ग्वालियर में फर्जी हुंडी का खुला राज …. डबरा के कमाेडिटी काराेबारी माेनू गुप्ता व गुना और भाेपाल के काराेबारी नामजद

आशु की गिरफ्तारी के बाद डबरा के एमसीएक्‍स(कमाेडिटी) कारोबारी मोनू गुप्‍ता, गुना का आशीष जैन और भोपाल के दिलीप सिंधी के नाम सामने आए।

ग्वालियर, । ग्वालियर के व्यापारियाें काे फर्जी हुंडिया थमाकर 70 कराेड़ की ठगी करने वाले हुंडी दलाल आशीष गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद रहस्याें की परतें खुलने लगी हैं। अब पुलिस ने इस मामले में डबरा के कमाेडिटी काराेबारी सहित गुना एवं भाेपाल के व्यापारियाें के खिलाफ भादवि की धारा 420, 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज किया है।

आशीष उर्फ आशु की गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में डबरा के एमसीएक्‍स(कमाेडिटी) कारोबारी मोनू गुप्‍ता, गुना का आशीष जैन और भोपाल के दिलीप सिंधी के नाम सामने आए हैं । कोतवाली थाना पुलिस ग्‍वालियर ने इन तीनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गाैरतलब है कि हुंडी दलाल आशीष गुप्ता को ग्वालियर पुलिस ने धौलपुर बार्डर से पकड़ने का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के 80 से अधिक व्यापारियों की रकम हड़पकर आशु ने अपनी पत्नी, बच्चे और नौकर ससुराल भोपाल भेज दिया था। दो दिन पहले नौकर गणेश कुशवाह खुद थाने पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने उससे पूछताछ करके छोड़ दिया था। आशु के पकड़े जाने के बाद अन्य व्यापारी भी सामने आ सकते हैं।

सालाें से बना रहा है फर्जी हुंडीः कारोबारियों को हुंडी के नाम पर ठगने वाला आशीष गुप्ता बड़ा मास्टरमाइंड निकला है। सालों से आशीष फर्जी हुंडी बना रहा था। जिन कारोबारियों ने एफआइआर में नाम दर्ज कराए हैं उनमें दिलीप पंजवानी के 25 लाख रुपये, मायारानी के 50 लाख रुपये, प्रीती जैसवानी के 50 लाख रुपये, मनीष गोयल के पांच लाख रुपये, दीपक बंसल के पांच लाख, संपत देवी के लगभग 10 लाख रुपये, कन्हैया लाल मित्तल के पांच लाख रुपये बताए गए हैं।

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