भू-माफियाओं ने फर्जी तरीके जमीन अपने नाम की …. किसान का आरोप – शिकायत के बाद भी 6 सालों से कार्यालयों के चक्कर खा रहा हूं, सुनवाई नहीं हो रही
जिले के सुसनेर में एक किसान की जमीन फर्जी व्यक्ति द्वारा बेचने का मामला सामने आया है। बाले-बाले बेच दी गई जमीन की जानकारी लगने के बाद किसान करीब 6 साल से भी ज्यादा समय से रजिस्ट्री खारिज कराने और दोषियों पर कार्यवाही के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है। किसान का अाराेप है कि भू-माफियाओं पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।
आगर मालवा जिले के सुसनेर तहसील के ग्राम नांदना के किसान रोडू लाल ने एक बार फिर से एसडीएम सुसनेर को शिकायती आवेदन दिया है। आवेदन अनुसार किसान रोडूलाल की सर्वे क्रमांक 15/2 रकबा 0.49 हेक्टर जमीन की भू-माफियाओं द्वारा 2015 में फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा दी गई है। जिसका नामांतरण भी मिलीभगत कर फरवरी 2016 में करा दिया गया है। फर्जीवाड़े की जानकारी लगने के बाद किसान ने रजिस्टार कार्यालय से रजिस्ट्री निकलवाई तो उसके होश उड़ गए। रजिस्ट्री में जमीन की डिटेल के साथ ही विक्रेता में उसका नाम अंकित था और फोटो किसी ओर की लगी हुई थी। खरीददार में इंदौर निवासी विकल्प मूंदड़ा का नाम अंकित था। जब किसान ने जैसे-तैसे नामांतरण पंजी की कॉपी हासिल की तो पता चला कि नामांतरण पंजी की मूल प्रति रिकार्ड से गुम हो चुकी है। जो कॉपी किसान को मिली, उसमें भी तहसील कार्यलय द्वारा पंजी का गुम होना दर्ज किया गया है।
किसान के अनुसार तभी से ही पीड़ित किसान द्वारा तहसीलदार, एसडीएम, जनसुनवाई सहित पुलिस को भी कई बार शिकायती आवेदन दिया जा चुका है। लेकिन आज तक फर्जी लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है। न ही जांच कर फर्जी रजिस्ट्री को खारिज किया गया है। जिसके चलते अब भू माफिया उसकी जमीन का फर्जी नामांतरण के माध्यम से तहसील कार्यालय के कंप्यूटर खसरा-बीवन में नाम का अपडेशन कराना चाहते हैं। जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए, अन्यथा उसकी आय का एक मात्र साधन उससे छीना न जा सके।
मामले में सुसनेर एसडीएम सोहन कनास के अनुसार नांदना के किसान द्वारा उसकी जमीन की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत मिली है। प्रथम दृष्टया जो किसान ने कागज दिए हैं, उसमें रजिस्ट्री में क्रेता की जगह किसी ओर का फोटो लगा हुआ दिख रहा है। ऐसे में गड़बड़ी की आशंका दिखाई दे रही है। मामले में संबंधित विभागों से दस्तावेजों की जांच की जाएगी। यदि मामला सही पाया जाता है तो उसमें कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
जिले में भू माफियाओं द्वारा जमीनों की हेराफेरी का यह मामला कोई नया नहीं है। इससे पहले भी कई बार भू माफियाओं द्वारा बेशकीमती जमीनों की हेराफेरी के कई मामले सामने आ चुके है, लेकिन अब तक किसी भी भूमाफिया पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद हो चुके हैं।