भिंड … अर्धवार्षिक परीक्षा के पेपर वायरल मामले में कार्रवाई ……. फूप हायर सेकंडरी स्कूल के परीक्षा कक्ष प्रभारी सस्पेंड, उनके बेटे से जुड़े ग्रुप पर वायरल हुआ था 12वीं का गणित का पेपर
कक्षा 9वीं से 12वीं तक की अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर खुलने से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। दैनिक भास्कर ने लगातार दो दिन यह मुद्दा उठाया तो प्रशासन हरकत में आया। बुधवार को कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर से 48 घंटे में जवाब मांगा है।
वहीं जिला शिक्षा अधिकारी ने इसी मामले में फूप के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा कक्ष प्रभारी को निलंबित कर दिया है क्योंकि 12वीं का गणित का पेपर तय तारीख से एक दिन पहले ही शिक्षक के बेटे से संबंधित ग्रुप में वायरल हो गया था। इसकी शिकायत फूप थाने में हुई थी।
इन दिनों प्रदेश में कक्षा 9वीं से 12वीं तक की अर्द्धवार्षिक परीक्षा चल रही है। इस परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र भोपाल से तैयार किए गए हैं लेकिन सभी प्रश्न पत्र निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खुलने के 24 से 48 घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिससे यह परीक्षा एक मजाक बनकर रह गई है।
इन प्रश्न पत्रों की पूरी आंसर शीट भी यू-ट्यूब पर छात्रों को बड़ी सहजता से मिल रही है। दैनिक भास्कर ने 7 दिसंबर और 8 दिसंबर के अंक में यह मुद्दा प्रमुखता से छापा तो बुधवार को कलेक्टर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी तोमर को नोटिस जारी कर दिया। साथ ही कहा है कि हाईस्कूल व हायर सेकंडरी की अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने से जिले की छवि धूमिल हुई है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि परीक्षा संबंधी सामग्री की सुरक्षा और निगरानी में चूक हुई है। कलेक्टर ने इस मामले में डीईओ से 48 घंटे के भीतर जवाब मांगा है।
कलेक्टर ने डीईओ से 48 घंटे में जवाब मांगा, जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी गठित, तीन दिन में देगी रिपोर्ट
भास्कर लगातार… छात्र हित में सबसे पहले मुद्दा उठाया
शिक्षक के बेटे के ग्रुप पर वायरल हुआ था गणित का पेपर कक्षा 12वीं का गणित का पेपर 4 दिसंबर को था लेकिन 3 दिसंबर को फूप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक कमलेश श्रीवास के बेटे ऋषि श्रीवास के ग्रुप पर यह पेपर वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि ऋषि भी बच्चों को गणित की प्रायवेट ट्यूशन पढ़ाता है जबकि कमलेश श्रीवास विद्यालय के परीक्षा कक्ष के प्रभारी थे। इसकी शिकायत कुछ छात्र छात्राओं ने फूप थाना में की थी। वहीं इस मामले में जब कलेक्टर ने डीईओ पर नाराजगी जाहिर की तो जिला शिक्षा अधिकारी तोमर ने शिक्षक कमलेश श्रीवास को निलंबित कर दिया है।
यह तो छात्रों से अन्याय है ….12वीं की रसायन विज्ञान की परीक्षा सोशल मीडिया पर वायरल पेपर से कराई गई
12वीं की रसायन विज्ञान की परीक्षा 8 दिसंबर को हुई। इसका पेपर एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल था। दैनिक भास्कर ने 8 दिसंबर के अंक में इससे संबंधित खबर के साथ वायरल पेपर की कॉपी भी छापी थी। इसके बावजूद बुधवार को उसी वायरल पेपर से परीक्षा ली गई।
पांच सदस्यीय कमेटी से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर खुलने के 24 से 48 घंटे पहले सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी हरभवन सिंह तोमर ने एक कमेटी गठित कर दी है, जिसमें सहायक संचालक आरपी नागर, भिंड बीईओ एमके तायल, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल अकोड़ा के प्राचार्य सुरेश गौतम, शासकीय हाईस्कूल गिर्जुरा के प्राचार्य मांझी, डीईओ दफ्तर के बाबू सुरेश शाक्य को शामिल किया गया है। इनसे तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।