BSP प्रत्याशी के पिता वन अधिकारी…रसूख में सब पर भारी ….दरोगा-सिपाहियों की चुनाव प्रचार में ड्यूटी लगा दी…..
घाटमपुर सीट से प्रत्याशी बेटे के लिए दरोगा-सिपाहियों की चुनाव प्रचार में ड्यूटी लगा दी…..
कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट पर BSP के प्रत्याशी प्रशांत अहिरवार का क्षेत्र में अलग ही भौकाल है। क्योंकि उनके पिता प्रयागराज के संभागीय वन अधिकारी हैं। उन्होंने वन विभाग में तैनात पुलिस अफसरों की फौज बेटे के चुनाव प्रचार में उतार दी है। बेटा जहां भी जाता है उसकी सुरक्षा के साथ अब ये वन पुलिस के सिपाही से लेकर अफसर तक चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इतना ही नहीं घर-घर जाकर साहब के बेटे के लिए वोट भी मांग रहे हैं। घाटमपुर विधानसभा में ये चर्चा का विषय बना हुआ है।
वन विभाग की पुलिस फोर्स प्रशांत की सुरक्षा से लेकर लड़ा रही चुनाव
प्रयागराज में संभागीय वन अधिकारी डीआर अहिरवार का बेटा प्रशांत अहिरवार कानपुर की घाटमपुर विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी है। चुनाव प्रचार में प्रशांत के साथ ही उनका परिवार भी घर-घर जन संपर्क में जुटा है। पिता सरकारी अफसर हैं तो वह चुनाव प्रचार कर नहीं सकते हैं, लेकिन उन्होंने बेटे के सहयोग के लिए 15 से ज्याद वन विभाग के सिपाही से लेकर रेंजर तक को बेटे के चुनाव प्रचार में उतार दिया है।
प्रशांत अपना भौकाल जमाने के लिए वन विभाग के खाकी वर्दी में तैनात पुलिस अफसरों की फौज अपने साथ लेकर चलता है। इतना ही नहीं ये सभी उसके आगे-पीछे और सुरक्षा में ही नहीं घाटमपुर विधानसभा में गली-गली चुनाव प्रचार भी कर रहे हैं। यह बात क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। अभी तक इसके खिलाफ कोई आवाज भी नहीं उठा पा रहा है।
सवा करोड़ देकर टिकट लेने की चर्चा
क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा है कि बसपा नेता प्रशांत अहिरवार ने अपने पिता के रसूख और धन का इस्तेमाल करके घाटमपुर की सुरक्षित सीट पर अपना भाग्य आजमाया है। दावा किया जाता है कि प्रशांत ने सवा करोड़ रुपए देकर घाटमपुर विधानसभा की टिकट हासिल की है। बसपा के कई दिग्गज नेताओं का भी यही कहना है कि एक करोड़ से ज्यादा रुपए चलने पर कई जमीनी नेता टिकट की दावेदारी से पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे।
रसूख के दम पर तैयार कर रहे बेटे के लिए राजनैतिक जमीन
प्रयागराज में तैनात संभागीय वन अधिकारी डीआर अहिरवार के 26 साल के बेटे प्रशांत अहिरवार को BSP ने प्रत्याशी बनाया है। वह मूल रूप से हमीरपुर राठ के रहने वाले हैं, लेकिन कानपुर के आजाद नगर में परिवार समेत रहते हैं। घाटमपुर विधानसभा से कोई सीधा कनेक्शन नहीं है। लेकिन पिता के रसूख और राजनैतिक पकड़ के चलते वह अपने बेटे के लिए घाटमपुर विधानसभा सीट पर बेटे के लिए राजनैतिक जमीन तैयार कर रहे हैं।