नए साल में देश के 13 शहर हो जाएंगे 5G …
वॉट्सऐप पर रुक-रुक कर नहीं करनी पड़ेगी बात, 20 सेकेंड में डाउनलोड होगी HD मूवी…..
वॉट्सऐप कॉल पर दोस्त से बात करते समय आवाज रुक-रुक कर आती है? क्या किसी मूवी को डाउनलोड करते समय ज्यादा समय लगने पर आपको झुंझलाहट होती है? क्या यूट्यूब पर वीडियो देखते समय बफरिंग की वजह से आप परेशान हैं?
इसका जवाब हां है तो अब 5G के आने से एक साथ आपकी ये सारी समस्याएं खत्म हो जाने वाली है। हाई स्पीड इंटरनेट होने की वजह से अब आप बिना किसी समस्या के वॉट्सऐप कॉल, 20 सेकेंड में मूवी डाउनलोड और बिना बफरिंग यूट्यूब पर वीडियो देख सकेंगे।
1 जनवरी से चार दिन पहले मंगलवार को देश के 13 शहरों में जल्द ही 5G इंटरनेट सेवा शुरू करने की घोषणा हुई है। 5G सेवा लागू होने से इन 13 शहरों में 4G की तुलना में इंटरनेट स्पीड 10 गुणा ज्यादा होगी।
देश के जिन 13 शहरों में सबसे पहले 5G इंटरनेट सेवा की शुरुआत होगी, उनमें सबसे ज्यादा 3 शहर गुजरात राज्य के हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र के भी दो शहर शामिल हैं।
देश में इंटरनेट क्रांति लाने के लिए केंद्र सरकार काफी तेजी से काम कर रही है। ऐसे में 5G इंटरनेट सेवा से जुड़े 5 सवालों के जवाब से पूरे मामले को समझते हैं….
1. देश के किन 13 शहरों में सबसे पहले शुरू होगी 5G इंटरनेट सेवा?
2. 5G इंटरनेट सेवा के लिए इन 13 शहरों को ही क्यों चुना गया है?
3. आखिर 5G इंटरनेट सेवा क्या है?
4. 5G इंटरनेट के आने से लोगों को क्या फायदा होने वाला है?
5. 5G इंटरनेट सेवा को लेकर भारत की तैयारी क्या है?
देश के इन्हीं 13 शहरों में सबसे पहले 5G इंटरनेट क्यों?
भारत में 5G इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए तीन बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया काम कर रही है। इन तीनों कंपनी ने मोबाइल एसेसरीज बनाने वाली कंपनी इरिक्सन और नोकिया के साथ मिलकर काम शुरू किया है। ऐसे में सबसे पहले इन 13 शहरों में 5G इंटरनेट शुरू होने की मुख्य तीन वजह हैं…
- नोकिया और एरिक्सन कंपनी शुरुआती फेज में इन्हीं शहरों में ट्रायल और टेस्टिंग कर रही है।
- इन 13 शहरों में इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोग ज्यादा हैं। यहां इंटरनेट यूज भी ज्यादा है इसलिए इन्हीं शहरों को चुना गया है।
- 5G इंटरनेट सेवा की कीमत 4G की तुलना में ज्यादा है। इस हिसाब से छोटे शहरों की तुलना में 5G यूज करने वाले लोग इन 13 बड़े शहरों में ज्यादा है।
5G इंटरनेट सेवा क्या है?
इंटरनेट नेटवर्क के पांचवे जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उप्लब्ध कराती है। इसमें मुख्य तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
1. लो फ्रीक्वेंसी बैंड– एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 एमबीपीएस, इंटरनेट स्पीड कम
2. मिड फ्रीक्वेंसी बैंड– इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 जीबीपीएस, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
3. हाई फ्रीक्वेंसी बैंड– इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 जीबीपीएस, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा
5G के शुरू होने से आम लोगों को क्या फायदा होने वाला है?
5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में काफी कुछ बदलने वाला है। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा बल्कि मनोरंजन और संचार के क्षेत्र में भी काफी कुछ बदल जाएगा। 5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5G इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली है। जानिए 5G के शुरू होने से लोगों के लिए क्या फायदे होने वाले हैं।
- पहला फायदा तो ये होगा कि यूजर तेज स्पीड इंटरनेट इस्तेमाल कर सकेंगे।
- वीडियो गेमिंग के क्षेत्र में 5G के आने से बड़ा बदलाव होगा।
- यूट्यूब पर वीडियो बिना बफरिंग या बिना रुके चलेगा।
- वॉट्सऐप कॉल में आवाज बिना रुके और साफ-साफ आएगी।
- मूवी 20 से 25 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगा।
- कृषि क्षेत्र में खेतों की देखरेख में ड्रोन यूज संभव होगा।
- मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा।
- वर्चुअल रियलटी और फैक्ट्री में रोबोट यूज करना ज्यादा आसान होगा।
- यही नहीं 5G आने से इंटरनेट ऑफ थिंग्स के जरिए ज्यादा से ज्यादा कंप्यूटर सिस्टम को कनेक्ट करना आसान होगा।
5G इंटरनेट ट्रायल और लांच को लेकर भारत की तैयारी
केंद्र सरकार ने कहा है कि मार्च-अप्रैल 2022 तक 5G इंटरनेट स्पैक्ट्रम के लिए बोली लगाई जाएगी। 5G शुरू करने वाली टेलीकॉम कंपनियों ने टेस्ट और ट्रायल पूरी कर ली है। 5G इंटरनेट शुरू करने को लेकर आखिरी फैसला टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) को लेना है। भारती एयरटेल ने एरिक्सन के साथ मिलकर हैदराबाद में कमर्शियल 5G इंटरनेट सेवा का सफलता पूर्व टेस्टिंग भी कर लिया है। 2019 में ही जियो ने भी 5G नेटवर्क सेवा विस्तार के लिए देश भर में इंटरनेट नेटवर्क विस्तार के लिए काम करना शुरू कर दिया था।