मंत्री मालदार, पत्नियां करोड़ों की कर्जदार .. नंदी, सिद्धार्थनाथ, उपेंद्र जैसे मंत्रियों की पत्नियों ने करोड़ों का बिजनेस लोन लिया, डिप्टी सीएम ने बिजनेस ही पत्नी को दे दिया

योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट के 38 मंत्री विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में आ चुके हैं। पॉलिटिक्स के साथ कई मंत्री बिजनेस में भी नाम कमा रहे हैं। अब नामांकन के दौरान दाखिल हुए शपथ पत्रों से सामने आया कि कई मंत्री ऐसे भी हैं, जिनकी पत्नियों ने करोड़ों रुपए बिजनेस लोन लिए हुए हैं।

सबसे पहले आपको बताते हैं खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के बारे में। उन्होंने खुद एक रुपए भी कर्ज नहीं लिया। लेकिन पत्नी डॉ. नीता सिंह पर 9.31 करोड़ का लोन हैं। सिर्फ सिद्धार्थनाथ ही क्यों… उड्‌डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ भी बिजनेसमैन की पहचान रखते हैं। उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता प्रयागराज की महापौर हैं।

आपको जानकर हैरानी होगी कि ‘नंदी’ ने बिजनेस के लिए 81.29 लाख का लोन लिया, लेकिन अभिलाषा के नाम पर 4.26 करोड़ की देनदारियां हैं। इनमें अधिकांश होमलोन और बिजनेस से रिलेटेड हैं। कुछ ऐसा ही हाल हमारे खेल एवं युवा मंत्री उपेंद्र तिवारी का हैं। उन्होंने 93 लाख बैंक से लिए हैं, लेकिन उनकी पत्नी दीपिका ने 2 करोड़ का बिजनेस लोन लिया है। इस फेहरिस्त में नाम तो कई चर्चित नेताओं की पत्नियों के भी हैं।

आखिर पत्नियों के नाम पर करोड़ों लोन लेने में नेताजी का फायदा क्या है…?
बैकिंग एक्सपर्ट कहते हैं कि पत्नी का नाम को-ऑनर में पहले होने पर ब्याज दर में फायदा होता है। रजिस्ट्री कराने में सीधे 10 हजार की छूट मिलती है। होम लोन की मूल राशि पर आयकर कानून के सेक्शन-80सी के अंतर्गत दी जाती है। इसका फायदा पति-पत्नी साथ में उठा सकते हैं। सिर्फ दोनों की सालाना आय टैक्सेबल होनी चाहिए।

इसके अलावा, सीए आशुतोष मित्तल बताते हैं कि पॉलिटिक्स में आने के बाद मंत्रियों के लिए बिजनेस डाक्यूमेंट की औपचारिकता के लिए बहुत वक्त नहीं होता। इसलिए भी पत्नियों को बिजनेस हैंडओवर कर देते हैं।

योगी आदित्यनाथ : सीएम बनने के बाद लग्जरी कारें छूटी
एक वक्त पर लग्जरी कारों का शौक रखने वाले योगी आदित्यनाथ ने सीएम बनने के बाद 2022 के हलफनामे में एक भी कार नहीं दिखाई है। 2014 में दाखिल हलफनामा में उन्होंने पुरानी टाटा सफारी, इनोवा और एक नई फॉर्च्यूनर गाड़ी दिखाई थी। 2013 में उनकी कमाई 7 लाख रुपए सालाना थी। अब वो 13.20 लाख कमा रहे हैं।

वो एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिनके हलफनामा में अचल संपत्ति का जिक्र नहीं है। सात साल पहले उनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज थे, लेकिन ताजा हलफनामा में एक भी केस दर्शाया नहीं गया है। उनके पास एक रिवाल्वर और रायफल है।

योगी के बाकी मंत्रियों का हाल

केशव प्रसाद मौर्य: धीरे-धीरे बिजनेस से राजनीति में पैर जमाते गए
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सिर्फ राजनीति में सक्रिय नहीं हैं। वो बड़े बिजनेसमैन भी हैं, लेकिन 10 सालों में उन्होंने आधी फर्में अपनी पत्नी के नाम पर ट्रांसफर कर दीं। सिर्फ दो फर्मों में खुद को डायरेक्टर हैं। ये फैक्ट 2012 में दाखिल शपथपत्र और विधानसभा चुनाव 2022 के नामांकन में दिए गए हलफनामे की तुलना करने पर सामने आए हैं। 2012 में दाखिल आयकर रिटर्न में उनकी कमाई 6.15 लाख थी।

2022 में उनका आयकर रिटर्न 36.74 लाख रुपए दिखाया गया है। दस साल में उनकी आय 6 गुना बढ़ी है। उन्होंने 2012 में पत्नी की आय 1.85 लाख दिखाई थी। ये भी बढ़कर 19 लाख सालाना हो गई है। ये भी करीब 9 गुना तक बढ़ गई है।

सिर्फ इतना ही नहीं, केशव दो सफारी गाड़ियों से मोटर साइकिल की सवारी पर आ चुके हैं। उन्होंने 2012 के शपथपत्र में दो सफारी गाड़ियां दिखाई थी। जोकि 2022 के दस्तावेजों में नहीं हैं, सिर्फ एक मोटरसाइकिल है। डिप्टी सीएम ने 2012 के दाखिल शपथपत्र में दो ट्रक, दो सफारी गाड़ी, एक टैंकर, एक टाटा मैजिक दिखाई है। जबकि 2022 के शपथपत्र में उन्होंने दिखाया कि दो टैंकर, एक मिनी टैंकर, महिंद्रा बोलरो पिकअप और ग्लैमर मोटर साइकिल उनके पास है।

एसपी सिंह बघेल: सांसद से विधायकी के चुनाव तक 2 मुकदमे खत्म
आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल अब करहल से अखिलेश के खिलाफ प्रत्याशी हैं। योगी कैबिनेट के सबसे पढ़े लिखे नेताओं में शुमार बघेल मिलिट्री साइंस में मास्टर डिग्री, इतिहास में एमए और एलएलबी की डिग्री रखते हैं। 4 सालों में 21.38 लाख से उनकी कमाई 31.65 लाख हो गई है। 2019 में आगरा लोकसभा निर्वाचन के दौरान प्रस्तुत हलफनामे में स्वयं व पत्नी पर कुल चल-अचल 7.42 करोड़ की बताई थीं। जो 2022 में 8.55 करोड़ की हो गईं है। 1.13 करोड़ का इजाफा हुआ है।

उनकी पत्नी पर 63.33 लाख की देनदारी है, जबकि बघेल पर कोई कर्जा नहीं है। उनकी पत्नी ब्यूटी पॉर्लर, फिटनेस स्टूडियो, आर एंड आर फिशरी एंड एग्रीकल्चर फर्म की मालकीन हैं। ये व्यवसाय 2017 में सिर्फ एक पार्लर के रूप में दिखाया गया था।

उन्हें असलहें पसंद हैं। एक रायफल और एक रिवाल्वर रखते हैं। 2022 के शपथपत्र के अनुसार 1996 मॉडल की टाटा सूमो, टोयोटा क्लासिक 2004 मॉडल उनके पास हैं। 2019 में लोकसभा चुनाव के शपथपत्र के अनुसार प्रो. एसपी सिंह बघेल के खिलाफ 5 मुकदमे दर्ज थे। 2022 में नामांकन पत्र में 3 मुकदमे दर्शाए हैं। 3 साल में एसपी सिंह के 2 मुकदमे कम हुए हैं।

लाखन सिंह राजपूत: वकील से किसान हुए तो कमाई 2.5 लाख से 17.51 लाख
नेता होने के बाद शख्स के कई रूप रंग हो जाते हैं। ऐसे ही लाखन सिंह राजपूत के भी बदले। 2017 के शपथपत्र में उन्होंने खुद को वकील दिखाया तो कमाई सालाना सिर्फ 2.5 लाख थी। लेकिन 2022 के शपथपत्र में खुद को किसान दिखाया। इसके बाद उनकी कमाई 17.51 लाख हो गई।

लखनऊ के जय नारायण डिग्री कॉलेज से एलएलबी लाखन सिंह की कुल संपत्ति में पिछले 5 साल में गिरावट हुई है। 2017 में 1.37 करोड़ की नेटवर्थ रखने वाले लाखन अब 91.76 लाख के मालिक हैं। उन्होंने इन 5 सालों में एक रायफल भी खरीदी। एक कार और बाइक पहले से थे।

अजीत सिंह पाल : चुनिंदा मंत्रियों में शामिल जिन्हें जेवरात पसंद हैं
2022 में दाखिल शपथपत्र के मुताबिक अजीत सिंह के पास 28.50 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात हैं। इसमें 11.50 लाख के जेवर उनके खुद के नाम पर हैं। जेवरों के शौक की तरह कमाई भी बढ़ी, पहले सिर्फ 2.66 लाख ही सालाना कमाते थे। अब 10.78 लाख कमा रहे हैं। पत्नी भी 2.91 से सालाना 4.99 लाख कमाने लगी हैं।

अजीत ने यूक्रेन यूनिवर्सिटी से एमटेक किया है। उनकी कुल संपत्ति 1.45 करोड़ से बढ़कर 2.79 करोड़ हो गई है। पहले 13.40 लाख की एक कार थी। 5 सालों में एक और कार खरीद ली है। उनके पास रिवाल्वर है। मंत्री पर कार और केसीसी लोन के 4.45 लाख की देनदारियां हैं।

सिद्धार्थनाथ सिंह : ज्यादा रईस उनकी पत्नी, 5 साल में खूब बदली गाड़ियां
उनकी कमाई 98 लाख से घटकर 12.24 लाख रह गई। पत्नी की कमाई भी 19.27 लाख से कम होकर 17.31 लाख रह गई। लेकिन उनकी कुल संपत्ति 21.34 करोड़ से 32.22 करोड़ हो चुकी है। सिद्धार्थनाथ से ज्यादा अमीर उनकी पत्नी हैं। 2022 के शपथपत्र के अनुसार सिद्धार्थनाथ की अचल संपत्ति 1.10 करोड़ हैं, लेकिन उनकी पत्नी की 26.90 करोड़।

ऐसे ही चल संपत्ति भी 1.42 करोड़ है, लेकिन उनकी पत्नी के नाम पर 2.80 करोड़ की संपत्ति है। उन्होंने पांच साल में गाड़ियां भी खूब बदली। उनके पास स्कार्पियो, पत्नि के पास स्कोडा गाड़ी पहले से थी। अब स्कार्पियो और हुंडई अल्काजार चलाते हैं। पत्नी के पास फोर्ड एचआर कार है।

बृजेश पाठक : कानून मंत्री बनने के बाद खुद पर दर्ज आपराधिक मामले खत्म कराए
योगी कैबिनेट के सभी मंत्रियों की संपत्ति दोगुनी से अधिक बढ़ी। लेकिन एक फायदा ये भी हुआ कि आपराधिक केस से कुछ हद तक राहत हो गई। कानून मंत्री बृजेश पाठक को ही लीजिए। 5 साल में उनके ऊपर दर्ज 2 आपराधिक मामलों को खत्म करा लिया। 2022 के शपथपत्र के अनुसार वो वकील हैं।

उनकी कमाई की बात करें तो 2017 में 22.95 लाख और पत्नी सालाना 11.29 लाख कमा रही थीं। 2022 तक उनकी कमाई घटकर 14.49 लाख और पत्नी की 3.17 लाख रह गई। हालांकि, उनकी कुल संपत्ति 2.21 करोड़ से बढ़कर 5.55 करोड़ हो गई। उनके पास कोई कार नहीं है। रिवाल्वर और रायफल जरूर रखते हैं।

नंद गोपाल नंदी : केस निपटा नहीं सके, असलहा खूब इकट्‌ठा किया
नंदी के ऊपर वर्ष 2014 तक नैनी थाने में तीन, मुट्ठीगंज में दो और कोतवाली एवं सिविल लाइंस थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज रहा। लंबे समय तक पॉवर में रहने के बावजूद वो अपने ऊपर लगे आपराधिक मामलों को निपटा नहीं सके। वो सिर्फ 10वीं पास हैं, लेकिन रियल स्टेट के साथ उनके कई बिजनेस हैं। कमाई 5 साल में दो गुनी हुई। 5.62 लाख सालाना से अब 10.25 लाख कमा रहे हैं।

2022 में दाखिल शपथपत्र में नंदी के पास 69 लाख की बीएमडब्ल्यू कार, 25 लाख की पसाट कार और 23 लाख की महिंद्रा रेक्सटॉन रक्स है। जबकि उनकी पत्नी के नाम पर दो बाइक और एक कार फोर्ड एंडइवर है। उनके नाम पर एक रिवाल्वर, एक एसबीबीएल गन, एक रायफल है। उनकी पत्नी के पास भी एक रिवाल्वर, एक एसबीबीएल और एक रायफल है। 2022 में उनके ऊपर 81.29 लाख और पत्नी के ऊपर 4.26 करोड़ की देनदारी है।

आशुतोष टंडन : सियासत के साथ चिकन के बिजनेस में 48 लाख इंवेस्ट किए
चिकन बनाने वाले केएलटी इंटरप्राइजेज को अनसिक्योर लोन देने से लेकर करीब 48 लाख रुपए का निवेश किया है। आय के स्रोत में 2022 में दाखिल शपथपत्र में संपत्ति से किराया नहीं दिखाया है। लेकिन उनकी कमाई 10.32 लाख से बढ़कर 24.29 लाख हो गई। उनकी पत्नी भी 3.70 लाख सालाना से 11.70 लाख कमाने लगी हैं। एलयू से ग्रेजुएशन करने वाले आशुतोष की कुल संपत्ति अब 5.97 करोड़ से 8.67 करोड़ तक पहुंच गई है। उनके पास एक इनोवा कार है। 5 साल में उन्होंने हजरतगंज थाने में दर्ज एक केस भी रफा-दफा करा लिया है।

रमापति शास्त्री : पहले क्वालिस कार से चलते थे, मंत्री बनने के बाद कार छोड़ी
2017 में दाखिल उनके शपथपत्र के अनुसार रमापति के पास एक क्वालिस कार हुआ करती थी। जोकि उन्होंने 2022 के शपथपत्र में नहीं दिखाई। हालांकि, कार भले ही वो नहीं उपयोग कर रहे हो। उनकी कमाई 3.34 लाख सालाना से बढ़कर 10.27 लाख हो गई है। उनकी कुल संपत्ति भी 2.88 करोड़ से बढ़कर 4.44 करोड़ हो चुकी है। उनके पास एक रायफल और एक रिवाल्वर है।

राजेंद्र प्रताप सिंह : अकेले मंत्री, जो एम्बेसडर कार ही रखते हैं..
योगी कैबिनेट के वो अकेले ऐसे मंत्री हैं, जोकि आज भी दो एम्बेसडर कार रखते है। उन्होंने 2022 के शपथपत्र में इसका खुलासा किया है। वो 2017 तक 3.14 लाख सालाना कमा रहे थे। लेकिन अब 12.65 लाख कमाते हैं। उनकी कुल संपत्ति में कोई खास इजाफा नहीं हुआ है। पहले 9.53 करोड़ संपत्ति थी, अब 12.82 करोड़ हो चुकी है।

वो पहले 20 हजार का मोबाइल इस्तेमाल करते थे। अब 25 हजार का मोबाइल यूज करते हैं। राजेंद्र प्रताप के पास एक रायफल और रिवाल्वर है। जबकि उनकी पत्नी के पास दो नाली बंदूक और रिवाल्वर है। उन पर 28 लाख का कर्ज है।

अनुपमा जायसवाल : पेट्रोल पंप की मालकिन, टैंकर, महिंद्रा पिकअप सब उनके नाम
व्यवसायी अनुपमा जायसवाल पेट्रोल पंप की मालकिन हैं। उनके 2022 के शपथपत्र के अनुसार टैंकर, महिंद्रा पिकअप समेत इनोवा कार उनके पास है। लेकिन 5 साल में उनकी कमाई 11.38 लाख सालाना से घटकर 8 लाख रह गई। उनकी चल संपत्ति 70 लाख से बढ़कर 1.66 करोड़ तक पहुंची। वहीं, अचल संपत्ति 1.01 करोड़ से 1.51 करोड़ हो गई। इस तरह उनकी कुल नेटवर्थ 2.60 करोड़ से बढ़कर 5.38 करोड़ हो चुकी है। उन्होंने बैंक से 17.66 लाख का लोन भी लिया हुआ है।

सतीश चंद्र द्विवेदी : कमाई घटी… लेकिन करोड़ों की नेटवर्थ 3 गुना हुई
बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने खूब तरक्की की। अंदाजा लगाइए कि पिछले चुनाव में विधायक बनने के वक्त उन पर 5 लाख कार लोन था। अब दोबारा चुनाव लड़ने के सफर में उनकी पत्नी कल्याणी पर 1.18 करोड़ का कर्जा है। जाहिर है उनकी नेटवर्थ 1.11 करोड़ से 5 साल में बढ़कर 3.44 करोड़ तक पहुंच चुकी है। लेकिन कमाई 12.97 लाख से घटकर 2022 में 7.41 लाख हो गई। उनकी पत्नी की कमाई 5.96 लाख से दोगुना 11.63 लाख सालाना हो गई।

गोरखपुर विश्वविद्यालय से पीएचडी सतीश चंद्र के पास एक स्कॉर्पियो कार है। असलहा वो रखते नहीं हैं। उनके शपथपत्र के अनुसार चल संपत्ति 2022 में 79.36 लाख थी। जबकि पत्नी की 51.19 लाख है। वहीं अचल संपत्ति में 2022 में 1.70 करोड़ हो चुकी है, जोकि 5 साल पहले 74 लाख थी।

नीलिमा कटियार: कमाई बढ़ाई, कर्ज भी चुकता कर लिए.. लेकिन कार नहीं खरीद सकी
प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने कानपुर विश्वविद्यालय से एमए की डिग्री हासिल की है। 2017 में दाखिल आयकर रिटर्न के अनुसार 7.26 लाख कमाई थी, 2022 तक 9.04 लाख तक आय बढ़ी। उनके पास कोई कार नहीं है, लेकिन पति और बेटे के नाम एक-एक कार है।

2017 में 20.43 लाख चल संपत्ति थी, जोकि बढ़कर 2022 में 39.32 लाख हो गई। अचल संपत्ति 2.04 करोड़ से बढ़कर 2.22 करोड़ हो गई। 2022 तक फेसबुक और ट्विटर पर सक्रिय हो गई है

सुरेश कुमार पासी : 2 करोड़ी होने के साथ कर्जदार भी हुए
2022 में दाखिल शपथपत्र के अनुसार वो पहले 3.16 लाख कमा रहे थे। अब 9.72 लाख कमा रहे हैं। पत्नी का आयकर रिटर्न दाखिल नहीं होने से आय शून्य दिखाई, लेकिन अब वो भी लाखों में कमा रही हैं। सुरेश 12वीं पास हैं। लेकिन कुल संपत्ति 5 साल में बढ़कर 2 करोड़ हो चुकी है। एक स्कॉर्पियो और एक बुलेरो कार चलाते हैं। 12 लाख का कर्ज भी उन्होंने लिया हुआ है।

चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय : खुद कार लोन चुकता कर दिया, पत्नी पर हाउस लोन चढ़ गया
राज्यमंत्री चंद्रिका प्रसाद ने 5 साल में अपने 5 लाख के कार लोन को चुकता कर दिया। लेकिन उनकी पत्नी पर 12.24 लाख का हाउस लोन चढ़ गया। हालांकि, उनकी खुद की कमाई में 5 गुना का इजाफा हुआ है। 5.56 लाख से उनकी कमाई बढ़कर 24.31 लाख हो गई। कुल संपत्ति भी 2.07 करोड़ से बढ़कर 2.48 करोड़ हो गई। उनके पास दो टाटा सफारी हैं। 12 बोर की एक नाली बंदूक रखते हैं। वो अपने ऊपर चल रहे 2 केस को मंत्री रहने के दौरान निपटा नहीं सके हैं।

सूर्य प्रताप शाही : मंत्री बनने के बाद सारे मुकदमे रफा-दफा
ये भी उन्हीं मंत्रियों की फेहरिस्त में शामिल हैं। जिन्होंने मंत्री बनने के बाद अपने ऊपर लगे केस खत्म कराए। देवरिया और कुशीनगर में कुल 3 मुकदमे थे, लेकिन 5 साल में खत्म हो गए। 5 साल में उनकी कमाई 4.74 लाख से बढ़कर 15.40 लाख हो चुकी है। लॉ से ग्रेजुएट करने वाले सूर्य प्रताप ने 2017 में दाखिल शपथपत्र में डस्टर और स्कॉर्पियो गाड़ियां दिखाईं थीं।

लेकिन 2022 में कोई गाड़ी नहीं दिखाई है। कुल नेटवर्थ 4.71 करोड़ से बढ़कर 6.48 करोड़ हो गई। उनके पास एक रिवाल्वर और रायफल है। 2017 में 2.34 लाख का कार लोन था, जिसे उन्होंने चुकता कर दिया।

सतीश महाना : नेटवर्थ बढ़ गई, लेकिन चलाने को कार नहीं
14.13 लाख वो खुद सालाना कमाते थे। 2022 के शपथपत्र में उन्होंने यही कमाई 42.56 लाख दिखाई है। उनकी कुल संपत्ति भी 19.73 करोड़ से बढ़कर 23.79 करोड़ हो चुकी है। लेकिन उनके पास भी कार नहीं है। वो एक रायफल, एक डबल बैरल और रिवाल्वर रखते हैं। उन्होंने परिवार से ही 24.37 लाख का लोन लिया है। कुल 44.70 लाख का लोन उन पर है। 2017 में एक आपराधिक केस जरूर था, लेकिन 2022 में कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है।

आनंद स्वरूप शुक्ल: कमाई शून्य से 10.66 लाख तक पहुंच गई
2017 में आयकर रिटर्न दाखिल नहीं होने से उनकी आय शून्य दिखाई गई। दस्तावेजों में उनकी आय 5 साल में 10.66 लाख हो गई। उनके पास पहले कोई चल संपत्ति नहीं थी। अब 18.21 लाख की चल संपत्ति है। अचल संपत्ति आज भी नहीं है। उन्होंने 5 साल में फोर्ड कार और बाइक खरीद ली। 2 मुकदमें चल रहे हैं।

उपेंद्र तिवारी : 5 साल में संपत्ति 1.20 करोड़ बढ़ी, पत्नी ने पिस्तौल खरीदी
उन पर 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी पत्नी पिस्तौल रखती हैं। उनकी पत्नी के नाम पर 2 करोड़ का लोन है। उपेंद्र खुद भी 93 लाख के कर्ज में हैं। उनके आयकर रिटर्न के मुताबिक वो 10 लाख सालाना कमाते हैं। उनकी कुल संपत्ति 5 साल में 1.20 करोड़ तक बढ़ गई है। उनके पास एक क्वालिस कार है।

श्रीराम चौहान : उनकी चल संपत्ति 31 लाख से 1.38 करोड़ हुई, अचल घट गई
एमए पास श्रीराम चौहान की कमाई 5 साल में दो गुनी हो गई। साथ ही उनकी चल संपत्ति भी 31.33 लाख से बढ़कर 1.38 करोड़ तक पहुंची। लेकिन रोचक ये हैं कि उनकी अचल संपत्ति 1.60 करोड़ से घटकर 92.50 लाख रह गई। वो एक जीप और एक क्वालिस कार रखते हैं। एक रिवाल्वर है। उनके नाम पर एक पेट्रोल पंप भी है। एक आपराधिक केस भी उनके नाम पर दर्ज है। उनकी कुल सपत्ति 1.95 करोड़ से बढ़कर 2.30 करोड़ हो गई।

जय प्रकाश निषाद : ये मंत्री सालाना सिर्फ 1.12 लाख ही कमा रहे
2017 में दाखिल शपथपत्र में जय प्रकाश ने सालाना 3.56 लाख की कमाई दिखाई थी। लेकिन 2022 के हलफानामा में उनकी आय 1.12 लाख ही रह गई। वाराणसी विश्वविद्यालय से स्नातक जय प्रकाश की चल संपत्ति 2017 में 28.64 लाख थी, जो 2022 में 94.78 लाख हो गई। जबकि अचल संपत्ति 51 लाख से बढ़कर 1.11 करोड़ हो गई है। वो टाटा सफारी कार चलाते हैं। एक रायफल और रिवाल्वर रखते हैं। 5.20 लाख का कार लोन चुकता करके 9.45 लाख का नया लोन लिया है।

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