दिल्ली पुलिस की बल्ले-बल्ले …. हिंदुस्तानी हुकूमत दिल्ली की सुरक्षा-साख से समझौते को राजी नहीं, बजट में इतनी मोटी रकम बढ़ाई

बजट में हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली की पुलिस को खुलकर खर्च करने की सहूलियत दी गई है. अपने खजाने से खर्च करने के लिए सन् 2022-2023 के बजट में घोषित भारी-भरकम रकम सुनते ही, दिल्ली पुलिस (Delhi Police Budget 2022-2023) को तो ऐसा लगा मानों हुकूमत ने उसकी लॉटरी ही निकाल दी हो.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए  केन्द्रीय बजट पेश (Union Budget 2022-23) कर दिया. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के इस चौथे बजट में हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली की पुलिस को खुलकर खर्च करने की सहूलियत दी गई है. अपने खजाने से खर्च करने के लिए सन् 2022-2023  के बजट में घोषित भारी-भरकम रकम सुनते ही, दिल्ली पुलिस (Delhi Police Budget 2022-2023) को तो ऐसा लगा मानों हुकूमत ने उसकी लॉटरी ही निकाल दी हो. पिछले वित्तीय वर्ष के बजट की तुलना में दिल्ली पुलिस के नाम इस बार 1701.03 करोड़ की ज्यादा धनराशि आवंटित की गई है. जोकि दिल्ली पुलिस को अब तक पिछले कई बजट में हासिल धनराशि से कहीं ज्यादा है. मंगलवार को जारी इस बजट में दिल्ली पुलिस (Delhi Police Budget 2023) को कुल 10 हजार 355.29 करोड़ का बजट आवंटित किया गया. जोकि पिछले वित्तीय वर्ष में (2021-2022) 8 हजार 654.26 करोड़ ही था.

इस नए बजट में दिल्ली पुलिस की इमारतों के निर्माण और रख-रखाव और दिल्ली की सुरक्षा का ख्याल सर्वोपरि रखा गया है. ख्याल ही नहीं रखा गया है वरन् बजट जारी करने के वक्त केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने, यहां तक साफ कर दिया है कि जारी 10 हजार 355.29 करोड़ बजट का इस्तेमाल कहां किस मद में कैसे किया जाएगा. ताकि दिल्ली पुलिस की साख और दिल्ली की सुरक्षा पर कहीं आंच न आ सके. वित्तीय वर्ष 2023 के लिए जारी इस बजट में राशि में 1 हजार 701.03 करोड़ की भारी-भरकम बढ़ोत्तरी भी की गई है.

जोकि साफ साफ दर्शाता है कि हिंदुस्तानी हुकूमत देश की राजधानी के लोंगो की सुरक्षा और दिल्ली पुलिस की साख को लेकर किस कदर चौकन्नी है. दिल्ली पुलिस मुख्यालय प्रवक्ता के मुताबिक इस 10355.29 करोड़ रुपए की धनराशि में से 9808.39 करोड़ आगामी वित्तीय वर्ष में दिल्ली पुलिस के संचालन पर खर्च किए जाएंगे.

287 करोड़ सुरक्षा-अत्याधुनिकीकरण को

जबकि बाकी बचे अनुदान में से 287 करोड़ जैसी भारी-भरकम रकम राजधानी की सुरक्षा संबंधी इंतजामों पर व्यय की जाएगी. इस 287 करोड़ में से अधिकांश राशि राजधानी के हर कोने पर सीसीटीवी कैमरों की स्थापना. कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए तमाम अत्याधुनिक साजो-सामान की खरीद. दिल्ली पुलिस के आधुनिकीकरण, दिल्ली पुलिस की संचार व्यवस्था को मजबूत करने, साइबर हाइवे और डिजीटल ट्रंकिंग रेडियो सिस्टम को मजबूत करने, राज्य की राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर अत्याधुनिक बनाने पर खर्च किए जाएंगे.

259 करोड़ का बजट इमारतों के वास्ते

इसके अलावा 259 करोड़ की रकम इस बजट में से एक अन्य बेहद महत्वपूर्ण मद में खर्च की जाएगी. और यह मद है दिल्ली पुलिस मुख्यालय के रख-रखाव, दिल्ली पुलिस के कार्यालयों की इमारतों के रख-रखाव, निर्माण और दिल्ली पुलिस की आवासीय कालोनियों के निर्माण और उनकी मरम्मत. मतलब साफ है कि हिंदुस्तानी केंद्रीय हुकूमत ने दिल्ली पुलिस के उत्थान-ुउद्धार के लिए न केवल मोटा और बढ़ा हुआ बजट ही पेश किया है.

…..इसलिए ताकि सुरक्षा-साख पर बट्टा न लगे

अपितु दिल्ली पुलिस को यह भी इशारा कर दिया है कि इस मोटी बजट की रकम में से कितनी रकम किस मद में इस्तेमाल की जानी है? साथ ही 1 हजार 701.03 करोड़ रकम पिछले बजट की तुलना में इस बजट में बढ़ाकर देने से केंद्रीय हुकूमत ने यह भी साफ कर दिया है, कि वो किसी भी कीमत पर देश की राजधानी सुरक्षा और उसकी पहरेदारी में जुटी दिल्ली पुलिस के मान-सम्मान और उसके अत्याधुनिकीकरण से किसी भी तरह का कोई समझौता करने को राजी नहीं है.

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