सफाई, बिजली और पानी सहित अन्य 5 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज, 12 फीसदी बिना निराकरण किए ही बंद

होशंगाबाद जिले की नगरपालिका और नगर परिषदों में नहीं हो रही सुनवाई

होशंगाबाद
साफ-सफाई, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी लोगों को सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ रहा है। जिले की नगरपालिका और नगर परिषदों में 5708 शिकायतें लोगों ने दर्ज कराई है। इनमें ज्यादातर शिकायतें सार्वजनिक समस्याओं से जुड़ी हुई हैं। सबसे ज्यादा शिकायतें साफ-सफाई से संबंधित हैं। इनमें कहीं नाली नहीं होने से गंदगी तो कहीं कचरे के ढ़ेर लगे होने से जुड़ी समस्याएं दर्ज कराई गई है। हालात यह हैं कि कई मामलों में तो कार्रवाई तक नहीं हुई है। जिसकी वजह से लोगों ने दोबारा भी शिकायतें दर्ज कराई हैं।
13 फीसदी शिकायतों में नहीं हुई सुनवाई-
साफ-सफाई, पेयजल और स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधाओं के अलावा नगरपालिका और नगर परिषदों से जुड़ी अन्य शिकायतों को अनसुना किया जा रहा है। जिले की नगरपालिकाओं और नगर परिषदों में पिछले 9 महीने में 8 हजार 708 शिकायतें दर्ज कराई गई। इनमें से 13 प्रतिशत शिकायतों में तो बिना कार्रवाई किए किसी भी तरह बंद कर दिया गया। शिकायतों पर सुनवाई नहीं होने की वजह से कई मामलों की शिकायतें सीएम हेल्पलाइन तक पहुंच गई है।
्रइधर ग्रामीणों को सफाई के लिए दे रहे प्रशिक्षण-
ग्राम पंचायतों को ओडीएफ करने के बाद अब द्वितीय चरण में ग्रामीणों को घर से निकलने वाले कचरे से खाद बनाना सिखाया जा रहा है। इसके अलावा उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि घर के आसपास और गांव को कैसे साफ-सुथरा रखा जाए। इसके लिए जिले की 361 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। ब्लॉक कोर्डिनेटर रामकुमार गौर ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत फेज-2 का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रथम फेज में ग्रामों को ओडीएफ करने का कार्य किया गया था। अब ग्राम पंचायतों को ठोस एवं तरल अवशिष्ट प्रबंधन का कार्य सिखाया जा रहा है।
शिकायत विषय -होशंगाबाद
साफ सफाई -1317
जलप्रदाय -296
पीएम आवास -315
स्ट्रीट लाइट -1041
सडक़ मरम्मत -93
अवैध कब्जे व निर्माण -103
अनापत्ति प्रमाण पत्र -115
जलभराव -71
आवारा पशु -51
अन्य -407
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शिकायतें और निराकरण की स्थिति…
होशंगाबाद : कुल शिकायत : 5708
संतुष्टि से बंद : 4549 (79.89 प्रतिशत)
किसी भी तरह बंद : 696 (12.22 प्रतिशत)
वर्क इन प्रोगे्रस : 385 (6.76 प्रतिशत)
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इनका कहना है…
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के लिए सभी नगरीय निकायों में प्रभावी रणनीति बनाकर उसका क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण के निर्धारित बिंदुओं पर नगरपालिका के प्रशासक सहित मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं स्वास्थ्य के अमले का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। स्वच्छता अभियान में नागरिकों को भी सहभागी बनाने के लिए कहा है।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर
शिकायतों के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई…
मामला 01 : शिकायकर्ता गजेंद्र पटेल ने बताया कि वार्ड 18 समृद्धि नगर जेल के पास साफ-सफाई नहीं हो रही है। जिससे गंदगी फैल रही है। आसपास जंगली झाडिय़ां भी ऊग रही है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।
मामला 02 : शिकायतकर्ता माधो दुबे ने बताया कि वार्ड 22 मालाखेड़ी विश्वकर्मा मंदिर की गली में स्ट्रीट लाइट पिछले आठ महीने से बंद पड़ी है। नगरपालिका में जानकारी देने पर भी ठीक नहीं किया जा रहा है।
मामला 03 : शिकायतकर्ता तरुण सिलावट ने बताया कि पिपरिया के पास गांव विजनवाड़ा में अवशिष्ट पदार्थ फेंका जा रहा है। जिससे गंदगी के साथ बीमारियां फैलने की आशंका है। बताया गया कि जहरीला पदार्थ खुले में फेंका जा रहा है।

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