वेस्ट यूपी को मंजूर नहीं महिलाओं की लीडरशिप ….. जिन 58 सीटों पर पहले चरण का चुनाव वहां एक महिला विधायक, प्रियंका का फॉर्मूला भी फेल
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियां महिलाओं की दावेदारी का दावा भले ही करती हों, लेकिन पश्चिमी यूपी को महिलाओं का नेतृत्व मंजूर नहीं हैं। ऐसा हम नहीं कर रहे, बल्कि यहां के आंकड़े यह बयां कर रहें हैं। यहां वर्तमान में मात्र 1 महिला विधायक है। 2017 के विधानसभा चुनाव में 44 महिला विधायकों ने बेशक चुनाव जीता हो, लेकिन इन 44 में बीजेपी से इकलौती महिला विधायक मोदीनगर की मंजू सिवाच हैं। गन्ना बेल्ट में राजनीतिक दलों ने महिलाओं को टिकट देने में तंगी दिखाई। सपा, बसपा, भाजपा, कांग्रेस के बीच केवल रालोद ऐसी पार्टी है, जिसने 2017 के चुनाव में पश्चिम से महिलाओं को 12 से अधिक टिकट बांटे।
58 सीटों पर कांग्रेस को 15 दावेदार भी नहीं मिलीं
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है। लेकिन पार्टी को दावेदार नहीं मिल रहीं। पहले चरण के चुनाव की 58 सीटों पर कांग्रेस के पास 15 महिलाओं के भी नाम नहीं हैं, जिन्होंने टिकट की दावेदारी पेश की हो। कांग्रेस कार्यकर्ता महिला नेत्रियों से संपर्क कर चुनाव लड़ने का ऑफर दे रहे हैं, बावजूद पार्टी को महिलाएं नहीं मिल रहीं। महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रियंका का फार्मूला भी फेल साबित हो रहा है। मेरठ की 7 सीटों में कुल 2 महिला दावेदार हैं, दूसरे जिलों में भी कमोबेश यही हालात हैं।
पश्चिम यूपी से निकलीं सत्ताधारी महिलाएं
रामुपर से बेगम नूर बानो, मेरठ से मोहसिना किदवई ने चुनाव जीता। मोहसिना किदवई लगातार मंत्री भी रहीं। पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, पूर्व सीएम मायावती भी बिजनौर से चुनाव लड़ीं और जीतीं, रामपुर से अभिनेत्री जयप्रदा, कैराना से बेगम तब्ब्सुम हसन ने चुनाव जीता। रालोद सुप्रीमो अजीत सिंह के साथ अनुराधा चौधरी भी कद्दावर नेता रही हैं।
यूपी की 44 महिला विधायकों में यहां से केवल 1
2017 के विधानसभा चुनाव में पूरे यूपी में 44 महिला विधायक जीतकर आईं। इसमें भाजपा की 34, बसपा से 2, कांग्रेस 2, सपा, अपना दल से एक-एक महिला विधायक बनीं। इसमें पहले चरण की 58 सीटों के चुनाव में गाजियाबाद के मोदीनगर से मंजू सिवाच ने भाजपा के टिकट से चुनाव जीता। दूसरे चरण के चुनाव में पश्चिमी यूपी की जिन सीटों पर मतदान होना है, वहां 2017 के चुनाव में कुल 7 महिला विधायक जीतकर आईं। भाजपा के टिकट पर बिजनौर चांदपुर से कमलेश सैनी, संभल चंदौसी से गुलाब देवी, असमोली संभल से सपा की पिंकी सिंह यादव, मिलक सीट से भाजपा प्रत्याशी राजबाला सिंह, बिजनौर से भाजपा विधायक शुचि, रामपुर से सपा की डॉ. तंजीन फातमा और अमरोहा नौगांव से भाजपा की संगीता चौहान चुनाव जीतकर विधायक बनीं। यूपी में 2012 में 19 महिलाएं सपा के टिकट पर चुनाव जीती थीं, जबकि भाजपा से 6, कांग्रेस और बसपा से एक-एक महिला ही जीती थीं।
रालोद ने दिखाई दरियादिली
वेस्ट यूपी में किसानों की पार्टी कही जाने वाली राष्ट्रीय लोकदल ने अन्य दलों की अपेक्षा राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए दरियादिली दिखाई। 2017 विधानसभा चुनाव में महिलाओं को टिकट देने के मामले में रालोद ने सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा हर दल को पछाड़ दिया। रालोद ने 12 से अधिक महिलाओं को टिकट दिया। प्रोमिनेंट दलों से लड़ने के बजाय निर्दलीय लड़ने वाली महिला प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा थी।
2017 में पश्चिम यूपी से इन महिला प्रत्याशियों ने आजमाई किस्मत
नकुड़ से इंदु निर्दलीय, तलत खान एआईएमआईएम सहारनपुर नगर, सहारनपुर से शबनूर बेगम निर्दलीय, जहीर फातिमा निर्दलीय, रामपुर मनिहारन दयावती चौधरी रालोद, रेखा, अंजू बाला, बेबी, लता, मृंगाका सिंह भाजपा, मंजू्र स्वतंत्र, साइदा बेगम बसपा बुढ़ाना, अमिता सिंह लोकदल चरथावल, पुरकाजी छोटी रालोद, उमा किरन सपा, कविता निनशाद, पायल माहेश्वर रालोद मुजप्फरनगर, रेनू एलियास, बबीता, आशी गौर लोकदल, माया, मिथलेश पॉल रालोद मीरापुर, इमराना, लीना सिंहल रालोद नजीबाबाद, ओमवती देवी भाजपा नगीना, सर्वेश एलियास शबनम, सपना, राधा बढ़ापुर रालोद, मोनिका अहलावत, गजल तौसीफ, समलेश सैनी, साधना सिंह, कंपी, नहटौर में निर्मला देवी, सुनीता सिंह, बिजनौर सुचि भाजपा, रुच वीरा सपा, चांदपुर कमलेश सैनी भाजपा, कुसुम मुरादाबाद ग्रामीण, मुरादाबाद नगर ममता गुप्ता, विजेता गुप्ता, चंदौसी भाजपा गुलाब देवी, विमलेश कुमारी कांग्रेस, वीरमती बसपा, ज्योत्सना, पिंकी यादव असमौली सपा, संभल संतोष कुमारी, सौर लक्ष्मी सिंह भाजपा, मिलक राजबाला भाजपा, मधुबाला, अमरोहा शशी, हसनपुर लीला देवी, ममता सरधना, हस्तिनापुर कुसुम रालोद, प्रीती मेरठ शहर, छपरौली राजबाला बसपा, सविता मलिक, इंदु सिंह, गीता कश्यप,लोनी नसीम, जेवर सुमिता वैद, दादरी शकीला आदि।