केंद्रीय राज्यमंत्री का अजीब ब्यान …. मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल बोले- दमोह में न करें अतिथियों का सत्कार, कुंडलपुर गजरथ महोत्सव में आने वाले अतिथि दमोह से सत्कार का अभाव लेकर
दमोह में आने वाले अतिथि दमोह से सत्कार का अभाव लेकर जाएं। यह कहना है केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का। अब यह भी जान लीजिए कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा है। अगले माह फरवरी तक देश के प्रमुख जैन तीर्थ स्थलों में शामिल कुंडलपुर में गजरथ महोत्सव का आयोजन होना प्रस्तावित है। आचार्य विद्यासागर महाराज और अनेक संत यहां पहुंच चुके हैं। हजारों की संख्या में लोग यहां पर एकत्रित हो रहे हैं। इस विशाल भव्य आयोजन में देश-विदेश से लाखों लोग पहुंचेंगे। आयोजन की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार भी विशेष प्रयास कर रही है। रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी कुंडलपुर में आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे। लेकिन वहां से लौटने के बाद उन्होंने अपने दमोह स्थित शासकीय आवास पर पत्रकारों के माध्यम से दमोह की जनता से एक अपील की, जो सभी को आश्चर्य में डाल रही है। वह एक तरफ तो आयोजन की विशालता का जिक्र कर रहे हैं और वहीं ये भी कह रहे हैं कि आयोजन में दमोह पहुंचने वाले अतिथियों को सत्कार का अभाव होना चाहिए।
यह हो सकता है कारण
बीते लोकसभा चुनाव में जैन समाज प्रहलाद पटेल से नाराज हो गई थी। जैन समाज ने एक सामूहिक बैठक कर प्रह्लाद पटेल को वोट ना देने का निश्चय किया था, हालांकि वह बहुत अच्छे वोटों से चुनाव जीते थे। इस बार उनकी लोकप्रियता कम हुई है और वह इसी कारण जैन समाज को साधने में जुटे हैं। ऐसा हो सकता है कि उनके कुंडलपुर दौरा कार्यक्रम के दौरान समाज के लोगों ने उन्हें अपनी ठीक-ठाक प्रतिक्रिया ना दी हो और इसलिए उन्होंने मीडिया के सामने यह अपील की इस आयोजन में आने वाले अतिथियों का सत्कार ना किया जाए।
ये है मंत्री जी की अपील
उन्होंने कहा कि कुंडलपुर में एक महाउत्सव होने वाला है। उसके बारे में अभी विचार विमर्श हुआ, राज्य सरकार से मार्गदर्शन मिला है। उन सभी बातों को सुनिश्चित करना है। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैं फिर वही पुनरावृत्ति करूंगा कि जिले का कोई भी वर्ग हो, इतने बड़े कार्यक्रम ऐसे कार्यक्रम विरले होते हैं, इसलिए मैं मानता हूं कि दमोह की धरती पर जो भी आए अतिथि के रूप में वह सत्कार का अभाव लेकर यहां से जाए।