स्वच्छ सर्वेक्षण 2021:इंदौरी कंपनी के 56 कर्मियों के जिम्मे शहर को सफाई में अच्छे नंबर दिलाने का जिम्मा, फीस एक करोड़ रुपए
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के परिणाम के बाद सामने आई कमियों से सबक लेकर निगम ने की तैयारी
2022 में होने वाली सफाई की परीक्षा में अच्छे नंबर लाने नगर निगम ने जुगत लगाना शुरू कर दी है। सबसे बड़ा दाव इंदौरी कंपनी पर लगाया है। यह कंपनी सालभर कचरा कलेक्शन, सेग्रिगेशन, आईईएस एक्टिविटी तो करेगी ही सर्वे में लगने वाले दस्तावेज तैयार करवाने में अफसरों की मदद करेगी। कंपनी 56 मैन पॉवर लगाएगी। कंपनी निगम ने एक करोड़ रुपए की भारी भरकम फीस लेगी।
टेंडर और करार होने के बाद कंपनी के 30 से ज्यादा ने कर्मचारियों ने काम संभाल लिया है। स्वास्थ्य विभाग का 1150 कर्मचारियों का अमला निर्धारित व्यवस्था के अनुसार सफाई करेगा, वो अलग। 20 नवंबर को जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के परिणामों में सामने आई कमियों से सबक लेकर निगम ने यह कवायद शुरू की है। 1 से 10 लाख तक की आबादी वाले 372 शहरों में नगर निगम की 42वीं रैंक बनी थी।
7500 अंक की होगी सफाई की परीक्षा – नई गाइड लाइन के अनुसार 2022 का स्वच्छ सर्वेक्षण 7500 अंक का होगा, जबकि दो साल से 6000 अंक का हो रहा था। 1500 अंक बढ़ाने के साथ नए मापदंड जोड़ दिए हैं। इनमें आपदा प्रबंधन की तैयारी और कचरा प्रबंधन की डिजीटल ट्रेकिंग, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और सेग्रिगेशन की डिजिटल ट्रैकिंग समेत कुछ अन्य पाइंट शामिल हैं। टाइम लाइन के अनुसार मुख्य सर्वेक्षण जनवरी में है। दिसंबर तक सर्विस लेवल प्रोग्रेस 3 चरण निपट जाएंगे।
2022 के सर्वेक्षण में किसके-कितने अंक
- सर्विस लेवल प्रोग्रेस (3000 अंक) – सेग्रिगेशन कलेक्शन, प्रोसेसिंग एंड डिस्पोसल, सफाई मित्र सुरक्षा, डिजिटल ट्रैकिंग
- सिटीजन वाइस (2250 अंक) – फीडबैक, एंगेजमेंट, एक्सपीरिएंस, स्वच्छता एप, डिस्साटर, एपीडेमिक रिस्पांस, वाइस ऑफ फ्रीडम फाइटर, इनोवेशन
- सर्टिफिकेशन (2250 अंक) – जीएफसी स्टार रेटिंग (1250 अंक), ओडीएफ प्लस/डबल प्लस/वाटर प्लस (1000)
5 सालों में शहर की रैंकिंग
साल रैंक/शहर
- 2016 79/-
- 2017 48/500
- 2018 72/4203
- 2019 62/6000
- 2020 49/4242
- 2021 42/372