मेरठ में कबाड़ी गल्ला की 15 करोड़ की संपत्ति जब्त……
कैंट में गैंगस्टर हाजी गल्ला ने चोरी व लूट के वाहन काटकर करोड़ों का कारोबार किया, मेरठ में कबाड़ियों की 50 करोड़ की संपत्ति जब्त……
वेस्ट यूपी के सबसे बड़े वाहन काटने के कबाड़ी सोतीगंज के हाजी गल्ला की शुक्रवार शाम मेरठ पुलिस प्रशासन ने 15 करोड़ रुपये की कैंट इलाके में अवैध संपत्ति को कुर्क/जब्त कर लिया। वाहनों के अवैध कमेले सोतीगंज को जहां मेरठ पुलिस पूरी तरह से बंद करा चुकी है।
वहीं अब कबाड़ियों की अवैध संपति को कुर्क कराने में पुलिस प्रशासन हंटर चला रही है। इससे पहले पुलिस 35 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुकी थी। अब तक पुलिस 50 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। हाजी गल्ला गैंगस्टर के मामले में जेल में बंद है।
कैंट इलाके में थी यह संपत्ति
मेरठ का सोतीगंज इलाका दिल्ली रोड से सटा हुआ है। सदर बाजार थाना क्षेत्र में करीब एक किमी इलाके में यह फैला हुआ था। 5 बड़े कबाड़ियों की 35 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की गई। 23 कबाड़ियों की 70 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त होनी है।
62 कबाड़ियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई, जिन पर 300 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। मेरठ के एएसपी सूरज राय ने बताया की हाजी गल्ला ने 2 हजार वर्ग मीटर जमीन जो वेस्ट एंड रोड पर है। इस जमीन का सर्किल रेट 75 हजार रुपये मीटर का है। इस जमीन पर गोदाम व बिल्डिंग भी बनी हुई थी। इससे पहले गल्ला की दो आलीशान कोठी पुलिस जब्त कर चुकी है। हाजी गल्ला पर 32 मुकदमें दर्ज हैं। जो पिछले 30 साल से चोरी व लूट के वाहन खरीदकर काटने का काम करता था।
1990 में शुरू हुआ था सोतीगंज
90 के दशक में सोतीगंज में शुरू हुआ गाड़ियों के पुराने पार्ट्स का कारोबार काले बाजार में बदलता चला गया। चोरी करने वाले गिरोह तैयार हो गए। ऑन डिमांड चोरियां होने लगीं। मेरठ से दिल्ली होते हुए यह कारोबार देशभर के कई राज्यों तक पहुंच गया। किसी को गाड़ी का कोई भी सामान लेना हो, जो पूरे देश में नहीं मिल रहा हो, तो वह मेरठ में मिल जाता था। काले कारोबार की जड़ें मजबूत हुईं, तो पुलिस और प्रशासन भी यहां के कारोबारियों की जेब में आ गए। 31 साल के इस काले कारोबार के बीच तमाम पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मेरठ में आए और गए। मगर, कोई भी इस काले कारोबार पर लगाम नहीं कस सका।
200 पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे अधिकारी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी के निर्देश पर एसपी सिटी विनीत भटनागर, आईपीएस सूरज राज, मजिस्ट्रेट पांच इंस्पेक्टर व 200 पुलिसकर्मी कैंट इलाके में पहुंचे। आईपीएस सूरज राय का कहना है की गैंगस्टर के मुकदमे में विवेचना में आया कि हाजी गल्ला व उसके परिवार ने काली कमाई से 15 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की। सरकारी रिकार्ड में यह संपत्ति 15 करोड़ की है। बाजार भाव में संपत्ति 20 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।
कैंट बोर्ड की जमीन भी कब्जा मुक्त
इसी जमीन के बराबर में कैंट बोर्ड की जमीन भी है। इस जमीन पर भी हाजी गल्ला का कब्जा था। सेना के क्षेत्र में कैंट बोर्ड भी अपनी जमीन को कब्जा मुक्त कराने में लगा था। पुलिस प्रशासन ने कैंट बोर्ड की जमीन को भी गल्ला से कब्जा मुक्त करा दिया। दस दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ के सोतीगंज बंद कराने को लेकर सराहना कर चुके हैं। मेरठ के सोतीगंज में यूपी, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली के चोरी व लूट के वाहन काटे जाते थे। एक माह पहले एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मेरठ के सोतीगंज को बंद करा दिया।
यह बोले एसएसपी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा की पुलिस साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई कर रही है। सोतीगंज बंद हो चुका है। कबाड़ियों की अवैध संपत्ति पर कार्रवाई चल रही है। जो अन्य कबाड़ी हैं उनकी अवैध संपत्ति पर भी कार्रवाई होनी है।