जरूरत की खबर … आप भी फिर से WFH तो नहीं कर रहे; जानिए काम में उठने-बैठने के गलत तरीकों से कैसी परेशानियां हो रहीं

कोरोना काल के कारण लोगों की जिंदगी और कामकाज का ढर्रा बदला है। 82% कर्मचारी अब घर से ही काम करना चाहते हैं, ये आंकड़ा जॉब पोर्टल साइकी के ‘टेक टैलेंट आउटलुक’ रिपोर्ट में सामने आया है। पिछले दो साल से कई सेक्टर के एम्प्लॉइज वर्क फ्रॉम होम (WFH) यानी घर से ही काम कर रहे हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ते केस को देखते हुए फिर से कई कंपनियों ने लोगों को WFH का विकल्प दिया है। इन्फेक्शन से बचाव के लिए ये सिस्टम बेहतर भी है। इसकी वजह से कई लोगों को शारीरिक और मानसिक तकलीफों का सामना भी करना पड़ रहा है।

एक रिसर्च के अनुसार वर्क फ्रॉम होम और गलत पॉस्चर के कारण दुनिया में 20% लोग कमर दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं। भारत में 60% से ज्यादा लोगों को रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। एक अध्ययन के अनुसार 10 में से करीब 7 लोग सर्वाइकल से परेशान हैं।

स्पाइन से जुड़ी समस्या 70-80% तक बढ़ गई
WFH के दौरान लोग लगातार घंटों तक बिना हिले-डुले बेड, सोफे या दूसरी आरामदायक जगह बैठकर काम करते हैं। जिससे उनकी सिटिंग पोजीशन और बॉडी पॉस्चर बिगड़ जाता है। जो मसल्स में ऐंठन, पीठ, गर्दन, लोअर बैक सहित कई समस्याओं का कारण बनता है। कई बार ये दर्द इतना खतरनाक होता है कि स्ट्रेचिंग या एक्सरसाइज से भी आराम नहीं मिलता।

एक्सपर्ट्स की मानें तो इन दो सालों में गलत पॉस्चर के कारण स्पाइन से जुड़ी समस्या 70-80% तक बढ़ गई है। इंटरवेंशनल पेन एंड स्पाइन सेंटर बेंगलुरु के एक सर्वे के अनुसार WFH में करीब 45% वर्किंग प्रोफेशनल्स खासकर 45 साल से कम उम्र वालों में पीठ, कंधे या गर्दन दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम के दौरान आपको फिजिकल हेल्थ इश्यू से बचने के लिए बैठने का तरीका सुधारना जरूरी है।

आज जरूरत की खबर में जानते हैं कि WFH के के दौरान गलत पॉस्चर में बैठकर काम करने से होने वाली परेशानियों के बारे में और अगर आपका पॉस्चर बिगड़ गया है तो उसको कैसे सुधारें, जिससे आगे जा कर आपको स्पाइन से जुड़ी कोई बड़ी समस्या न हो …

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