ग्वालियर के व्यापारियों का 70 करोड़ रुपये लेकर भागा हुंडी दलाल पकड़ा, बाेला-हां मैंने किए थे हस्ताक्षर

आशीष के पकड़े जाने की खबर मिलते ही ठगे गए कारोबारियों की सांस में सांस आई और हुंडी पत्र लेकर व्यापारी थाने भी पहुंच गए।

ग्वालियर,। बड़ी संख्या में ग्वालियर के व्यापारियों को फर्जी हुंडिया थमाकर 70 करोड़ की ठगी करने वाला हुंडी दलाल आशीष गुप्ता 28 दिसंबर से फरार था। मंगलवार को वह नाटकीय ढंग से पुलिस के सामने आ गया। हालांकि पुलिस ने आशीष को धौलपुर बार्डर स्थित चंबल पुल से गिरफ्तार करने का दावा किया है। आशीष के पकड़े जाने की खबर मिलते ही ठगे गए कारोबारियों की सांस में सांस आई और हुंडी पत्र लेकर व्यापारी थाने भी पहुंच गए। हुंडी दलाल ने लगभग तीस करोड़ रुपये का हेरफेर फर्जी हुंडी पत्र के नाम पर करना कबूल लिया है। उसका कहना है कि वह मैच में बड़ी रकम हार गया है, इसलिए उसने ऐसा किया। पुलिस अब आशीष के बयान की जांच कर रही है। एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया ने अधिकारिक गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए

हुंडी दलाल आशीष गुप्ता को ग्वालियर पुलिस ने धौलपुर बार्डर से पकड़ने का किया दावा किया है। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर के 80 से अधिक व्यापारियों की रकम हड़पकर आशु ने अपनी पत्नी, बच्चे और नौकर ससुराल भोपाल भेज दिया था। दो दिन पहले नौकर गणेश कुशवाह खुद थाने पहुंचा था। लेकिन पुलिस ने उससे पूछताछ करके छोड़ दिया था। आशु के पकड़े जाने के बाद अन्य व्यापारी भी सामने आ सकते हैं।

80 से ज्यादा कारोबारी शिकार, दिखाए हुंडी पत्रः हुंडी दलाल आशीष गुप्ता सालों से फर्जी हुंडी का कारोबार कर रहा था। इस कारोबार में उसका परिवार भी लिप्त बताया गया है। घर पर ही फर्म की सीलें, नाम की सीलें और हस्ताक्षर कर लिए जाते थे। पीड़ित व्यापारियों ने बताया कि थाने में आशीष गुप्ता अपने इस फर्जीवाड़े में डबरा के एमसीएक्स कारोबारी मोनू का भी नाम बता रहा है, मोनू को सब पता था। अभी तक की पड़ताल में यह सामने आया है कि हुंडी दलाल आशीष शहर के प्रतिष्ठित 80 से ज्यादा कारोबारियों को फर्जी हुंडी थमाकर गायब हुआ था। वहीं ठगी की रकम का आंकड़ा 60 करोड़ से ज्यादा है जो पूर्वानुमान के करीब ही निकला है। आशीष कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहा है। वहीं नौकर गणेश की गिरफ्तारी नहीं डाली गई है। कारोबारी शाम से कोतवाली थाने पहुंचने लगे और अपने-अपने हुंडी पत्रों को आशीष को दिखाने लगे। एक-एक करके हुंडी पत्रों को देख आशीष बताने लगा कि यह फर्जी है, मैंने ही साइन किए थे। यह सुनने के बाद कारोबारी और सकते में आ गए।

आशीष निकला मास्टरमाइंडः शहर के दाल बाजार, लोहिया बाजार, सराफा बाजार, दौलतगंज, नया बाजार जैसे प्रमुख बाजारों के कारोबारियों को हुंडी के नाम पर ठगने वाला आशीष गुप्ता बड़ा मास्टरमाइंड निकला है। सालों से आशीष फर्जी हुंडी बना रहा था। जिन कारोबारियों ने एफआइआर में नाम दर्ज कराए हैं उनमें दिलीप पंजवानी के 25 लाख रुपये, मायारानी के 50 लाख रुपये, प्रीती जैसवानी के 50 लाख रुपये, मनीष गोयल के पांच लाख रुपये, दीपक बंसल के पांच लाख, संपत देवी के लगभग 10 लाख रुपये, कन्हैया लाल मित्तल के पांच लाख रुपये बताए गए हैं। यह रकम तो एफआइआर में दर्ज है, लेकिन ऐसे तमाम कारोबारी अभी एफआइआर दर्ज कराना चाहते हैं जिनकी मोटी रकम हुंडी दलाल ठग ले गया है।

पहले नौकर, अब आशु: व्यापारी बोले- सब सुनियोजितः पहले नौकर रहस्मय ढंग से पुलिस के पास पहुंच गया। अब कारोबारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा और इनाम की घोषणा की तो अगले ही दिन आशीष भी सामने आ गया। बाजार में आशीष के आने के बाद सबसे ज्यादा यही चर्चा है। कारोबारियों का कहना है कि आशीष के पकड़े जाने के बाद भी पुलिस लीपापोती कर रही है।

मैच में इतनी बड़ी रकम कैसे हारा आशुः इस मामले में कारोबारियों का कहना है कि आशु इतनी बड़ी रकम मैच में कैसे हार गया, यह समझ से परे है। 30 से 40 करोड़ रुपये मैच के सट्टे में हारना, यह बात गले नहीं उतर रही है। अब कारोबारी बुधवार को इस मामले में बैठक करेंगे और जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे।

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