इंदौर शहर में 22 महीने बाद नाइट कल्चर पर रोक !
इंदौर शहर में 22 महीने बाद नाइट कल्चर पर रोक, रात को कलेक्टर ने इस तरह बंद कराई दुकानें
इंदौर शहर में 13 सितंबर 2022 को नाइट मार्केट की शुरुआत हुई थी। इसमें निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे तक 11.4 किलोमीटर हिस्से में बीआरटीएस के दोनों ओर रातभर दुकान खोलने की अनुमति थी। यह नाइट शिफ्ट करने वाले आईटी कंपनियों और कॉल सेंटर के कर्मचारियों के लिए किया गया था। लेकिन यहां आपराधिक गतिविधियां होने लगी थीं।
मुख्यमंत्री के आदेश के तुरंत बाद इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने शहर में रात्रिकालीन बाजार व व्यवसाय संचालन पर रोक लगा दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को आगामी चार वर्षों में समग्र विकास के लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य योजना के संबंध में इंदौर संभाग के विधायकों की बैठक को समत्व भवन में संबोधित कर रहे थे।
बैठक में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, वन मंत्री नागर सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, पूर्व मंत्री उषा ठाकुर, इंदौर की पूर्व महापौर मालिनी गौड़, विधायक और अधिकारी उपस्थित थे।
अब रात में भी बंद रहेंगी दुकानें
इंदौर में 13 सितंबर 2022 को प्रायोगिक तौर पर निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे तक 11.4 किलोमीटर हिस्से में बीआरटीएस कारिडोर के दोनों ओर 100 मीटर के दायरे में रात में भी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, चाय-नाश्ते की दुकान खुले रखने की व्यवस्था लागू की गई थी। शुक्रवार को शहर में इस नाइट कल्चर पर रोक लगा दी गई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव से ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेसिंग में कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में ड्रग्स के अवैध कारोबार पर प्रभावी रोक लगाने और रात्रिकालीन बाजार एवं व्यावसायिक संस्थानों के संचालन के संबंध में नई व्यवस्था लागू करने के संबंध में चर्चा की थी।
इंदौर के अन्य आठ विधायकों ने भोपाल में मुख्यमंत्री से मिलकर एक स्वर में इंदौर में नाइट कल्चर पर रोक लगाने पर सहमति दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने तत्काल निर्देश दिए कि इंदौर में शीघ्र ही विस्तृत कार्ययोजना बनाकर रात्रिकालीन बाजार, औद्योगिक संस्थान, कार्यालय संचालन आदि के संबंध में नई व्यवस्था लागू की जाए।
पब व नाइट कल्चर के कारण शहर में बढ़ते अपराध पर 25 दिसंबर 2022 को … कार्यालय में आयेाजित बैठक में अलग-अलग संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके अलावा आठ मई 2024 को भी नईदुनिया ने ‘अहिल्या के संस्कारों को धूमिल कर रहा नशा व नाइट कल्चर’ शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
युवाओं का हुड़दंग व बढ़ रहे थे विवाद-अपराध
इंदौर में नाइट कल्चर व्यवस्था कॉल सेंटर व आईटी कंपनी में काम करने युवाओं व कर्मचारियों को खाने-पीने की सहूलियत देने के लिए लागू की गई थी। इससे अर्थव्यवस्था को बूम मिलने की संभावना भी जताई थी। बीआरटीएस के आसपास युवाओं की टोलियां मौजूद रहती थीं और हुड़दंग भी करती थीं। कई बार युवाओं के बीच विवाद व आपराधिक गतिविधियां भी बढ़ी थीं।