भिंड में मंदिर टूटा तो उभर आया प्राचीन कुआं …. सड़क से मंदिर हटाने पहुंचे नपा अफसरों पर फूटा गुस्सा, विधायक समेत सैकड़ों कांग्रेसियों ने दिया धरना
भिंड शहर में धनवंतरी कॉम्प्लेक्स के पास यातायात में बाधित बन रहे मंदिर को हटाए जाने को लेकर नगर पालिका कर्मचारी, जिला प्रशासन व पुलिस दलबल के साथ पहुंचा। मंदिर को हटाए जाने को लेकर जैसे ही हिटैची मशीन आगे बड़ी यह खबर सुनते ही सैकड़ों की तादाद में शहर वासी मंदिर हटाए जाने के विरोध में खड़े हो गए। भीड़ पर कंट्रोल पाने के लिए पुलिस बल ने सख्ती दिखाई। आधा दर्जन विरोध करने वालों को पकड़कर कोतवाली ले गए। यह खबर लगते ही कांग्रेसी विरोध में आ गए। गोहद विधाायक मेवाराम जाटव समेत कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाह ने थाना परिसर में धरना दे दिया।
यह दृश्य मंगलवार की दोपहर धनवंतरी कॉम्प्लेक्स के बाहर देखने को मिला। यहां शहर की मुख्य सड़क से लेकर कोतवाली थाने तक बवाल मचा रहा। दोपहर के समय नगर पालिका अफसर दल बल के साथ यातायात में बाधित बन रहे मंदिर को हटाने पहुंचा। इस दौरान दो दर्जन के आस पास नगर पालिका की हिटैची मशीन के सामने आकर खड़े हो गए। वे सीधे तौर पर मंदिर हटाए जाने का विरोध करने लगे। मंदिर हटाए जाने में बाधक बनता देख प्रशासनिक अफसरों के आदेश पर पुलिस बल आगे बड़ा और विरोध करने वाले आधा दर्जन शहर वासियों को पकड़कर थाने में बैठा दिया। इसमें कुछ लोगों बीजेपी सपोर्टर थे तो कुछ कांग्रेस सपोर्टर।
इसी दौरान शहर में उपस्थित कांग्रेस के गोदह विधायक मेवाराव जाटव और कांग्रेस जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाह को लगी तो वे कोतवाली थाने पहुंचे। कांग्रेसियों को थाने पहुंचते ही भारी पुलिस बल बुला लिया गया और हर मोर्चा पर पुलिस तैयार हो गई। थाना के बाहर कांग्रेस विधायक मेवाराम जाटव व जिलाध्यक्ष समेत अन्य कांग्रेसियों ने नारेबाजी शुरू कर दी और बिना शर्त छोड़े जाने की मांग करते रहे। इधर जिला प्रशासन ने मंदिर में स्थित देवी प्रतिमा, शिवलिंग समेत अन्य प्रतिमाओं को विधि विधान से पूजन कर वायरलेस ऑफिस में रखवाई।
तुड़ाई में 200 साल पुराना देखा कुआं
भिंड शहर में धनवंतरी कॉम्प्लेक्स के पास सड़क पर बने मंदिर को हटाने के दौरान कई श्रद्धालुओं ने विरोध किया। पुलिस बल की दम पर प्रशासन मंदिर तोड़ने में सफल रहा। मंदिर की तुड़ाई के बाद मूर्तियों हटाई गई। इसके बाद मंदिर की फर्सी उखड़ी गई तभी प्राचीन कुआ उभर आया। यह देख कर नगर पालिका समेत अन्य प्रशासनिक अफसर हक्के बक्के रह गए। इसके बाद यह मंदिर लोगों में चर्चा का विषय बन गया। अब जिला प्रशासन कुआ को बंद कराकर सड़क का चौड़ीकरण करेगा।