IAS सर्विस मीट स्थगित होने पर सवाल …. राज्य निर्वाचन आयुक्त बोले- मीट स्थगित का कारण कोरोना नहीं; अब चर्चा पुलिस कमिश्नर सिस्टम से नाराजगी
मध्य प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए IAS सर्विस मीट को स्थगित होने पर चर्चा तेज हो गई है। दरअसल शनिवार को पूर्व मुख्य सचिव और राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि मीट स्थगित होने का कारण कोरोना नहीं है। इसके बाद चर्चा तेज हो गई है कि प्रदेश में लागू होने जा रहा पुलिस कमिश्नर सिस्टम से आईएएस अधिकारियों में नाराजगी को कारण बताया जा रहा है।
शनिवार को पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान पर राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह से प्रेसवार्ता में सवाल किया गया कि कोरोना के केस बढ़ रहे है। आईएएस एसोसिएशन ने अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया। इस पर बसंत प्रताप सिंह ने जवाब दिया कि प्रदेश में कुल 128 केस है। हम भी आईएएस अधिकारी है। भूतपूर्व। उन्होंने आगे कहा कि उसके कई कारण है। कोरोना उसका कारण नहीं है।
बता दें भोपाल में 17 से 19 दिसंबर तक आईएएस मीट प्रस्तावित थी। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करने वाले थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं अपर मुख्य सचिव आईपीसी केसरी ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट के फैलने की आशंका को ध्यान में रख कर मीट को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। केसरी ने आयोजन को टालने की सलाह दी थी।
पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने का विरोध अप्रत्यक्ष तौर पर आईएएस लॉबी ने वर्ष 2008 में शुरू कर दिया था। दरअसल आईएएस लॉबी पुलिस को अधिकार देने के पक्ष में नहीं है। पुलिस कमिश्नर सिस्टम से प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के मामलों में मजिस्ट्रेट के अधिकार DCP और ACP के पास आ जाएंगे। सरकार जरूरत के हिसाब से DCP पदस्थ करेगी, जो एसपी रैंक के होंगे।आर्म्स, आबकारी और बिल्डिंग परमिशन की NOC देने जैसे अधिकार भी पुलिस के पास होंगे।