नोएडा के सेक्टरों और सोसायटियों में आवारा कुत्तों का खौफ … एक महीने में 110 से अधिक लोगों पर किया हमला, मेड और बाहरी लोगों ने आना-जाना किया बंद

नोएडा के सेक्टरों में बढ़ते कुत्तों के झुंड से नोएडा वासी परेशान हैं। प्राधिकरण की तरफ से कुत्तों का टीकाकरण, नसबंदी और पंजीकरण का दावा महज कागजी खानापूर्ति बनकर रह गया है। ऐसे में कुत्तों के आतंक से लोग दहशत में हैं। कुत्तों के हमले का सर्वाधिक शिकार महिलाएं और बच्चे बन रहे हैं।

बुधवार को सेक्टर-51 में एक मेड पर कुत्तों ने हमला बोल दिया। अब वे इतना घबरा रही है कि घर पर काम करने नहीं आ रही, जबकि मकान मालिक ने उसे रेबीज का इंजेक्शन भी लगवा दिया है। सेक्टर में और भी मेड ने आना बंद कर दिया है।

झुंड में करते हैं हमला

सोसायटी और सेक्टरों में आवारा कुत्तों के अचानक हमला करने से लोग परेशान हैं। लोग या तो कुत्तों का शिकार हो रहे हैं या फिर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। कई सोसायटी और सेक्टर निवासियों का दावा है कि कई महीने बीतने के बावजूद प्राधिकरण की तरफ से कोई टीम सोसायटी के आवारा और पागल हो चुके कुत्तों को पकड़ने तक के लिए नहीं आती है।

सोसायटी और सेक्टरों में आवारा कुत्ते झुंड में रहते हैं।
सोसायटी और सेक्टरों में आवारा कुत्ते झुंड में रहते हैं।

पिछले एक महीने में 110 से ज्यादा हो चुकी घटनाएं

कुत्तों के हमला करने से पिछले एक महीने में शहर में करीब 110 लोग घायल हो चुके हैं। निवासियों का कहना है कि यह संख्या अधिक भी हो सकती है। सेक्टर-14, 15, 19, 20, 26, 27, 51, 52 स्थित अरावली अपार्टमेंट और 77 स्थित प्रतीक विस्टीरिया सोसायटी में कुत्तों के हमला करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।

साथ ही सेक्टर-27 और 46 में भी एक महीने के दौरान 15 से अधिक लोग कुत्तों के हमले में जख्मी हुए हैं। सेक्टर-51 के आरडब्ल्यूए के महासचिव संजीव कुमार ने बताया, सेक्टर में करीब 20 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग हैं। इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

शकुंतला देवी (फाइल फोटो)।
शकुंतला देवी (फाइल फोटो)।

आइए जानते हैं, क्या कहते हैं सेक्टर के लोग

सेक्टर- निवासी शकुंतला ने बताया, कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि सड़क पर निकलना तक दूभर हो गया है। कोई भी सामान लेने या टहलने निकलो तो कुत्तों का झुंड पीछे पड़ जाता है। कई बार हमला भी कर देते हैं। बस किसी तरह घर पर पहुंचते हैं।

सेक्टर-51 के महासचिव राजीव कुमार।
सेक्टर-51 के महासचिव राजीव कुमार।

सेक्टर-51 के महासचिव राजीव कुमार ने बताया कि आए दिन कुत्ते के काटने की शिकायत मिल रही है। कुत्ते गाड़ियों के नीचे आकर मर भी रहे हैं। यही नहीं दुर्घटना का कारण भी बन रहे हैं। कई बार प्राधिकरण को पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं निकल सका।

पवन कुमार शर्मा (फाइल फोटो)।
पवन कुमार शर्मा (फाइल फोटो)।

पवन कुमार शर्मा ने बताया, खुंखार कुत्ते लगातार हमला कर रहे हैं। सोसायटियों के पार्कों में खतरनाक कुत्तों का झुंड है। ये बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों पर झपट पड़ते हैं। सहमे लोगों ने पार्कों में जाना छोड़ दिया है।

फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा (फाइल फोटो)
फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा (फाइल फोटो)

फोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने बताया कि समस्या काफी गंभीर है। इसको लेकर कई बार प्राधिकरण से बातचीत की जा चुकी है। शेल्टर होम में ही ऐसे कुत्तों को ले जाना चाहिए। इनकी नसबंदी होनी चाहिए।

नोएडा प्राधिकरण की क्या है पॉलिसी

नोएडा प्राधिकरण ने पालतू जानवरों जैसे, कुत्ते और बिल्लियों का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। मोबाइल ऐप के जरिए आप पालतू जानवरों का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। नोएडा अथॉरिटी पेट रजिस्ट्रेशन (एनएपीआर) ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। प्राधिकरण के जन स्वास्थ्य विभाग ने कंप्यूटर सेल की मदद से यह ऐप बनाया है।

एनएपीआर ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इसमें पालतू कुत्ते की उसके मालिक के साथ फोटो भी अपलोड करनी होगी। इसमें पूरा पता देना होगा। आवेदन पत्र को प्राधिकरण की ओर से नियुक्त एडमिन जांच करेंगे। इसके बाद इसे मंजूर किया जाएगा। पंजीकरण शुल्क के तौर पर एक हजार रुपए जमा करने होंगे।

ग्रेटर नोएडा में भी यही स्थिति

  • 8 जून, 2020 पंचशील हायनिश सोसायटी में बच्चे को पालतु कुत्ते ने किया चोटिल।
  • 12 जून 2020 सेक्टर-36 में एक व्यक्ति पर कुत्तों के झुंड ने हमला किया।
  • 20 सितंबर 2020 पैरामाउंट सोसायटी में बच्ची पर कुत्तों के झुंड ने बोला हमला।
  • 4 जून 2021 निराला ग्रीन शायद सोसायटी में एक व्यक्ति पर कुत्तों ने किया हमला।
  • 23 जून 2021 ईको विलेज- 1 में कुत्तों के झुंड ने बच्ची पर हमला किया।
  • 17 जनवरी 2022 सादोपुर गांव में पालतू कुत्ते ने 5 वर्षीय बच्चे को गंभीर रूप से घायल किया।
खबरें और भी हैं…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *