चंबल में कम हुए बोर्ड एग्जाम में परीक्षार्थी … नकल पर नकेल कसते ही यूपी-राजस्थान से छात्र आना हुए बंद, 7 साल में 50% से ज्यादा आई गिरावट
मध्यप्रदेश के चंबल के स्कूल लंबे समय तक दसवीं- बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के लिए बदनाम होते रहे। भिंड में जब नकल पर नकेल कसी तो यूपी-राजस्थान से नकल की दम पर पास होने के लिए आने वाले छात्र आना बंद हुए। अब नकल माफियाओं की दुकानें बंद हो चुकी है तो बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में चौकाने वाली गिरावट आई है। पिछले सात साल में भिंड जिले में दसवीं की बोर्ड परीक्षा में पचास फीसदी से कम परीक्षार्थी हुए है। इसी तरह से बारहवीं की परीक्षा में 60 फीसदी तक छात्र संख्या कम हो गई है। इधर, मुरैना में भी धीरे-धीरे नकल पर रोक लग रही है। मुरैना में पिछले पांच सालों से दसवीं और बारहवीं परीक्षा में बैठने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में कम हो रही है।
लंबे समय तक चंबल संभाग का भिंड-मुरैना जिला नकल के लिए बदनाम रहा। अब इन जिलों की सूरत में सुधार हो रहा है। भिंड में सात साल पहले कलेक्टर टी इलैया राजा भिंड आए है और उन्होंने नकल पर रोक लगाई। भिंड में तीन साल तक कलेक्टर इलैया राजा के रहने पर नकल माफियाओं के पैर उखड़ गए। इसके बाद राजस्थान व उत्तर प्रदेश से आने वाले परीक्षार्थियों का प्रवेश लेना बंद हुआ। यही कारण है कि भिंड में वर्ष 2014-15 में दसवीं में परीक्षार्थियों की संख्या 52 हजार 456 और हायर सेकंडरी स्कूल में 35 हजार 218 थी। वह परीक्षार्थियों की संख्या वर्तमान में (वर्ष 2021-22) 10वीं में 24 हजार 164 और 12वीं में 14 हजार 461 रह गई हैं।
मुरैना में भी कम हुए परीक्षार्थी
इसी तरह मुरैना में परीक्षार्थियों की संख्या में लगातार कम हो रहे है। हालांकि पिछले सालों का डाटा गायब होना बताया जा रहा है। बताया गया है कि आगजनी की घटना में जिला के शैक्षणिक दस्तावेज जलने से डाटा नष्ट हुआ है। यहां वर्ष 2016-17 में दसवीं में परीक्षार्थियों की संख्या 36 हजार 598 और बारहवीं में 27 हजार 752 थी। वर्तमान में दसवीं में 33 हजार 128 और बारहवीं में 21 हजार 48 है।
![परीक्षा सेंटर पर परीक्षार्थी की चेकिंग करते हुए।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/02/17/_1645073570.jpg)
भिंड में नकल रोकने के बाद ऐसे गिरा परीक्षार्थियों का ग्राफ
वर्ष 2015-16
- हाईस्कूल — 52456
- हायर सेकंडरी- 35218
वर्ष 2016-17
- हाईस्कूल-32708
- हायर सेकंडरी-23385
वर्ष 2017-18
- हाईस्कूल-28625
- हायर सेकंडरी-18705
वर्ष 2018-19
- हाईस्कूल-27320
- हायर सेकंडरी-18180
वर्ष 2019-20
- हाईस्कूल-26449
- हायर सेकंडरी-17564
वर्ष 2020-21
- हाईस्कूल-25170
- हायर सेकंडरी-16220
वर्ष 2021-22
- हाईस्कूल-24164
- हायर सेकंडरी-14461
मुरैना जिले में परीक्षार्थियों की संख्या का ग्राफ
वर्ष 2015-16
- दसवीं और बारहवीं का डाटा जल गया।
वर्ष 2016-17
- हाईस्कूल-36589
- हायर सेकंडरी-27752
वर्ष 2017-18
- आगजनी में डाटा जल गया।
वर्ष 2018-19
- हाईस्कूल-32694
- हायर सेकंडरी-25666
वर्ष 2019-20
- हाईस्कूल-33451
- हायर सेकंडरी-23़129
वर्ष 2020-21
- हाईस्कूल-32471
- हायर सेकंडरी-22557
वर्ष 2021-22
- हाईस्कूल-33128
- हायर सेकंडरी-21048
शिक्षा की गुणवत्ता सुधरी
भिंड में नकल रोकने के बाद बाहरी छात्र आना बंद हो गए है। अब जिले के वास्तविक छात्र ही परीक्षा में बैठते है। परीक्षा के बाद छात्रों की प्रतिशत में सुधार हुआ है। एमपी की टॉप टेन में भिंड शामिल होने लगा है।
-हरिभुवन सिंह तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी, भिंड