura Assembly Seat) पर शिरोमणि अकाली दल का वोट शेयर सबसे अधिक 44 27 प्रतिशत था. कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 27.96 प्रतिशत था, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार का वोट शेयर 13.63 प्रतिशत था. पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब का वोट शेयर 6.21 प्रतिशत था.

2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे

2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Kotkapura Assembly Seat) पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलतार सिंह संधावां विधायक चुने गए. उन्होंने कांग्रेस के भाई हरनिरपाल सिंह को हराया था. इस चुनाव में आप के कुलतार सिंह को 47,401 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के भाई हरनिरपाल सिंह को 37,326 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर शिरोमणि अकाली दल के मंतर सिंह थे, जिन्हें 33,895 वोट मिले थे. चौथे नंबर पर बसपा के राम अवतार सिंह थे,जिन्हें 1,278 वोट मिले थे.

2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टियों का वोट शेयर

2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Kotkapura Assembly Seat) पर आम आदमी पार्टी का वोट शेयर सबसे अधिक 38.97 प्रतिशत था. कांग्रेस का वोट शेयर 30.69 प्रतिशत शिरोमणि अकाली दल का वोट शेयर 27.87 प्रतिशत और बसपा का वोट शेयर 1.5 प्रतिशत था.

पंजाब की राजनीति में 2017 विधानसभा चुनाव के पहले दो प्रमुख पार्टियां थी, जिनके बीच चुनावी जंग रहती थी, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के आने के बाद यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था. आम आदमी पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रदेश  की 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी.

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