ग्वालियर : चुनावी मैदान से निकलकर संभाल रहीं गृहस्थी ,..? कम मतदान से लग रहा डर…

BJP-कांग्रेस प्रत्याशियों का जीत का अपना-अपना दावा, कम मतदान से लग रहा डर…

  • भाजपा-कांग्रेस का आरोप प्रशासन के कारण हुआ कम मतदान

क्या आप जानते हैं कि ग्वालियर में भाजपा-कांग्रेस की जो महापौर प्रत्याशी चार दिन पहले तक गली-गली घूमकर वोट मांग रही थीं, अब वह क्या कर रही हैं। भाजपा-कांग्रेस की प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान छोड़कर घर गृहस्थी और किचन संभाल ली है। दोनों का ज्यादातर समय परिवार के सदस्यों के साथ गुजर रहा है।

कोई सुबह उठकर चाय बनाती नजर आ रही हैं तो किसी का समय बच्चों के साथ खेलकर गुजर रहा है। हां बीच-बीच में घर पर मिलने आने वालों को जरुर समय देना पड़ता है। भाजपा महापौर प्रत्याशी सुमन शर्मा और कांग्रेस प्रत्याशी शोभा सिकरवार की लाइफ मतदान के बाद कितनी बदल गई या कहें तो फिर सामान्य हो गई है। यह दैनिक भास्कर आपको बता रहा है।

भाजपा प्रत्याशी सुमन बच्चों के साथ बिता रहीं समय
– भाजपा प्रत्याशी सुमन शर्मा ने बताया कि उनको शुरू से ही सुबह 5 बजे के लगभग उठने की आदत है। इसके बाद वह दो से तीन घंटे योगा और पूजा पाठ को देती हैं। फिर किचन में समय गुजार रही हैं। किसी के लिए चाय तो कुछ नया बनाती है। उसके बाद बच्चों और नाती-पोतों के साथ समय व्यतीत करती हैं। करीब एक महीने से चुनावी सरगर्मियों के चलते परिवार को समय नहीं दे पाई थीं। यहां बता दें कि पांच महीने पहले ही सुमन ने अपने पति को खोया है। इसलिए उनके लिए यह चुनाव लड़ना और खुद को उस तनाव से दूर रखना अपने आप में चुनौती भरा रहा है।

कांग्रेस प्रत्याशी ने संभाली अपनी किचन
– महापौर की कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. शोभा सिकरवार के पति सतीश सिकरवार विधायक हैं। शोभा तीन बार से पार्षद हैं। सामाजिक सेवा के साथ-साथ वह घर की जिम्मेदारी भी निभाती है। मतदान होने के बाद वह महिला कार्यकर्ताओं के साथ वार्ड वाइज गणना कर रही हैं। साथ ही उन्होंने घर की किचन संभाल ली है। सुबह पति के लिए चाय बनाना फिर खाना बनाने से लेकर अन्य काम में व्यस्त हैं। साथ ही वह लगातार उसी दिन से मंदिरों की परिक्रमा भी कर रही हैं।

दोनों ने किया अपनी-अपनी जीत का दावा
– नगर निगम चुनाव में मतदान प्रतिशत भलै ही कम रहा हो, लेकिन भाजपा की सुमन शर्मा और कांग्रेस की शोभा सिकरवार का जीत को लेकर अपना-अपना दावा है। सुमन का कहना है कि वह 100 फीसदी जीत रही हैं। जनता ने उनको बहुत प्यार और आशीर्वाद दिया है। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. शोभा सतीश सिकरवार का भी जीत का दावा है। उनका कहना है कि जनता का विश्वास उन्हें मिला है जो जीत के रूप में दिखाई देगा।

जीत का दावा, पर कम मतदान प्रतिशत का डर सता रहा
– दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा तो कर रही हैं, लेकिन मतदान प्रतशित कम रहने पर उनको डर भी सता रहा है। मतदान प्रतशित इस बार 49.3 फीसदी रहा था, जबकि पिछले चुनाव में 53 फीसदी रहा था। इस बाद 60 फीसदी तक मतदान होने की उम्मीद थी। पर 10 से 11 प्रतिशत मतदान कम रह गया है। यही प्रत्याशियों के जीत-हार के समीकरण तय करेगा। दोनांे ही प्रत्याशियों ने मतदान प्रतिशत कम रहने के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा-कांग्रेस का आरोप है कि मतदान पर्चियां बांटने का काम प्रशासन ने अपने जिम्मे लिा था, लेकिन कई जगह तो मतदान पर्ची पहुंची ही नहीं। साथ ही कई जगह वार्ड बदल दिए गए। यही कारण है कि लोग वोट डालने बूथ तक नहीं पहुंचे।

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