पुताई या कमाई: पहले से लिखे संदेश, अब नई दीवारों के बहाने 25 लाख की बर्बादी
अफसरों का दावा है जो दीवार खराब नहीं हुई हैं वहां पर नगर निगम ने 2021 की जगह 2022 लिखना शुरू कर दिया है।
स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत नई 200 दीवारों पर निगम लिखवाएगा जागरूकता संदेश
ग्वालियर। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के मामले में अब नगर निगम नया कारनामा कर रहा है। पिछले साल शहर की मुख्य दीवारों पर स्वच्छता के संदेश और पेंटिंग कराकर टेंडर किया गया था, अब उन दीवारों पर वर्ष 2021 की बजाय वर्ष 2022 कराया जाएगा। यह कार्य मुफ्त में कराने का दावा किया जा रहा तो फिर नई 200 दीवारों के लिए 25 लाख का टेंडर सवाल खड़े कर रहा है। इसमें हर वार्ड की चार-चार दीवारों को लेना बताया गया है। स्वच्छ सर्वेक्षण की आड़ में टेंडर पर टेंडर करने का खेल नगर निगम में जारी है।
नगर निगम की आइईसी यानि इंफारमेशन एज्युकेशन और कम्युनिकेशन की गतिविधियां कटघरे में आ चुकी हैं। इसमें एक जय बाबा इंटरप्राइजेज नाम की फर्म को टेंडर दिया गया है जो कम्प्यूटर रिपेयरिंग श्रेणी में दर्ज है, जबकि टेंडर में यह शर्त है कि पहले से उस फर्म को आइईसी गतिविधियों का अनुभव होना चाहिए। डेढ़ सौ से ज्यादा वालेंटियरों के काम करने का दावा शहर में किया जा रहा है, लेकिन मैदानी स्तर पर कार्य नहीं दिख रहा है। ़मिानिटरिंग जीरो, कौन क्या कर रहा: ़पिुराने लिखे स्वच्छ सर्वेक्षण के संदेश के वर्ष बदले जा रहे हैं या नई दीवार के रूप में उन्हें गिनकर भुगतान ले लिया जाएगा इसको देखने वाला कोई नहीं है। नगर निगम ने बस टेंडर जारी कर दिया है।
प्रेम पचौरी, नोडल अधिकारी ट्रैफिक सेल नगर निगम