Punjab Assembly Election 2022: लांबी सीट पर पांच बार CM रहे प्रकाश सिंह बादल का वर्चस्व, जानिए इससे जुड़ी हर अपडेट
लांबी सीट पर प्रकाश सिंह बादल ने लगातार पांच बार जीत दर्ज की है. 2017 में उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हराया था.
पंजाब राज्य की लांबी विधानसभा सीट (Lambi Assembly Seat) प्रदेश की 117 विधानसभा सीटों में से एक है. यह सीट शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता और पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल की परंपरागत सीट है. वह 1957 में पहली बार विधायक बने थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट (Lambi Assembly Seat) पर मुकाबला काफी दिलचस्प था. एक तरफ शिरोमणी अकाली दल के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल थे तो दूसरी तरफ कांग्रेस के कद्दावर नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह थे. लेकिन इस चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा था.
पिछले चुनावों के परिणाम
लांबी विधानसभा सीट (Lambi Assembly Seat) पर 1977 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी गुरदास सिंह विधायक बने थे. उन्होंने कांग्रेस के गुरुदर्शन सिंह को हराया था. 1980 में शिरोमणि अकाली दल के हरदीप इंदर ने कांग्रेस के उम्मीदवार गुरुदर्शन को हराया था.
1985 में शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार हरदीप इंदर दूसरी बार विधायक चुने गए. इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी बलविंदर सिंह को हराया था. 1992 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के गुरनाम सिंह चुनाव जीतकर विधायक बने. उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी नवतेज सिंह को हराया था.
1997 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल विधायक चुने गए. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार गुरनाम सिंह को हराया था. इस चुनाव में प्रकाश सिंह बादल को 52,963 वोट मिले थे.
2002 के विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल इस सीट (Lambi Assembly Seat) से दूसरी बार विधायक चुने गए. इस बार उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी महेश इंदर सिंह को हराया था. इस चुनाव में उन्हें 50,545 वोट मिला था.
2007 के विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल ने इस सीट (Lambi Assembly Seat) से लगातार तीसरी जीत दर्ज की. उन्होंने इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे महेश इंदर को हराया था.
2012 के विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल ने लगातार चौथी बार इस सीट (Lambi Assembly Seat) से विधायक चुने गए. उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस के प्रत्याशी महेश इंदर सिंह को हराया था. इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी प्रकाश सिंह बादल को 67,997 वोट मिला था, जबकि कांग्रेस के महेश इंदर सिंह को 46,260 वोट मिला था.
2012 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने पूर्ण बहुमत की पंजाब में सरकार बनाई थी. इस चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने 56 सीटें जीती थी, जबकि उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं कांग्रेस पार्टी ने 46 सीटों पर जीत दर्ज की थी और 3 सीटें अन्य के खाते में गई थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल के दिग्गज नेता प्रकाश सिंह बादल ने लगातार 5वीं बार लांबी सीट से जीत दर्ज की. इस बार उनका मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह से था. कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा था.
शिरोमणि अकाली दल और भाजपा सरकार के 10 साल के शासन के बाद कांग्रेस ने 2017 में वापसी करते हुए उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया था. 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी. शिरोमणि अकाली दल और भाजपा गठबंधन मात्र 18 सीटें जीतने में कामयाब रहा था, जबकि आम आदमी पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी. दो सीटें लोक इंसाफ पार्टी के खाते में गई थीं.
पंजाब में पूर्ण बहुमत की कांग्रेस सरकार बनने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन सरकार के आखिरी दिनों में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच हुए विवाद के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी बनाए गए हैं.