मुरैना …. नाबालिग को नहीं मिला न्याय:मर्ग कायम कर पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाला मामला
- दो माह बीतने को, पुलिस नहीं ले रही मामले में रुचि
- जयपुर से शादी करने मुरैना आया था नाबालिग, सिकरौदा रेलवे स्टेशन पर ट्रेक पर पड़ा मिला था उसका शव
मुरैना में नाबालिग सोनू शर्मा की मौत का मामला पुलिस ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है। नाबालिग शादी करने के लिए जयपुर से मुरैना आया था। यहां उसकी लाश सिकरौदा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेक पर पड़ी मिली थी। वह घायल अवस्था में था। उसके सिर में गंभीर घाव था। परिजन उसे लेकर ग्वालियर जयारोग्य चिकित्सालय गए थे, जहां उसकी मौत हो गई थी। मुरैना की सिविल लाइन थाना पुलिस ने इस मामले की कायमी करने में एक माह लगा दिया। अब उसमें मर्ग कायम कर ठंडे बस्ते में डाल दिया है। नाबालिग सोनू शर्मा की उम्र 17 वर्ष थी। वह जयपुर में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था। वह जयपुर से मुरैना अपनी शादी करने आया था। 14 नवंबर को उसकी लाश सिकरौदा रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रेक पर पड़ी मिली थी। पुलिस द्वारा मामला गंभीरता से न लेने पर लगभग 200 लोगों ने सिविल लाइन थाना घेरा था। इस पर पुलिस ने बाद में लोगों के दवाब में मामले की कायमी की थी।
पूरा मामला संक्षेप में
नाबालिग युवक सोनू शर्मा पुत्र स्व. बादशाह शर्मा, उम्र 16 वर्ष, निवासी हड़मासी, थाना बागचीनी जयपुर में काम करता था। वह वहां किसी संस्था में कम्प्यूटर ऑपरेटर था। उसके ताऊ के लड़के की सिकरौदा में ससुराल थी। बताया जाता है कि युवक का सिकरौदा में ही किसी लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उससे शादी करना चाहता था। उस लड़की के माता-पिता ने उसको शादी करने के लिए मुरैना बुुलाया था, इसलिए वह मुरैना आया हुआ था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो 200 लोगों के साथ युवक के भाई भानुप्रताप ने सिविल लाइन थाने का घेराव किया था। घेराव के दौरान उसने पुलिस को अपने भाई की हत्या होना बताई थी। इस पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामले की कायमी करने का आश्वासन दिया था। बाद में पुलिस ने ग्वालियर स्थित कम्पू थाने से मामले का मर्ग मंगवाया तथा मुरैना थाने में 6 दिसंबर को मर्ग कायम किया। इसके बाद पुलिस ने मामला विवेचना में लेने की बात कही। इस बात को एक माह बीतने को है लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई रुचि नहीं ली और मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।