Politics में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए मौका, सांसदों के साथ कर सकेंगे काम
PRS LAMP फेलोशिप के लिए 9 जनवरी तक कर सकते हैं आवेदन….
नई दिल्ली. पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च एक बार फिर युवाओं को देश के सांसदों के साथ काम करने का मौका दे रहा है। पीआरएस की ओर से लेजिसलेटिव अस्टिेंट टू मेंबर ऑफ पार्लियामेंट (LAMP) फैलोशिप 2022-23 के लिए 9 जनवरी तक आवेदन लिए जा रहे हैं। लैंप का यह 12 वां संस्करण है।
दरअसल, कानून निर्माण, नीति और राजनीति के क्षेत्र में युवा उचित और सुव्यवस्थित तरीके से दाखिल नहीं हो पा रहे हैं। इस कमी को दूर करने के लिए इस फैलोशिप के तहत युवाओं को सांसदों के साथ काम करने का मौका दिया जाता है। इससे उन्हें संसद में कानूनों और नीतियों पर चर्चा करने का अवसर मिलता है। संसद में जिन कानूनों और नीतियों पर बहस होती है, उन पर उस सांसद के लिए शोध अध्ययन करता है। 10 महीने तक सांसद के साथ काम करके वे कानून निर्माण के सभी पहलुओं और संसद के कामकाज को नजदीक से देखते हैं। फैलो को संसदीय और कानून निर्माण की प्रक्रिया को समझने के साथ साथ उन्हें सांसद की मेंटरशिप भी हासिल होती है। कई तरह की कार्यशालाओं के जरिए उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी मिलता है। इस दौरान फैलो को हर महीने 20 हजार रुपए का स्टाइपेंड मिलता है।
दरअसल, कानून निर्माण, नीति और राजनीति के क्षेत्र में युवा उचित और सुव्यवस्थित तरीके से दाखिल नहीं हो पा रहे हैं। इस कमी को दूर करने के लिए इस फैलोशिप के तहत युवाओं को सांसदों के साथ काम करने का मौका दिया जाता है। इससे उन्हें संसद में कानूनों और नीतियों पर चर्चा करने का अवसर मिलता है। संसद में जिन कानूनों और नीतियों पर बहस होती है, उन पर उस सांसद के लिए शोध अध्ययन करता है। 10 महीने तक सांसद के साथ काम करके वे कानून निर्माण के सभी पहलुओं और संसद के कामकाज को नजदीक से देखते हैं। फैलो को संसदीय और कानून निर्माण की प्रक्रिया को समझने के साथ साथ उन्हें सांसद की मेंटरशिप भी हासिल होती है। कई तरह की कार्यशालाओं के जरिए उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी मिलता है। इस दौरान फैलो को हर महीने 20 हजार रुपए का स्टाइपेंड मिलता है।
राजनीति में आने का अच्छा रास्ता
फैलोशिप का यह कार्यक्रम युवाओं के लिए राजनीति, लोकसेवा, थिंक टैक्स, और पब्लिक पॉलिसी जैसे क्षेत्रों के लिए रास्ता खोला है। साथ ही विश्व के कई प्रख्यात विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा हासिल करने का आधार भी बनी है।
फैलोशिप का यह कार्यक्रम युवाओं के लिए राजनीति, लोकसेवा, थिंक टैक्स, और पब्लिक पॉलिसी जैसे क्षेत्रों के लिए रास्ता खोला है। साथ ही विश्व के कई प्रख्यात विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा हासिल करने का आधार भी बनी है।
फैलो के लिए पात्रता
किसी भी विषय में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए
25 वर्ष या इससे कम उम्र का होना चाहिए (1 जून 1996 या उसके बाद जन्म)
भारतीय नागरिक होना चाहिए
किसी भी विषय में बैचलर्स डिग्री होनी चाहिए
25 वर्ष या इससे कम उम्र का होना चाहिए (1 जून 1996 या उसके बाद जन्म)
भारतीय नागरिक होना चाहिए