MP बोर्ड परीक्षा से जुड़ी जरूरी खबर …. परीक्षा सेंटर पर छात्रों में कोरोना के लक्षण मिले तो क्या होगा, इसकी तैयारी नहीं; जानें अन्य राज्यों का हाल

MP बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं की तरीख तय हो चुकी हैं। स्कूल शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार भी कह चुके हैं कि परीक्षाएं हर हाल में ऑफलाइन ही कराई जाएंगी। इस साल अब तक करीब 18 लाख छात्र-छात्राएं परीक्षा फॉर्म भर चुके हैं। एग्जाम कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही होंगे, लेकिन अगर किसी छात्र को कोरोना हो जाता है या परीक्षा के दौरान उसमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन छात्रों का क्या होगा। MP बोर्ड ने अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। जबकि महाराष्ट्र में ऐसे छात्रों के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है। इसी तरह अन्य राज्यों में भी कोरोना को देखते हुए बोर्ड ने कुछ अहम निर्णय लिए हैं।

चार प्रमुख शहरों में 100 से ज्यादा बच्चे पॉजिटिव हो चुके

बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 14 जनवरी को स्कूल बंद करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 1 फरवरी से दोबारा स्कूल खुल गए। स्कूल बंद होने से पहले तक प्रदेश के चार प्रमुख शहरों में ही 100 से ज्यादा स्कूली बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके थे। इसमें भोपाल में करीब 25, जबलपुर में 30, इंदौर और ग्वालियर में भी इसी के आसपास बच्चे संक्रमित हुए थे। यह वह संख्या है, जो जिला शिक्षा अधिकारी के पास है। इनमें उन बच्चों का ही रिकॉर्ड रखा गया है, जो स्कूल खुलने के दौरान संक्रमित हुए।

अभी इस तरह परीक्षा की तैयारी

10वीं कक्षा की परीक्षाएं 18 फरवरी से 10 मार्च तक और 12वीं के पेपर 17 फरवरी से 12 मार्च तक होंगे। परीक्षा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है। टाइम टेबल मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर जारी किया जा चुका है। परीक्षा के लिए परीक्षार्थी को सुबह 8.30 बजे उपस्थित होना जरूरी है। छात्रों को सुबह 8.45 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा, उसके बाद आने वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा।

महाराष्ट्र बोर्ड ने हर केंद्र पर एक रूम रिजर्व रखा

महाराष्ट्र में बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर कराने का निर्णय लिया जा चुका है। कोरोना से प्रभावित छात्रों को विकल्प दिए जाएँगे। कोई छात्र या उसके परिवार का कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव होता है, तो वह परीक्षा केंद्र पर आइसोलेशन में पेपर दे सकता है। इसके अलावा वह सप्लीमेंट्री परीक्षा में भी शामिल हो सकता है।

हर कक्षा में 25 छात्र उपस्थित होंगे और बीमार छात्रों की सुविधा के लिए हर केंद्र पर एक अलग कक्ष की व्यवस्था होगी। ऐसे छात्र जो किसी कारण प्रायोगिक, आंतरिक और मौखिक परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाए, उन्हें दूसरा मौका दिया जाएगा। इसके लिए शुल्क नहीं लिया जाएगा।

राजस्थान में बाद में होंगी संक्रमितों की परीक्षा

राजस्थान में 3 मार्च से बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। जिस भी स्कूल में कोई छात्र कोरोना पॉजिटिव होगा, वहां पर एक्जाम बाद में होंगे। सरकार का परीक्षा आगे खिसकाने या स्थगित करने का कोई विचार नहीं है। एक भी बच्चे के संक्रमित होने पर संबंधित स्कूल में परीक्षा आयोजित नहीं होंगी। वहां पर परीक्षाएं बाद में कराई जाएंगी।

उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद होंगी परीक्षाएं

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा-2022 अप्रैल-मई में आयोजित की जाएगी। परिषद की ओर से विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद परीक्षा कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 मार्च को होगी। परीक्षा के लिए करीब 55 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। बोर्ड की ओर से इस वर्ष भी पाठ्यक्रम 30 प्रतिशत कम किया गया है।

छत्तीसगढ़ में 30% सिलेबस कम किया

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस साल प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन कराने का फैसला किया है और टाइम टेबल भी दिसंबर में ही जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि अगर कोरोना संक्रमण की दर कम होती है और हालात ठीक रहते हैं तो परीक्षा ऑफलाइन ही ली जाएगी। वहीं इस बार भी सिलेबस में 30% की कटौती के साथ परीक्षा ली जाएंगी।

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