इंदोर …. एमडी ड्रग्स का मामला ….. सागर जैन का 8वां मोहरा निकली मानसी; यानी, 13 माह में भी उसका पूरा रैकेट ध्वस्त नहीं कर पाई इंदौर पुलिस
शनिवार को 10 लाख की एमडी ड्रग्स के साथ पकड़ी गई पूर्व एयर होस्टेस मानसी सिंह, सरगना सागर जैन के रैकेट का आठवां मोहरा निकली। चार साल में वह ढाई करोड़ की एमडी ड्रग्स इंदौर में खपा चुकी है। दो नए किरदार भी सामने आए हैं। दोनों गिरफ्त से बाहर हैं। इनमें से एक का नाम विकास कटियार हैै।
सागर 25 नवंबर 2020 को पकड़ा गया था, अभी तक उसके मोहरे ड्रग्स सप्लाय कर रहे हैं। यानी 13 माह में भी पुलिस पूरा रैकेट ध्वस्त नहीं कर पाई। क्राइम ब्रांच एडीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर का कहना है कि महिला की जानकारी थी, लेकिन अन्य आरोपियों की पड़ताल में लगे होने से तब इसे ट्रैक नहीं कर पाए थे।
ये हैं शहर में एमडी ड्रग्स का रैकेट चलाने वाले 8 अहम किरदार
- (इन 8 लोगों ने 5 सालों में शहर को एमडी ड्रग्स का मुख्य गढ़ बना दिया। इनके अब भी कुछ सक्रिय पेडलर्स हैं जो पुलिस के लिए चुनौती हैं।)
मानसी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर
पुलिस के अनुसार, मानसी सिंह का तीन दिन का रिमांड मिला है। उसकी एक साल की बेटी (जिसके डाइपर में वह ड्रग्स लाई थी) को बहन के सुपुर्द कर दिया है। मानसी के पिता एयर इंडिया से रिटायर हैं। पति अब्दुल सैयद बहरीन में कंसल्टेंसी चलाता है।
ऐसे खुला था ड्रग्स रैकेट
शहर में एमडी ड्रग्स का रैकेट का खुलासा बांग्लादेशी देह व्यापार गिरोह से हुआ था। विजयनगर पुलिस ने बाणगंगा क्षेत्र के घर में बंधक बनाकर रखी गईं दो लड़कियों को छुड़ाया था। उसी केस की पड़ताल में सागर जैन सहित ये तमाम चेहरे सामने आए।