पीथमपुर : आशिक’ की आशिकी परिवार को पड़ी भारी …!
‘आशिक’ की आशिकी परिवार को पड़ी भारी:हत्या के आरोपी की 250 कमरों वाली 3 मंजिला इमारत पर चला बुलडोजर
आशिक पटेल कांग्रेस नेता है। इसके पिता अल्लानूर पटेल पूर्व में धन्नड के सरपंच भी रह चुके हैं। आशिक ने अतिक्रमण कर बिल्डिंग में कमरों को किराए पर दे रखा था। इन किरायदारों के दम पर नगर पालिका चुनावों में पार्षद की जीत हार तय करना इसके लिए आसान काम था।
इसलिए चला प्रशासन का बुलडोजर, जानिए पूरी कहानी
आशिक पटेल के यहां एक युवती अकाउंटेंट का काम करती थी। इसी दौरान आशिक उससे प्यार करने लगा। इधर, युवती का रुपेश बिरला निवासी ग्राम सेलदा (खरगोन) से तीन साल से अफेयर था। रुपेश पीथमपुर में रहकर बजाज फाइनेंस कंपनी के लिए काम करता था। जब आशिक को रुपेश और युवती के बारे में पता चला तो उसे यह बात नागवार गुजरी। उसने अपने पांच साथियों के साथ मिलकर रुपेश की हत्या कर दी।
11 अक्टूबर की रात को रुपेश के परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 12 अक्टूबर को युवती ने भी आशिक पर छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाया था। उसने आशिक पर रुपेश को अगवा करने का आरोप भी लगाया। आशिक ने उसे धमकी दी थी वो रुपेश को जान से मार देगा। युवती की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत आशिक को अपनी गिरफ्त में लिया।
पुलिस ने आशिक पटेल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने युवक की हत्या करना कबूल कर लिया। आशिक के साथ उसके पांच दोस्त भी हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस ने उन पांचों युवकों को थाने लाकर पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने रुपेश के शव को कॉलोनी में नाले के किनारे गाड़ दिया था। शव जल्दी गलकर नष्ट हो जाए, इसके लिए 15 किलो नमक डाला, मिट्टी और घास-फूस डालकर उस जगह को सीमेंट कंक्रीट से पक्का कर दिया था।
पहले भी दर्ज हो चुका है हत्या का मामला
धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि दो दिन पहले हुए हत्याकांड के सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी आशिक पटेल के साम्राज्य को ध्वस्त किया जा रहा है। एक अन्य आरोपी अखिलेश मिश्रा की गुमटी के अतिक्रमण को भी हटा दिया गया है। आशिक पटेल के खिलाफ पहले भी एक हत्या का मामला दर्ज है। साथ ही अन्य 5 प्रकरण भी उसके खिलाफ दर्ज हैं।
फॉरेंसिक टीम के साथ सबूत जुटाने में लगी पुलिस
धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने सीएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल और थाना प्रभारी लोकेश सिंह भदौरिया सहित पूरी टीम के काम की तारीफ की है। पीथमपुर सीएसपी तरुणनेंद्र सिंह बघेल, थाना प्रभारी लोकेंद्र सिंह भदोरिया की इस हत्याकांड को सुलझाने में अहम भूमिका रही है। एसपी ने बताया कि सभी आरोपियों की दो दिन की पुलिस रिमांड आज पूरी हो रही है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ सबूत जुटाने में लगी है।
हिन्दू जागरण मंच ने किया था घेराव
मामला उजागर होने के बाद बुधवार को पीथमपुर हिन्दू जागरण मंच और परिजनों ने थाने का घेराव किया था। उन्होंने आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी। रुपेश की हत्या की जानकारी मिलने के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।